सचिन तेंदुलकर ने हितों के टकराव मामले में BCCI के लोकपाल को भेजा जवाब, कही यह बात...

सचिन तेंदुलकर ने हितों के टकराव मामले में BCCI के लोकपाल को भेजा जवाब, कही यह बात...

Sachin Tendulkar ने कहा है, MI से न तो उन्‍होंने कोई फायदा उठाया और न ही निर्णय लेने की प्रक्रिया में भागीदार रहे

खास बातें

  • अपने ऊपर लगे हितों के टकराव के आरोपों को खारिज किया
  • कहा-न MI से कोई फायदा लिया, न निर्णय प्रक्रिया में भागीदार रहा
  • लोकपाल को भेजे लिखित जवाब में है 14 बिंदुओं का जिक्र
नई दिल्ली:

मास्‍टर ब्‍लास्‍टर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar)ने अपने ऊपर लगे हितों के टकराव (Conflict Of Interest) के मामले में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के लोकपाल न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) डीके जैन के समक्ष जवाब दाखिल किया है. सचिनने अपने ऊपर लगे हितों के टकराव के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियन्स (Mumbai Indians)से न तो ‘‘कोई फायदा'' उठाया है न ही वह निर्णय लेने की किसी प्रक्रिया में भागीदार रहे हैं.

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तेंदुलकर ने रविवार को BCCI के लोकपाल एवं नैतिक अधिकारी न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) डीके जैन के भेजे नोटिस का लिखित जवाब दाखिल किया जिसमें 14-बिंदुओं का उल्लेख है. तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण को मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) के सदस्य संजीव गुप्ता द्वारा दायर की गई शिकायत पर नोटिस भेजा गया था. शिकायत के मुताबिक लक्ष्मण और तेंदुलकर ने आईपीएल फ्रेंचाइजी टीमों क्रमश: सनराइजर्स हैदराबाद और मुंबई इंडियन्स (MI) के ‘‘सहायक सदस्य' और बीसीसीआई के क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) के सदस्य के रूप में दोहरी भूमिका निभाई जिसे कथित हितों के टकराव का मामला बताया गया था.


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अपने जवाब में तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने लिखा, ‘सबसे पहले, नोटिस प्राप्तकर्ता (तेंदुलकर) सभी शिकायतों को खारिज करता है (बयानों को छोड़कर जो विशेष रूप से यहां स्वीकार किए जाते हैं).' उनके जवाब की प्रति PTI के पास भी है जिसमें कहा गया, ‘नोटिस प्राप्तकर्ता (तेंदुलकर) ने संन्यास के बाद से मुंबई इंडियन्स आईपीएल फ्रेंचाइजी से टीम ‘आईकॉन' की क्षमता में कोई भी विशेष आर्थिक लाभ/फायदा नहीं लिया है और वह किसी भी भूमिका में फ्रैंचाइजी के लिए कार्यरत नहीं है.'अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले इस खिलाड़ी ने कहा है कि वह किसी भी पद पर काबिज नहीं हैं, न ही उन्होंने कोई निर्णय लिया है (टीम के खिलाड़ियों के चयन सहित), जो फ्रैंचाइजी के शासन या प्रबंधन के अंतर्गत आता है. ‘इसलिए बीसीसीआई के नियमों के तहत या अन्यथा, यहां हितों का कोई टकराव नहीं हुआ है.'

क्रिकेट सलाहकार समिति में उनकी भूमिका के सवाल पर तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने कहा कि उन्हें 2015 में बीसीसीआई समिति के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया था और यह नियुक्ति मुंबई इंडियन्स के साथ उनकी भागीदारी के कई वर्ष के बाद हुई थी. उन्होंने कहा, ‘‘नोटिस प्राप्तकर्ता 2015 में क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) में नियुक्त हुआ था. माननीय नैतिक अधिकारी इस बात की सराहना करेंगे कि उन्हें सीएसी में शामिल होने से काफी पहले ही मुंबई इंडियंस (MI)का ‘आईकॉन' घोषित किया गया था. ये तथ्य सार्वजनिक जानकारी में रहे हैं.' उन्होंने कहा, ‘इसलिए, बीसीसीआई को नोटिस प्राप्तकर्ता की, सीएसी में नियुक्ति के समय उसके मुंबई इंडियन्स फ्रेंचाइजी के साथ जुड़ाव के बारे में पता था.'

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)