कुलदीप यादव दिनों-दिन निखर रहे हैं
खास बातें
- राजकोट में दूसरी पारी में कुलदीप- 14-2-57-5
- करियर में पहली बार चटकाए पांच विकेट
- बीच इंग्लैंड दौरे से टीम से बाहर हो गए थे कुलदीप
राजकोट: राजकोट में विंडीज को पहले टेस्ट में मिली पारी और 272 रनों की हार (मैच रिपोर्ट) में अहम भूमिका निभाने वाले बंयहत्था चाइनामैन स्पिनर कुलदीप यादव ने अपनी सफलता के राज़ को सार्वजनिक किया है. कुलदीप यादव की गेंदों के सामने विंडीज बल्लेबाज दूसरी पारी में ता-था-थइया करते दिखाई पड़े. कुलदीप ने राजकोट में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए पांच विकेट चटकाए थे.
इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में कुलदीप को सिर्फ एक मैच में खेलने का मौका मिला था जिसमें वह एक भी सफलता हासिल नहीं कर सके. इस प्रदर्शन के बाद उन्हें अंतिम दो मैचों में टीम में जगह नहीं मिली. इसके बाद वह ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ दो मैचों की घरेलू सीरीज में खेले और फिर एशिया कप (एकदिवसीय) के लिए रवाना हो गए थे. लेकिन ए टीम के लिए खेलने से पहले कुलदीप ने कानपुर में अपने कोच की निगरानी में कड़ा अभ्यास किया.
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इस अतिरिक्त अभ्यास से कुलदीप को फायदा हुआ जिससे उन्होंने ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ दूसरे अनाधिकृत टेस्ट मैच में आठ विकेट लिए. इंग्लैंड में हालांकि उन्हें ज्यादा मौके नहीं मिले लेकिन वहां की गलती के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इंग्लैंड में मैं गुड लेंथ पर गेंद करने के बारे में सोच रहा था लेकिन उस समय मुझे ड्यूक की लाल गेंद से गेंदबाजी का अभ्यास नहीं था. ड्यूक गेंद एसजी गेंद से ज्यादा ठोस होती है इसलिए उससे अभ्यस्त होने के लिए आपको कम से कम 10-15 दिन का समय चाहिए होता है.
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पहली बार पांच विकेट लेने वाले चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने कहा कि इस मैच में उनकी सफलता का राज इंग्लैंड सीरीज के बाद लाल गेंद (टेस्ट मैच में प्रयोग होने वाली गेंद) से अभ्यास करना है।