विज्ञापन

गौतम गंभीर और रोहित शर्मा एंड कंपनी अलग-अलग राह पर? रिपोर्ट में 'दरार' को लेकर बड़ा दावा

BCCI Meeting With Gautam Gambhir: शुक्रवार को बीसीसीआई ने गौतम गंभीर के साथ मिलकर न्यूजीलैंड के खिलाफ मिली हार पर चर्चा की. लगभग छह घंटे चली इस बैठक में कप्तान रोहित शर्मा, चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर और गौतम गंभीर के अलावा बीसीसीआई सचिव जय शाह और बोर्ड अध्यक्ष रोजर बिन्नी भी मौजूद थे.

गौतम गंभीर और रोहित शर्मा एंड कंपनी अलग-अलग राह पर? रिपोर्ट में 'दरार' को लेकर बड़ा दावा
BCCI Meeting With Gautam Gambhir: गौतम गंभीर और रोहित शर्मा एंड कंपनी अलग-अलग राह पर?

BCCI Meeting With Gautam Gambhir: न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 0-3 से हार के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर की काफी आलोचना हो रही है. रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम को मेहमान टीम ने हर विभाग में मात दी और उन्होंने पहली बार भारत की धरती पर तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में मेजबान टीम को हरा दिया. यह पहली बार था जब टीम इंडिया घर पर तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में 0-3 से हार थी. इस हार के बाद खबर आई थी कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड इस हार की समक्षी करेगा और शुक्रवार को बोर्ड ने गौतम गंभीर के साथ मिलकर इस पर चर्चा की.

लगभग छह घंटे चली इस बैठक में कप्तान रोहित शर्मा, चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर और गौतम गंभीर के अलावा बीसीसीआई सचिव जय शाह और बोर्ड अध्यक्ष रोजर बिन्नी भी मौजूद थे. इस दौरान कई मुद्दों पर चर्चा की गई. वहीं पीटीआई की एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि जब टीम के संबंध में कुछ फैसलों की बात आई तो इससे लगता है कि गौतम गंभीर और टीम थिंक-टैंक की सोच, वर्तमान में "एक जैसी ही" नहीं हैं.

पीटीआई की रिपोर्ट की मानें तो,"इस बात की पुष्टि नहीं की जा सकती कि गंभीर की कोचिंग शैली पर सवाल उठाया गया था या नहीं, लेकिन यह समझा जाता है कि भारतीय टीम थिंक टैंक के कुछ लोग मुख्य कोच के साथ एकमत नहीं हैं." पीटीआई की रिपोर्ट में कहा गया है,"रणजी ट्रॉफी में केवल 10 मैच खेलने वाले टी20 विशेषज्ञ ऑलराउंडर नितीश रेड्डी और तेज गेंदबाज हर्षित राणा का चयन कम से कम एकमत नहीं है."

तेज गेंदबाज हर्षित राणा और ऑलराउंडर नितीश रेड्डी आईपीएल 2024 में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी थे, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज के लिए उनके शामिल होने से कथित तौर पर थोड़ी दरार पैदा हुआ है. रिपोर्ट में दावा किया गया कि उनके अनुभव की कमी का मतलब है कि दोनों को "सर्वसम्मति से" समर्थन नहीं मिला.

गौतम गंभीर की कोचिंग की शैली के बारे में भी चर्चा हुई जो उनके पूर्ववर्ती राहुल द्रविड़ से बहुत अलग है और टीम कैसे इसकी आदी हो रही है. पीटीआई ने बीसीसीआई के अधिकारी के हवाले से लिखा,"यह छह घंटे की मैराथन बैठक थी जो स्पष्ट रूप से इस तरह की हार के बाद तय हुई थी. भारत ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर जा रहा है और बीसीसीआई स्पष्ट रूप से यह सुनिश्चित करना चाहेगा कि टीम वापस पटरी पर आ जाए और वह जानना चाहेगा कि इस पर क्या विचार किया जाएगा- टैंक (गंभीर-रोहित-अगरकर) इसके बारे में जा रहे हैं."

वहीं कप्तान रोहित शर्मा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के बाद गंभीर और उनके स्टाफ को लेकर कहा था कि गंभीर एंड कंपनी पर कोई फैसला करना जल्दबाजी होगी. रोहित शर्मा ने कहा था,"खिलाड़ियों के लिए यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि वे जानते हैं कि वे क्या हैं, उन विचारों पर गौर करना है कि कोचिंग स्टाफ की सोच क्या है और, आप इसे आगे लेकर जाते हैं, इसे आगे बढ़ाएं. जैसा कि मैंने कहा, अभी केवल चार या पांच महीने ही हुए हैं, कुछ भी आंकना जल्दबाजी होगी, लेकिन वे खिलाड़ियों के साथ अच्छे रहे हैं."

यह भी पढ़ें: SA vs IND 1st T20I: "संजू सैमसन ने अविश्वसनीय..." भारत से मिली हार के बाद अफ्रीकी कप्तान ने कही बड़ी बात

यह भी पढ़ें: IND vs SA: अर्शदीप ने दो ही साल में मचाई सनसनी, इस लिस्ट में जगह बनाकर वर्ल्ड क्रिकेट को चौंकाया

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे: