
पिछले दिनों रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की भले ही लंबे समय बाद टेस्ट टीम में वापसी हुई हो, लेकिन उनके इस चयन पर मिश्रित प्रतिक्रिया हुई है. यह सही है कि एक बड़े तबगे ने रोहित शर्मा की टेस्ट टीम में वापसी का स्वागत किया, लेकिन ऐसे भी लोग हैं, जिन्होंने अलग-अलग बातों के लेकर रोहित के चयन पर सवाल उठाए. हालांकि, यह बात अलग है कि बड़े तबगे की जोरदार आवाज और उनके बड़े नामों के होने के चलते 'दूसरी आवाज' दब कर रह गई. बहरहाल, अब पूर्व विकेटकीपर नयन मोंगिया ने रोहित के चयन को गलत बताते हुए सवाल खड़ा किया है.
That was a close call! Wanna know what I'm talking about? Stay tuned to find out... #BestSeenOnSharp @SharpTVIndia pic.twitter.com/74dj95v20s
— Rohit Sharma (@ImRo45) August 28, 2019
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अब यह तो जानते ही हैं कि पिछले लंबे समय से पूर्व कप्तान सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण, दिलीप वेंगसरकर, किरन मोरे और एडम गिलक्रिस्ट सहित कई और देशी-विदेशी खिलाड़ी रोहित को लगातार टेस्ट में खिलाने की वकालकत कर रहे थे. और टेस्ट में चयन के बाद मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने भी कहा कि रोहित को सेलेक्शन कमेटी एक और मौका देना चाहती है.
बहरहाल, पूर्व विकेटकीपर और कई मैचों मे पारी की शुरुआत करने वाले नयन मोंगिया की रोहित के चयन पर अलग ही राय है. उन्होंने कहा कि टेस्ट में रोहित को सलामी बल्लेबाज बनाने की कोशिश करना नाकाम साबित हो सकता है. उन्होंने कहा कि पारी की शुरुआत करना भी विकेटकीपिंग की तरह ही एक विशेषज्ञता वाला काम है. यह सही है कि न केवल वनडे में पारी की शुरुआत कर रहे हैं बल्कि उन्होंने कई यादगार पारियां भी खेलीं, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में एक अलग ही मनोदशा के संयोजन की जरूरत होती है.
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मोंगिाया ने कहा कि रोहित को अपनी ताकत से जुड़े रहना होगा. उन्होंने टेस्ट क्रिकेट के हिसाब से अपना खेल ढालने के बजाय अपनी ताकत के इर्द-गिर्द खुद को समेट कर रखना होगा. वजह यह है कि अगर वह टेस्ट के हिसाब से अपनी बल्लेबाजी में बदलाव करते हैं, तो इससे उनका उनका एकदिनी का खेल भी प्रभावित हो सकता है. मोंगिया ने यह भी कहा कि रोहित की जगह घरेलू क्रिकेट में 800 या 1000 रन बनाने वाले खिलाड़ी को मौका देना चाहिए था. खासतौर पर पांचला और ईश्वरन जैसे खिलाड़ियों को, जिनका औसत 50-60 का रहा है. अगर इन खिलाड़ियों को उचित मौका नहीं दिया जाता है, तो यह सेलेक्टरों के लिहास से सही नहीं होगा.
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मोंगिया ने कहा कि सवाल यह है कि सेशन में 800-1000 रन बनाने वाले इन खिलाड़ियों को आखिर कब मौका मिलेगा. रोहित का चयन इन खिलाड़ियों को हतोत्साहित करने जैसा है.
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