कुछ ऐसे Cheteshwar Pujara ने किया Bangladesh के खिलाफ डे-नाइट टेस्ट का समर्थन

कुछ ऐसे Cheteshwar Pujara ने किया Bangladesh के खिलाफ डे-नाइट टेस्ट का समर्थन

Cheteshwar Pujara की फाइल फोटो

खास बातें

  • बांग्लादेश के खिलाफ डे-नाइट टेस्ट खेलेगा भारत
  • ईडेन गॉर्डन में होगा डे-नाइट टेस्ट मैच का आयोजन
  • सौरव गांगुली ने किया था डे-नाइट टेस्ट का समर्थन
कोलकाता:

भारत के पहले डे-नाइट टेस्ट को लेकर अलग-अलग तरह की बातें चल रही हैं, लेकिन भारतीय टेस्ट टीम इंडिया से जुड़े खिलाड़ियों के बयान भी आने शुरू हो गए हैं. अब टीम इंडिया के विश्वसनीय चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने एक तरह से डे-नाइट टेस्ट टेस्ट के आयोजन का समर्थन कर दिया है. चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) भारत के पहले दिन-रात्रि टेस्ट को लेकर काफी उत्साहित हैं, भले ही इसके चुनौतीपूर्ण होने की बातें चल रही हैं लेकिन उन्हें भरोसा है कि टीम के मजबूत बल्लेबाजी लाइन-अप को गुलाबी गेंद के लिए अनुकूलित होने में कोई समस्या नहीं होगी.

यह भी पढ़ें: IND vs BAN: 'यह नीति' बांग्लादेश के खिलाफ भी जारी रहेगी, बैटिंग कोच Vikram Rathore ने कहा

तीन साल पहले जब सौरव गांगुली की अगुआई वाली बीसीसीआई की तकनीकी समिति ने पहली बार गुलाबी गेंद के साथ प्रयोग किया था तो इसे दलीप ट्राफी में लागू किया गया था जिसमें पुजारा ने इंडिया ब्लू के लिए दो बड़े शतक से 453 रन बनाए थे. उन्होंने नाबाद 256 रन की पारी भी खेली थी. गांगुली ने अब बीसीसीआई अध्यक्ष पद संभालते ही दिन-रात्रि टेस्ट के लिए बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड को सहमत कर लिया जिससे अब दोनों देश 22 से 26 नवंबर तक ईडन गार्डन्स में गुलाबी गेंद से अपना पहला टेस्ट मैच खेलेंगे.


यह भी पढ़ें: कुछ ऐसे विचार हैं Rohit Sharma के Virender Sehwag के साथ अपनी तुलना पर

महान क्रिकेटर सचिन तेदुलकर सहित पूर्व खिलाड़ियों ने कई चुनौतियों की बात की है जिसमें शाम में खेलने से ओस की समस्या सबसे अहम है. टेस्ट में तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले पुजारा ने कहा, ‘यह उत्साहित करने वाला होगा. हमने जो दिन-रात्रि मैच खेला था तो वो प्रथम श्रेणी मैच था, यह टेस्ट मैच होगा. मुझे पूरा भरोसा है कि सभी खिलाड़ी इसके लिए उत्साहित हैं.' पुजारा ने 2016-17 सत्र में दूधिया रोशनी में गेंद दिखने में दिक्कत की शिकायत की थी, लेकिन अब वह इसके लिए अच्छी तरह तैयार हैं. 

यह भी पढ़ें: Mayank और Shubman ने दौरे से पहले ही बांग्लादेशियों को दिखाया ट्रेलर...

उन्होंने कहा, ‘जितना हम खेलेंगे, उतना ही हमें अनुभव मिलेगा कि गेंद को कैसे खेला जाए.हर गेंद में अपनी चुनौती होती हैं मुझे नहीं लगता कि लाल गेंद से गुलाबी गेंद से खेलने में ज्यादा बदलाव करना होगा. कारण यह है कि यह एक ही प्रारूप है. हम पांच दिवसीय मैच ही खेल रहे हैं.' उन्होंने कहा, ‘हां, बस यह दूधिया रोशनी में होता है तो यह अलग होगा, लेकिन यह सिर्फ गुलाबी गेंद का आदी होने की बात है. मुझे ऐसा ही लगता है. इसके अलावा, मुझे नहीं लगता कि इसमें ज्यादा अंतर होगा. हम कुछ टेस्ट मैच खेल लेंगे तो हम बिलकुल सही अंतर जान पाएंगे और इसमें सुधार कर सकते हैं.' 

VIDEO: हालिया दक्षिण अफ्रीका सीरीज के दूसरे टेस्ट से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विराट कोहली.

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

पुजारा के अलावा मौजूदा भारतीय टेस्ट टीम में मयंक अग्रवाल, ऋषभ पंत, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी और ऋद्धिमान साहा को घरेलू स्तर पर गुलाबी गेंद से खेलने का अनुभव है. उन्होंने कहा,‘हमें कोई परेशानी नहीं होगी. ज्यादातर खिलाड़ी दलीप ट्रॉफी में खेल चुके हैं और जो नहीं खेले हैं, उनके लिए यह सीखने का अच्छा मौका होगा'