बृजेश पटेल थे प्रबल दावेदार लेकिन नाटकीय घटनाक्रम के बाद यूं बनी सौरव गांगुली के नाम पर सहमति..

बृजेश पटेल थे प्रबल दावेदार लेकिन नाटकीय घटनाक्रम के बाद यूं बनी सौरव गांगुली के नाम पर सहमति..

Sourav Ganguly ने सोमवार को बीसीसीआई अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया

खास बातें

  • बृजेश पटेल का BCCI चीफ बनना लगभग तय था
  • सदस्य नहीं चाहते थे श्रीनिवासन परछे के पीछे से राज करें
  • ऐसे में सौरव गांगुली के नाम पर बन गई सहमति

BCCI President's Post: सौरव गांगुली (Sourav Ganguly ) का भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड का अध्यक्ष (BCCI President) बनना तय हो गया था. टीम इंडिया के पूर्व कप्तान गांगुली ने सोमवार को इस प्रतिष्ठित पद के लिए नामांकन दाखिल किया.  नामांकन भरने की आज आखिरी तारीख थी. सौरव के खिलाफ अध्यक्ष पद के लिए कोई और नामांकन नहीं है और ऐसे में बीसीसीआई प्रमुख बनना तय है. हालांकि सौरव के लिए इस पद तक पहुंचने की राह आसान नहीं रही. रविवार शाम तक यह लगभग तय लग रहा था कि पूर्व क्रिकेट बृजेश पटेल (Brijesh Patel) बीसीसीआई के अध्यक्ष चुने जाएंगे लेकिन देर शाम के नाटकीय घटनाक्रम के बाद सौरव सर्वसम्मत उम्मीदवार के तौर पर उभरे.

Sourav Ganguly बोले, ऐसे समय पद संभाल रहा हूं जब BCCI की छवि खराब है

एनडीटीवी को हासिल जानकारी के अनुसार,  बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन (N Srinivasan)ने एक पांच सितारा होटल में BCCI के करीब 100 सदस्य इकाइयों के लिए डिनर आयोजित किया. इस डिनर के दौरान राज्य इकाइयों की अनौपचारिक बैठक हुई. इस समय तक ऐसा लग रहा था कि श्रीनिवासन अपनी पसंद के बृजेश पटेल को बीसीसीआई प्रमुख बनाने में सफल रहेंगे लेकिन बाद में स्थिति में नाटकीय बदलाव आता था और कुछ ही मिनटों में हवा का रुख श्रीनिवासन और बृजेश पटेल के खिलाफ होता गया. रात 9:30 से 10:30 के बीच श्रीनिवासन का सारा खेल पलट गया. दरअसल, सदस्य इकाइयां नहीं चाहती थीं कि परदे के पीछे से श्रीनिवासन फिर बीसीसीआई पर राज करें.


कई सदस्यों का तो यह तक मानना था कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की मौजूदा हालत श्रीनिवासन के के कारण ही हुई है. बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने इसी बीच सौरव गांगुली का नाम अध्यक्ष पद के लिए प्रस्तावित किया.उत्तर-पूर्वी और पश्चिमी राज्यों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया और देखते ही देखते सौरव के पक्ष में माहौल बन गया. देखते ही देखते बीसीसीआई प्रमुख के पद तक पहुंचने का रास्ता उनके पक्ष में तैयार हो गया.  गांगुली ने सोमवार को आईपीएल के पूर्व कमिश्नर राजीव शुक्ला के साथ नामांकन दाखिल किया. राजीव शुक्ला ने कहा, "आज BCCI चुनावों के लिए नामांकन भरने के लिए आखिरी तारीख थी. अधिकतर सदस्यों ने, एक-दो संघों को अगर छोड़ दिया जाए तो सभी ने आठ पदों पर उन लोगों को समर्थन दिया है, जिनके नामांकन पत्र आज दाखिल किए गए हैं उसमें सौरव गांगुली का भी नाम है. सचिव के लिए नौ साल का अनुभव बीसीसीआई में रखने वाले जयेश शाह, उपाध्यक्ष पद के लिए उत्तराखंड के महेश वर्मा का नाम है. संयुक्त सचिव के लिए केरल से जयेश जॉर्ज का नाम है जबकि कोषाध्यक्ष के लिए अरुण धूमल का नाम है. इसके अलावा बृजेश पटेल को आईपीएल गवर्निंग काउंसिल में चुना गया है." गौरतलब है कि जय शाह केंद्रीय मंत्री अमित शाह के बेटे हैं जबकि अरुण धूमल, बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष और मौजूदा केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के भाई हैं.

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