सचिन तेंदुलकर बोले, विराट कोहली अकेले देश के लिए World Cup नहीं जीत सकते

सचिन तेंदुलकर बोले, विराट कोहली अकेले देश के लिए World Cup नहीं जीत सकते

World Cup 2019: Sachin Tendulkar ने कहा, विराट के अलावा अन्‍य खिलाड़ियों को भी अच्‍छा प्रदर्शन करना होगा

खास बातें

  • बोले, दूसरे प्‍लेयर्स को भी अच्‍छा प्रदर्शन करना होगा
  • टीम के सहयोग के बिना आप कुछ नहीं कर सकते
  • कुलदीप और चहल की भूमिका भी अहम होगी
नई दिल्‍ली:

टीम इंडिया के कप्‍तान विराट कोहली (Virat Kohli) बल्‍ले से लगातार अच्‍छा प्रदर्शन कर रहे हैं.नए-नए  रिकार्ड बनाना भले ही विराट कोहली की आदत में शुमार हो गया हो. इंग्‍लैंड और वेल्‍स में होने वाले वर्ल्‍डकप (World Cup 2019)में विराट से फैंस को शानदार प्रदर्शन की उम्‍मीद है. वैसे, चैम्पियन क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar)का मानना है कि विराट अकेले वर्ल्‍डकप नहीं जीत सकता और दूसरे खिलाड़ियों को भी उनके के साथ अच्छा प्रदर्शन करना होगा. तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल की भूमिका, बल्लेबाजी क्रम में चौथा नंबर और इंग्लैंड की सपाट पिचों पर गेंदबाजों की हालत के बारे में खुलकर बात की.

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यह पूछने पर कि क्या विराट (Virat Kohli)पर उसी तरह का दबाव होगा जैसा उन पर 1996, 1999 और 2003 वर्ल्‍डकप में था, सचिन ने कहा,‘आपके पास हर मैच में उम्दा प्रदर्शन करने वाले कुछ खिलाड़ी होते हैं लेकिन टीम के सहयोग के बिना आप कुछ नहीं कर सकते. एक खिलाड़ी के दम पर टूर्नामेंट नहीं जीता जा सकता.. बिल्कुल नहीं. दूसरों को भी हर अहम चरण पर अपनी भूमिका निभानी होगी. ऐसा नहीं करने पर निराशा ही हाथ लगेगी.'भारत का चौथे नंबर का बल्लेबाजी क्रम अभी तय नहीं है लेकिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने कहा कि मैच हालात के अनुसार इस पर फैसला लिया जा सकता है.


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उन्होंने कहा,‘हमारे पास ऐसे कई बल्लेबाज हैं जो इस क्रम पर खेल सकते हैं. यह एक क्रम ही है और इसमें लचीलापन होना चाहिये. मुझे यह कोई समस्या नहीं लगती. हमारे खिलाड़यों ने इतनी क्रिकेट खेली है कि किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी कर सकते हैं.'सचिन (Sachin Tendulkar) ने हालांकि वनडे क्रिकेट में बल्लेबाजों की बढ़ती भूमिका पर निराशा जताई. उन्होंने कहा,‘दो नयी गेंदों के आने और सपाट पिचों की वजह से गेंदबाजों की हालत खराब हो गई है. एक टीम 350 रन बना रही है और दूसरी 45 ओवर में उसे हासिल कर रही है.' उनका इशारा इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच हुई वनडे सीरीज की ओर था. उन्होंने कहा,‘इस पर विचार किया जाना चाहिए. दो नयी गेंद लेनी है तो गेंदबाजों की मददगार पिचें बनाई जायें या एक नयी गेंद की पुरानी व्यवस्था ही लागू रहे जिसमें रिवर्स स्विंग तो मिलती थी.'

तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने यह भी कहा कि कलाई के स्पिनरों की भूमिका इस टूर्नामेंट में अहम होगी. भारत के पास चहल और यादव के रूप में ऐसे दो गेंदबाज हैं हालांकि वे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज में उतने ज्‍यादा प्रभावी नहीं रहे. उन्होंने कहा,‘ऐसे कई गेंदबाज हैं जिन्हें बल्लेबाज बखूबी भांप लेते हैं लेकिन फिर भी उन्हें विकेट मिलते हैं. कुलदीप और चहल को आस्ट्रेलिया सीरीज को लेकर ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है.'उन्होंने मुथैया मुरलीधरन का उदाहरण देते हुए कहा,‘मुरली ऑफ ब्रेक और दूसरा डालता था. बल्लेबाज उसे भांप भी लें तो भी उसे विकेट मिलते थे.'(इनपुट: भाषा)

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