RANJI TROPHY: जो रणजी ट्रॉफी इतिहास में कभी नहीं हुआ, वह अरुणाचल प्रदेश का यह खिलाड़ी कर रहा

RANJI TROPHY: जो रणजी ट्रॉफी इतिहास में कभी नहीं हुआ, वह अरुणाचल प्रदेश का यह खिलाड़ी कर रहा

Ranji Trophy: अरुणाचल प्रदेश के तेज गेंदबाज संदीप ठाकुर चर्चा का विषय बने हुए हैं

नई दिल्ली:

भारत के रणजी ट्रॉफी इतिहास में जो पहले कभी नहीं हुआ, वह अब हो रहा है. वैसे और भी न जाने आगे क्या-क्या देखने को मिलेगा. लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों के अमल में आने के बाद वास्तव में इस रणजी ट्रॉफी सेशन में अजीब-गरीब बातें सामने आ रही हैं. कुछ ऐसा ही प्लेट ग्रुप में शामिल अरुणाचल प्रदेश के क्रिकेटर संदीप कुमार ठाकुर के साथ भी देखने को मिला है. 

वास्तव में ये तमाम नई बातें प्लेट ग्रुप की नौ टीमों के साथ देखने को मिल रही हैं. अगर आप नहीं जानते, तो बता दें कि लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों को लागू करने के बाद इस बार कुछ राज्य पहली बार रणजी ट्रॉफी में हिस्सा ले रहे हैं. ये नौ राज्य उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, पुडुचेरी, सिक्किम और  बिहार हैं. अगर बिहार को छोड़ दें, तो बाकी के राज्य क्रिकेट के लिहाज से बहुत ही ज्यादा कमजोर हैं. लेकिन लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों के चलते बीसीसीआई को इन राज्यों को रणजी ट्रॉफी में उतारना पड़ा. 

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आनन-फानन में बीसीसीआई ने इन राज्यों को अपनी टीम तैयार करने के लिए कहा. निर्देश ये भी थे कि अगर एक सीमा से ज्यादा बाहरी खिलाड़ियों को खिलाया जाएगा, तो उस राज्य का भुगतान रोक दिया जाएगा. नतीजा यह हुआ कि इन राज्यों में ऐसे खिलाड़ियों को भी जगह दी गई, जो काफी पहले क्रिकेट खेलना छोड़ चुके थे. या अपनी आजीविका के लिए कुछ और काम कर रहे थे. लेकिन अरुणाचल प्रदेश टीम के साथ एक अलग ही मामला देखने में आया है. उसके तेज गेंदबाज संदीप कुमार ठाकुर दोहरी भूमिका निभा रहे हैं. 

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संदीप कुमार दिन भर मैदान पर अपनी टीम के लिए पसीना बहाते हैं. और फिर दिन का खेल खत्म होने के बाद अपने अखबार के लिए मैच रिपोर्ट भेजते हैं. संदीप कुमार पेशे से पत्रकार हैं. 

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