नाओमी ओसाका (दाएं) ने सेरेना को हराकर यूएस ओपन का महिला सिंगल्स खिताब जीत था (फाइल फोटो)
खास बातें
- फाइनल में चर्चा का मुद्दा रही थी सेरेना की चेयर अम्पायर से बहस
- सेरेना को 6-2, 6-4 से हराकर नाओमी ने जीता था महिला खिताब
- कहा, मेरे मन में सेरेना विलियम्स को लेकर कोई नाराजगी नहीं
योकोहामा: अमेरिकी ओपन (US Open) टेनिस टूर्नामेंट के महिला वर्ग के फाइनल में सेरेना विलियम्स के चेयर अम्पायर के साथ विवाद के बावजूद जापान की नाओमी ओसाका की इस अमेरिकी खिलाड़ी को लेकर कोई नाराजगी नहीं है. नाओमी ओसाका ने साल के आखिरी ग्रैंडस्लैम अमेरिकी ओपन में ऐतिहासिक जीत के बाद सेरेना की आलोचना करने से इनकार किया जबकि फाइनल में उनकी जीत पर चेयर अंपायर से इस अमेरिकी खिलाड़ी की बहस हावी रही थी. 20 साल की ओसाका पिछले सप्ताहांत न्यूयॉर्क में फाइनल में अपनी आदर्श को 6-2, 6-4 से हराकर ग्रैंडस्लैम एकल खिताब जीतने वाली जापान की पहली खिलाड़ी बनी थी.
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गौरतलब है कि जापान की महान टेनिस खिलाड़ी किमिको दाते ने कहा था कि वह निराश थी कि ओसाका जीत दर्ज करने के बाद रोने लगी और अपने गौरवपूर्ण क्षण को सहेज नहीं पाई लेकिन गुरुवार को जापान लौटने के बाद ओसाका ने कहा कि उनके मन में सेरेना को प्रति कोई नाराजगी नहीं है.
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नवीनतम वर्ल्ड रैंकिंग में 19वें से सातवें स्थान पर पहुंची ओसाका ने कहा, ‘मैं दुखी नहीं हूं क्योंकि मुझे इतना भी नहीं पता कि मुझे कैसा महसूस करना चाहिए था.’ उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि मैंने दुखी महसूस करने के बारे में सोचा भी है क्योंकि मेरे पास किसी अन्य ग्रैंडस्लैम फाइनल में खेलने का अनुभव ही नहीं है. मैंने सिर्फ सोचा कि मुझे कोई खेद नहीं होना चाहिए. कुल मिलाकर मैं काफी खुश हूं और मुझे पता है कि मैंने काफी कुछ हासिल किया है. ’ (इनपुट: एजेंसी)