
पहले दो वनडे में ऑस्ट्रेलिया (#IndvAus, #IndvsAus) आखिरी पलों में हार कर जीत से महरूम रह गई थी, लेकिन रांची में खेले गए तीसरे वनडे में उसने शानदार जीत हासिल कर भारत को सावधान कर दिया है. अब दोनों टीमें मोहाली की ओर बढ़ चुकी हैं जहां रविवार को चौथा वनडे (IND vs AUS, 4th ODI) खेला जाना है. तीसरे वनडे को जीत ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज जिंदा रखी है. चौथे वनडे में उसकी नजरें पांच मैचों की सीरीज में 2-2 से बराबरी पर होगी, लेकिन मेजबान टीम विराट जख्मी शेर की तरह घात लगाए बैठा है जो पंजाब क्रिकेट संघ आई.एस. बिंद्रा स्टेडियम में खेले जाने वाले मैच में तीसरी जीत हासिल कर सीरीज अपने नाम करना चाहेगा. इस मुकाबले सहित अगले दो मैचों के लिए धोनी को आराम दिया गया है. लेकिन इस मुकाबले में कई परेशानियों के साथ भारत मैदान पर उतरेगा.
बीते दो मैचों में भारत ने करीबी मुकाबलों में ऑस्ट्रेलिया को मात दी. यह दो जीत मुख्यत: उसके गेंदबाजी की सफलता थी जबकि तीसरे वनडे में भारतीय गेंदबाजों ने बुरा दिन देखा तो भारत को हार मिली. विश्व कप के लिहाज से यह भारत के लिए काफी अहम सीरीज मानी जा रही है. ऐसे में भारतीय बल्लेबाजों का संघर्ष टीम मैनजमेंट के लिए थोड़ी परेशानी का सबब बन गया है. पहले मैच में भारतीय शीर्ष क्रम धराशायी हो गया था लेकिन केदार जाधव और महेंद्र सिंह धोनी ने शतकीय साझेदारी कर टीम को जीत दिलाई थी. वहीं दूसरे मैच में कप्तान विराट कोहली का बल्ला गरजा था.
#TeamIndia will be sporting camouflage caps today as mark of tribute to the loss of lives in Pulwama terror attack and the armed forces
— BCCI (@BCCI) March 8, 2019
And to encourage countrymen to donate to the National Defence Fund for taking care of the education of the dependents of the martyrs #JaiHind pic.twitter.com/fvFxHG20vi
कोहली ने तीसरे मैच में भी शानदार बल्लेबाजी की और अपने वनडे करियर का 41वां शतक जमाया. भारत की परेशानियों के संदर्भ में बात करें, तो टॉप ऑर्डर में विराट कोहली ही फॉर्म में दिख रहे हैं. न रोहित की चले हैं और न ही शिखर धवन. टेंशन अंबाती रायूड को लेकर भी है, जिन्हें कोहली बाहर भी बैठा सकते हैं. विराट के बाद बाद जाधव हैं जो इस सीरीज में बल्ले से अच्छा कर रहे हैं. धोनी ने पहले मैच में तो अच्छा खेला था लेकिन बाकी के दो मैचों में विफल रहे थे. अब जबकि बीसीसीआई ने साफ कर दिया है कि धोनी आखिरी के दो वनडे मैचों में आराम करेंगे. ऐसे में युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत विकेटकीपर की भूमिका निभाएंगे. और उनके पास वर्ल्ड कप के लिए अपना दावा ठोकने के लिए बस यही दो मैच हैं क्योंकि कोहली ने पहले ही साफ कर दिया है कि आईपीएल से पहले ही वर्ल्ड कप टीम चुन ली जाएगी.
यह भी पढ़ें: इसलिए विराट कोहली हैं 'बादशाह' बल्लेबाज, हाशिम अमला आस-पास भी नहीं
वहीं गेंदबाजी में भारत ने शानदार किया है, तीसरा मैच एक अपवाद था, जिसने हालांकि बता दिया है कि अगर भारत के गेंदबाज असफल रहे तो बल्लेबाजों के लिए कितनी परेशानी हो सकती है. रांची में भारतीय गेंदबाजों ने अच्छी शुरुआत नहीं की थी, लेकिन अंत के ओवरों में वापसी करते हुए ऑस्ट्रेलिया को एक विशाल स्कोर तक जाने से रोक दिया था. कुलदीप यादव ने तीन विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया को कमजोर किया था, तो वहीं जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी ने अंत के ओवरों में कम रन खर्च किए थे. शमी के भी इस मैच में खेलने पर संदेह है. उनके स्थान पर भुवनेश्वर कुमार को टीम में जगह मिल सकती है. भुवनेश्वर टीम में आते हैं तो डेथ ओवरों में भारत और मजबूत हो जाएगी.
Back to back centuries for the Run Machine. This is his 41st ODI
— BCCI (@BCCI) March 8, 2019
Live - https://t.co/DQCJoMdrym #INDvAUS pic.twitter.com/M0lI93P5Q5
उधर, अगर आस्ट्रेलिया की बात की जाए तो तीसरा मैच उसके लिए आंखे खोलने वाला काम कर सकता है। तीसरे मैच में मेहमान टीम ने बताया कि अगर वह धैर्य और सूझ-बूझ से खेले तो अपने प्रदर्शन में अच्छा सुधार कर सकारात्मक परिणाम हासिल कर सकती है. तीसरे मैच से उसका सबसे बड़ा फायदा कप्तान एरॉन फिंच की खराब फॉर्म का अलविदा कहना है. लगभग 10 मैचों में रनों का सूखा झेलने वाले फिंच ने आखिरकार रांची में 93 रनों की पारी खेल अपनी फॉर्म वापस हासिल की जो भारत के लिए चिता का विषय हो सकती है.
यह भी पढ़ें: बचपन का शर्मीला लड़का अब है बड़ा स्टार, MS धोनी को पूर्व टीचर्स और कोच ने यूं किया याद...
ख्वाजा भी अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने में सफल रहे थे. उन्होंने अपने वनडे करियर का पहला शतक जमाया था. ग्लेन मैक्सवेल का बल्ला भी अच्छा चला था लेकिन वो धोनी की चपलता के सामने कुछ नहीं कर पाए थे. लेकिन मध्यक्रम ने टीम को निराश किया था. शॉन मार्श, पीटर हैंड्सकॉम्ब अच्छी शुरुआत का फायदा नहीं उठा पाए थे. मार्कस स्टोइनिस और एलेक्स कैरी आखिरी ओवर में टीम को 300 पार ले जाने में सफल तो हुए थे लेकिन उस स्कोर तक टीम को नहीं पहुंचा पाए थे जहां तक टीम जाने वाली थी. गेंदबाजी में एडम जंपा ने बीते दो मैचों में प्रभावित किया है. पैट कमिंस और झाए रिचर्डसन के अलावा स्टोइनिस तेज गेंदबाजी आक्रमण को और पैना करना चाहेंगे. दोनों देशों की संभावित इलेवन इस प्रकार है: दोनों टीम इन खिलाड़ियों में से चुनी जाएंगी.
ऑस्ट्रेलिया : एरॉन फिंच (कप्तान), जेसन बेहरनडोर्फ, एलैक्स कैरी, नाथन कल्टर नाइल, पैट कमिंस, पीटर हैंड्सकॉम्ब, उस्मान ख्वाजा, नाथन लॉयन, शॉन मार्श, ग्लेन मैक्सवेल, झाए रिचर्डसन, केन रिचर्डसन, मार्कस स्टोइनिस, एश्टन टर्नर और एडम जंपा.
VIDEO: वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के मैच को लेकर रविंशंकर प्रसाद के विचार सुनिए.
भारत : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उप-कप्तान), शिखर धवन, अंबाती रायडू, केदार जाधव, महेंद्र सिंह धोनी (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी, विजय शंकर, लोकेश राहुल, ऋषभ पंत
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं