
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम तमाम मुश्किलों में नजर आ रही है. पांच टेस्ट की सीरीज़ में टीम इंडिया 0-2 से पीछे है. सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच नॉटिंघम के ट्रेंटब्रिज मैदान पर 18 अगस्त से खेला जाना है. इतिहास यहां तेज़ गेंदबाज़ों के पक्ष में रहा है, ऐसे में एक बार फिर नज़र भारतीय टीम कॉम्बिनेशन पर होगी. राहत की बात यह है कि तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह अब फिट है और उनकी टीम इंडिया में वापसी हो सकती है. नॉटिंघम की पिच को देखते हुए कुलदीप यादव उनके लिए जगह बना सकते हैं. गुजरात के तेज गेंदबाज बुमराह ने इसी साल दक्षिण अफ़्रीका के खिलाफ़ अपना टेस्ट डेब्यू किया और वहां खेले 3 टेस्ट में 14 विकेट क़रीब 25 की औसत से लिए और सीरीज में भारतीय टीम के टॉप गेंदबाज़ों में शुमार रहे. उंगली में चोट के चलते बुमराह को पहले दो टेस्ट से बाहर रहना पड़ा था और अब वे पूरी तरह से फिट हैं.
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टीम में दूसरा बदलाव विकेटकीपिंग छोर पर किया जा सकता है. दिनेश कार्तिक को इंग्लिश पिचों के लिए बेहतर बल्लेबाज़ माना गया लेकिन उन्होंने बुरी तरह से निराश किया है. ऋद्धिमान साहा की इंजरी ने उन्हें प्लेइंग XI में खेलने का मौक़ा दिया. कार्तिक ने 2 टेस्ट की 4 पारियों में 0, 1, 20, और 0 के स्कोर बनाए हैं. वहीं ऋषभ पंत ने इंग्लैंड में इंडिया 'ए' की ओर से खेलते हुए अच्छे स्कोर बनाए हैं. चयनकर्ताओं ने भी साहा के चोटिल होने पर पंत जैसे युवा विकेटकीपर बल्लेबाज़ पर भरोसा जताया. फ़र्स्ट क्लास में पंत 54.50 की औसत से रन बनाते हैं और कार्तिक की हालिया फ़ॉर्म और प्रदर्शन के देखते हुए अगर नॉटिंघम में पंत टेस्ट डेब्यू करें तो ये चौंकने वाली बात नहीं होगी.
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ऐसा नहीं कि बाकी बल्लेबाज़ों ने कुछ खास किया है, लेकिन विकेट कीपिंग छोर पर भारत के पास एक तैयार विकल्प मौजूद है. कुछ जानकार भारत को एक अतिरिक्त बल्लेबाज़ के साथ जाने की सलाह दे रहे हैं लेकिन यह अतिरिक्त बल्लेबाज़ हार्दिक पांड्या या आर. अश्विन की जगह पर स्थान बना पाएगा. ये दोनो ही इस सीरीज़ में विराट के बाद टीम इंडिया के 2 सबसे सफल बल्लेबाज़ हैं. खासतौर पर अश्विन बल्लेबाज़ी के दौरान बेहद सहज दिखाई दिए हैं.ऐसे में क्या शिखर धवन और करुण नायर में से किसी को शामिल कर बल्लेबाज़ी क्रम और टीम कॉम्बिनेशन से छेड़छाड़ करना वाजिब होगा. खासतौर पर तब, जब हार्दिक और अश्विन टीम को एक गेंदबाज़ी का विकल्प भी देते हैं.जो भी हो अब टीम इंडिया के पास चूकने की गुंजाइश नहीं है. यहां हारे तो सोशल मीडिया का कोई भावुक पोस्ट सीरीज़ हार की जवाबदेही से नहीं बचा पाएगा.
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