Sourav Ganguly ने BCCI अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया, निर्विरोध चुना जाना तय
Sourav Ganguly: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने सोमवार को बीसीसीआई अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया. इस प्रतिष्ठित पद के लिए उनका निर्विरोध चुना जाना तय है.
- IANS
- Updated: October 14, 2019 04:22 PM IST

हाईलाइट्स
- सोमवार को अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया
- इस मौके पर राजीव शुक्ला भी थे उनके साथ
- सचिव पद के लिए जय शाह और कोषाध्यक्ष के लिए अरुण धूमल
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष पद के लिए टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने सोमवार को नामांकन दाखिल किया. इस प्रतिष्ठित पद के लिए उनका निर्विरोध चुना जाना तय है. बोर्ड चुनावों के लिए नामांकन भरने की आज आखिरी तारीख थी. सौरव के खिलाफ अध्यक्ष पद के लिए कोई और नामांकन नहीं है और इसलिए उनका बीसीसीआई प्रमुख बनना तय है. गांगुली ने आईपीएल के पूर्व कमिश्नर राजीव शुक्ला के साथ यहां नामांकन दाखिल किया. वहीं, राजीव शुक्ला ने कहा, "आज BCCI चुनावों के लिए नामांकन भरने के लिए आखिरी तारीख थी. अधिकतर सदस्यों ने, एक-दो संघों को अगर छोड़ दिया जाए तो सभी ने आठ पदों पर उन लोगों को समर्थन दिया है, जिनके नामांकन पत्र आज दाखिल किए गए हैं उसमें सौरव गांगुली का भी नाम है. सचिव के लिए नौ साल का अनुभव बीसीसीआई में रखने वाले जयेश शाह, उपाध्यक्ष पद के लिए उत्तराखंड के महेश वर्मा का नाम है. संयुक्त सचिव के लिए केरल से जयेश जॉर्ज का नाम है जबकि कोषाध्यक्ष के लिए अरुण धूमल का नाम है. इसके अलावा बृजेश पटेल को आईपीएल गवर्निंग काउंसिल में चुना गया है." जय शाह केंद्रीय मंत्री अमित शाह के बेटे हैं जबकि अरुण धूमल, बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष और मौजूदा केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के भाई हैं.
सौरव गांगुली ने कहा, इसलिए ऋषभ पंत की तुलना एमस धोनी से नहीं होनी चाहिए
अध्यक्ष पद (BCCI President) के लिए नामांकन भरने के बाद गांगुली ने यहां संवादादताओं से कहा कि पिछले तीन साल के बीसीसीआई में जो खराब हालात थे उन्हें सुधारना और प्रथम श्रेणी क्रिकेटरों की स्थिति को बेहतर करना उनकी प्राथमिकता होगी. उन्होंने कहा, "पिछले तीन साल में जो बीसीसीआई में हालात थे, वो सही नहीं थे. यह जो टीम आई है वो मिलकर काम करेगी और उम्मीद है कि सबकुछ अच्छा रहेगा. यह हमारा दायित्व है कि सभी तरह की चीजें सही तरीके से हों. मेरे लिए हालांकि प्राथमिकता प्रथम श्रेणी क्रिकेट खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया करना होगी. साथ ही कोशिश होगी कि सभी चीजें अपनी जगह पर रहें." गांगुली ने कहा कि उन्होंने कभी भी बोर्ड के अध्यक्ष बनने का लालसा प्रकट नहीं थी और सदस्यों द्वारा चुने जाने पर वह इस पद को अपनाने को राजी हुए हैं.
Promoted
उन्होंने कहा, "मैंने इस पद के लिए कभी भी अपनी इच्छा जाहिर नहीं की थी. मौजूदा हालात और लोगों ने मुझे यहां तक पहुंचाया है. मुझे काफी दिन तक पता नहीं था कि मैं अध्यक्ष बनूंगा. इसके बाद मुझे बताया गया कि मैं अध्यक्ष हूं और मेरी टीम यह रहेगी. मुझे सदस्यों ने चुना है। सदस्य ही हमेशा चुनते हैं. उन्होंने मुझे चुना तो मैंने हां कहा." गांगुली ने खिलाड़ियों के प्रशासन में आने की बात पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, "यह अच्छी बात है कि खिलाड़ी अब प्रशासन का हिस्सा हैं. पहले भी हुआ करते थे लेकिन अब संख्या ज्यादा हो गई है तो यह अच्छी बात है." कप्तान और बोर्ड अध्यक्ष दो अलग-अलग जिम्मेदारियों के बारे में पूछे जाने पर गांगुली ने कहा, "कप्तानी एक अलग चुनौती थी और यह एक अलग चुनौती है. दोनों अलग-अलग तरह की चीजें हैं. आगे राजनीति में जाने का कोई मन नहीं है."
वीडियो: सौरव गांगुली ने BCCI अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)