IND vs RSA, 1st Test, Day 5: अब Muttiah Muralitharan के साथ-साथ R. Ashwin की भी 'ऐतिहासिक रिकॉर्ड' के लिए चर्चा होगी
IND vs RSA, 1st Test, Day 5: आर. अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने विशाखापट्टनम में पहली पारी में सात विकेट चटकाए थे, तो तभी उनकी मुरलीधरन (Muttiah Muralitharan) के रिकॉर्ड की बराबी को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई थीं. आंकड़ेविदों अपनी किताब के पन्ने पलटने शुरू कर दिए थे
- Posted by Manish Sharma
- Updated: October 06, 2019 12:24 PM IST

विशाखापट्टनम में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले जा रहे पहले टेस्ट (IND vs RSA, 1st Test) के आखिरी दिन रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने वह कारनामा कर ही दिखाया, जिसका इंतजार उनके चाहने वाले बहुत ही बेसब्री के साथ कर रहे थे. और यह कारनामा उन्होंने पांचवें दिन सुबह-सुबह डि ब्रून को बोल्ड कर कर दिखाया. इस कारनामे से उन्होंने श्रीलंकाई महान दिग्गज मुथैया मुरलीधरन की बराबरी कर ली. और यह वह रिकॉर्ड रहा, जो उन्हें जीवन भर सुकून देता रहेगा. एक ऐसा रिकॉर्ड जो न दिग्गज अनिल कुंबले बना सके और न ही हरभजन सिंह. और यह बात भारतीय क्रिकेट में आर. अश्विन के योगदान और उनकी विकेट लेने की क्षमता के बारे में बताती है.
Ravichandran Ashwin comeback: Ind v SA cricket test match, day 2 https://t.co/BRkm7ebzEd
— News Landed (@newslanded) October 5, 2019
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यह सही है कि आर. अश्विन कभी भी मुरलीधरन के क्लब में शामिल नहीं हो पाएंगे. और क्रिकेट पंडित कभी भी उनकी तुलना मुरलीधरन से नहीं करेंगे और न ही की जा सकती है. मुथैया न केवल अपनी क्षमताओं से दुनिया की शीर्ष गेंदबाजों में से एक रहे, बल्कि उनका हिमालयन सरीखा रिकॉर्ड भी अपने आप में बहुत कुछ बताने के लिए काफी है. बहरहाल, जब आर. अश्विन ने विशाखापट्टनम में पहली पारी में सात विकेट चटकाए थे, तो तभी उनकी मुरलीधरन के रिकॉर्ड की बराबी को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई थीं. आंकड़ेविदों अपनी किताब के पन्ने पलटने शुरू कर दिए थे.
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और जब कप्तान विराट कोहली ने अश्विन को सुबह गेंद थमायी, तो उन्हें ब्रून को बोल्ड कर यह कारनामा कर दिखाया. बता दें कि यह अश्विन के टेस्ट करियर का 350वां विकेट गिरा, लेकिन इस आंकड़े को छूने के अलावा खास बात यह रही कि अश्विन ने भी यह आंकड़ा उतने ही मैचों में हासिल किया, जितने मैच मुरलीधरन ने लिये थे. मुरलीधरन ने यह आंकड़ा अपने 66वें टेस्ट में हासिल किया था. मुरलीधरन टेस्ट इतिहास में सबसे तेज गति से 350 विकेट लेने गेंदबाज थे.
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वहीं, ब्रून के विकेट के साथ ही अब अश्विन ने भी इस आंकड़े पर अपने नाम की मुहर लगा दी है. अब जब भी टेस्ट में सबसे तेज 350 विकेट चटकाने की चर्चा होगी, तो मुरलीधरन के साथ-साथ अश्विन का नाम भी लिया जाएगा. बता दें कि भारत के पूर्व लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने 77 टेस्ट मैचों में 350 विकेट का आंकड़ा छुआ था.