गौतम गंभीर ने टेस्ट क्रिकेट में इस्तेमाल गेंदों को लेकर आईसीसी से कही यह अहम बात

गौतम गंभीर ने टेस्ट क्रिकेट में इस्तेमाल गेंदों को लेकर आईसीसी से कही यह अहम बात

गौतम गंभीर की फाइल फोटो

खास बातें

  • टेस्ट क्रिकेट को अस्तित्व के लिए संघर्ष करना पड़ रहा- गंभीर
  • टेस्ट क्रिकेट को हजारों लोगों तक पहुंचाने की जरूरत
  • मुख्य मुद्दों पर ध्यान दिया जाए
नई दिल्ली:

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कहा है कि टी-20 के मौजूदा दौर में टेस्ट क्रिकेट को नई पीढ़ी के पास तक पहुंचना होगा और जरूरी मुद्दों पर ध्यान देना होगा. खेल के सबसे लंबे प्रारूप को रोचक बनाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप की शुरुआत की है. गंभीर ने टेस्ट क्रिकेट की बात करते हुए आईसीसी से टेस्ट मैचों में इस्तेमाल होने वाली गेंदों पर ध्यान देने की बात कही है.  

यह भी पढ़ें:  मुख्य चयनकर्ता ने किया खुलासा, कब एमएस धोनी कहेंगे क्रिकेट को अलविदा

गंभीर ने एक अंग्रेजी अखबार में कॉलम में लिखा है, "इसमें कोई शक नहीं है कि टेस्ट क्रिकेट को आज के टी-20 के युग में बने रहने के लिए समस्या का सामना करना पड़ रहा है. मैं परंपरावादी हूं, लेकिन टेस्ट क्रिकेट को हजारों लोगों तक पहुंचने की जरूरत है. मुख्य मुद्दों पर ध्यान दिया जाना चाहिए." भारत के लिए 58 टेस्ट खेलने वाले गंभीर ने कहा है कि आईसीसी को टेस्ट में इस्तेमाल होने वाली गेंदों पर भी ध्यान देना चाहिए.


यह भी पढ़ें: अंबाती रायुडू का यू-टर्न, संन्यास का फैसला वापस लेकर खुद को चयन के लिए उपलब्ध बताया
 
उन्होंने कहा, "मैं इस संबंध में वित्तीय मजबूरियों को समझता हूं लेकिन कई तरह की चीजों के साथ समान प्रतिस्पर्धा में बने रहना अजीब है. हो सकता है कि आईसीसी टेस्ट क्रिकेट में इस्तेमाल की जाने वाली गेंदों को लेकर कोई तय पैमाना बनाए". दरअसल गंभीर का मानना यह है कि सभी देशों में टेस्ट मैचों में समान गेंद का इस्तेमाल होना चाहिए. अब जहां भारत में एसजी टेस्ट बॉल का इस्तेमाल होता है, तो इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में अलग-अलग कंपनी की गेंदों का इस्तेमाल किया जाता है. 

VIDEO:  धोनी के संन्यास पर युवा क्रिकेटरों के विचार सुन लीजिए. 

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

यह पहली बार है, जब किसी क्रिकेटर ने आईसीसी ने टेस्ट मैचों में इस्तेमाल की जाने वाली गेंदों को लकर अपनी बात कही है. अब देखने वाली बात यह होगी कि गौतम की यह गंभीर आवाज आईसीसी सुनती है या नहीं