कुछ न कुछ तो जरूर है, सीनियर खिलाड़ी बीसीसीआई के 'इस निर्देश' मानने को राजी नहीं

कुछ न कुछ तो जरूर है, सीनियर खिलाड़ी बीसीसीआई के 'इस निर्देश' मानने को राजी नहीं

क्या विराट कोहली इस बाबत कोई पहल करेंगे

खास बातें

  • खिलाड़ियों के बीच मनमुटाव है- सीनियर अधिकारी
  • सीओए मामले में खुलकर बोलने को राजी नहीं
  • विवाद पर सीओए को ध्यान देने की जरूरत
नई दिल्ली:

भारत की वनडे टीम के सीनियर खिलाड़ियों के बीच मनमुटाव बढ़ता जा रहा है. बीसीसीआई (BCCI) के एक सीनियर प्रशासक ने कोशिश की थी कि कोई खिलाड़ी सोशल मीडिया पर टीम में एकता की बात को कहता हुआ एक पोस्ट लिखे, लेकिन इस पर अभी तक कुछ नहीं हुआ है.  भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि प्रशासकों की समिति (सीओए) ने खिलाड़ियों से बात की और सोशल मीडिया पर टीम में 'सब कुछ सही है' जैसी पोस्ट करने को कहा.

कार्यकारी ने कहा, "हर कोई जानता है कि खिलाड़ियों के बीच मनमुटाव है. सीओए ने मीडिया में हालांकि इस तरह की खबरों को सिरे से खारिज किया है, लेकिन सीओए के एक सदस्य ने टीम के लिए सीनियर खिलाड़ी से इस मामले पर सकारात्मक संदेश भेजने को कहा था, लेकिन इस मामले में ज्यादा प्रगति नहीं हुई है." वहीं, सीओए के एक सदस्य ने वह तब तक इस मामले में नहीं पड़ेंगे जब तक खिलाड़ी इस मुद्दे को लेकर नहीं आते. सदस्य ने कहा, "सीओए मीडिया में आने वाली खबरों पर प्रतिक्रिया नहीं दे सकती. अगर खिलाड़ियों को कोई शिकायत है तो उन्हें हमारे पास आना चाहिए. जहां तक समिति की जानकारी की बात है तो जब तक खिलाड़ी हमारे पास नहीं आते तब तक हमारे लिए कोई विवाद नहीं है."

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सीओए इस मुद्दे में तब आई जब रोहित शर्मा ने कप्तान विराट कोहली की पत्नी अनुष्का शर्मा को इंस्टाग्राम से अनफॉलो कर दिया था. टीम में विवाद विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ मिली हार के बाद से शुरू हुआ था. इस मामले से संबंध रखने वाले एक सूत्र ने  कहा, "हार के बाद गेंदबाजों को फटकार लगी थी और उनको लगता था कि यह सिर्फ खराब गेंदबाजी की बात नहीं है. साथ ही सुधार करने के लिए और भी क्षेत्र हैं. सिर्फ गेंदबाजों को निशाना बनाया जाए इससे बेहतर है कि बाकी की जगहों पर भी सुधार किया जाए."

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बोर्ड के एक और अधिकारी ने कहा कि टीम में विवाद की खबरों को पर ध्यान दिया जाना चाहिए और इससे पहले ही इससे टीम के प्रदर्शन पर फर्क पड़े, इस मुद्दे को सुलझाना चाहिए. अधिकारी ने कहा, "यह किसी कामकाजी जगह में होने वाले विवाद की तरह है जिससे टीम के प्रदर्शन पर असर पड़ सकता है. अगर इसे तुरंत नहीं सुलझाया गया तो यह काफी खतरनाक हो सकता है और इससे टीम भावना पर असर पड़ सकता है" 

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अधिकारी ने कहा, "आपकी टीम के दो कप्तान नहीं हो सकते और उनकी मीडिया टीम एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का खेल नहीं खेल सकतीं. टीम में विवाद है इसमें कोई शक नहीं है और एक बड़े प्रशासक का कहना है कि यह मीडिया की उपज है. अगर यही बात है तो मीडिया की उपज को तवज्जो क्यों दी जा रही है."