भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज आज से प्रारंभ होने जा रही है. सीरीज़ का पहला टेस्ट बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान पर 1 अगस्त से खेला जाएगा. विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम इंडिया जहां इंग्लैंड में अपने पिछले दो दौरों को भुलाकर नया इतिहास रचने के लिए उतरेगी , वही इंग्लैंड के लिए 2016 में भारतीय ज़मीं पर मिली 0-4 की हार के चलते ये बदले की सीरीज़ है. इंग्लैंड में मौसम ने इस समय अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है, जो टीम इंडिया के लिए अच्छी ख़बर नहीं है. पिछले कुछ हफ़्तों से बर्मिंघम में गरमी पड़ रही थीलेकिन अब बारिश हो रही है. बारिश के कारण टीम इंडिया के अभ्यास सत्र में भी रुकावट आई. मौसम विभाग के अनुसार, टेस्ट मैच के दौरान भी बादल छाए रहने का पूर्वानुमान है इन परिस्थितियों को भारतीय टीम के लिए अच्छा नहीं माना जा सकता. भारतीय समयानुसार मैच दोपहर 3:30 बजे शुरू होगा.
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ओवरकास्ट कंडीशन होने का मतलब है स्विंग गेंदबाज़ों को मदद. ऐसे में जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड की जोड़ी से बचना भारतीय बल्लेबाज़ों के लिए बेहद मुश्किल होगा. वैसे भी एजबेस्टन क्रिकेट स्टेडियम पर भारतीय टीम का रिकॉर्ड भी बेहद ख़राब रहा है. यहां दोनो टीमों के बीच खेले गए कुल 6 टेस्ट में से 5 में इंग्लैंड ने भारत को बड़े अंतर से पराजित किया है. 1986 में एक टेस्ट मैच भारतीय टीम ड्रॉ करवाने में सफल रही. इसके अलावा 3 बार टीम इंडिया को पारी से हार का सामना करना पड़ा वहीं रनों के लिहाज़ से 2011 में इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ़ अपनी सबसे बड़ी जीत दर्ज की थी.
Watch #TeamIndia sweat it out in the nets as they gear up for the 1st Test against England at Edgbatson, beginning August 1.#ENGvIND pic.twitter.com/mp53kUMaFj
— BCCI (@BCCI) July 30, 2018
सिर्फ़ भारत के ही खिलाफ़ नहीं, सभी टीमों के खिलाफ एजबेस्टन में इंग्लैंड टीम का रिकॉर्ड बेहतरीन रहा है. 2005 से इंग्लैंड ने एजबेस्टन में खेले 10 टेस्ट मैचों में से 7 में जीत दर्ज की है, 1 में उसे हार मिली और 2 मैच ड्रॉ रहे है. यही नहीं, इस मैदान पर इंग्लैंड के सबसे अनुभवी बल्लेबाज़ एलिस्टर कुक का बल्ला भी जमकर बोलता है. वे 9 मैचों में 856 रनों के साथ एजबेस्टन के मैदान पर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं. साथ ही टेस्ट क्रिकेट में उनका सर्वश्रेष्ठ 294 रनों का स्कोर भी इसी मैदान पर 201 में भारत के खिलाफ़ आया था.
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भारतीय टीम के लिए मुश्किलें यहीं खत्म नहीं होती.इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाज़ों का यहां रिकॉर्ड शानदार रहा है. यहां खेले पिछले 5 टेस्ट के रिकॉर्ड देखें तो इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाज़ों ने जहां 77 विकेट क़रीब 21.06 के औसत से लिए हैं, दूसरी ओर विपक्षी टीम के तेज़ गेंदबाज़ों ने 33 विकेट क़रीब 51.33 के 'महंगे' औसत से निकाले हैं. ऐसे में दारोमदार एक बार फिर भारतीय बल्लेबाज़ों पर होगा. हालात और आंकड़ों को जानते हुए क्या टीम इंडिया इस चुनौती पर खरी उतर सकेगी, यह देखना दिलचस्प होगा....
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