सचिन तेंदुलकर और उनके बेटे अर्जुन हैं WWE के इस रेसलर के फैन..

सचिन तेंदुलकर और उनके बेटे अर्जुन हैं WWE के इस रेसलर के फैन..

सचिन और उनके बेटे अर्जुन तेंदुलकर के साथ बॉलीवुड स्टार वरुण धवन भी हैं जिंदर महल के फैन

खास बातें

  • जिंदर महल को WWE का 'द मॉडर्न डे महाराजा' का दिया गया है दर्जा
  • WWE की दुनिया में शानदार सफर रहा है जिंदर महल का
  • महल ने 2010 में थामा था WWE का दामन
नई दिल्ली:

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) और उनके बेटे अर्जुन तेंदुलकर (Arjun Tendulkar) और बॉलीवुड स्टार वरुण धवन (Varun Dhawan) भारत के WWE पहलवान जिंदर महल (Jinder Mahal) के फैन हैं. जिंदर शुक्रवार को अपना 33वां जन्मदिन मना रहे हैं. 19 जुलाई, 1986 को जन्मे युवराज सिंह धेसी उर्फ जिंदर महल अन्य WWE पहलवानों से काफी अलग हैं. इस पहलवान के लाखों प्रशंसक हैं और इनमें सचिन जैसा बड़ा नाम शामिल है, जिनके खुद करोड़ों प्रशंसक हैं. जिंदर महल को WWE का 'द मॉडर्न डे महाराजा' का दर्जा दिया गया है. WWE की दुनिया में जिंदर महल का सफर शानदार रहा है. इस सुपरस्टार ने 2010 में WWE का दामन थामा था. अगले ही साल वह WWE के मेन रोस्टर में जगह बनाने में सफल रहे थे. हालांकि 2014 में उन्हें रिलीज कर दिया गया था और फिर महल दो साल के बाद एक बार फिर WWE में लौटे. अब वह पहले से अधिक ताकतवर और फिट थे. वह आने सामने आने वाली चुनौतियों के लिए तैयार थे. 

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वापसी के बाद महल ने रेसलिंगमेनिया 33 में मई 2017 में ब्लैकलैश में रैंडी ओटरेन को हराते हुए यह साबित भी किया था और WWE चैम्पियनशिप हासिल किया. महल इसी के साथ 50वें WWE चैम्पियन बने थे और साथ ही पहले भारतीय सुपरस्टार होने का गौरव हासिल किया था. हालांकि इसके बाद वह घुटने की चोट के कारण अपने असल रंग में नहीं लौट सके. पंजाबी बोलते हुए बड़े होने वाले महल ने विदेश में अलग-अलग संस्कृतियों को आत्मसात किया. 1980 के दशक में विश्व पटल पर चमक बिखरने वाले गामा पहलवान महल के चाचा थे. कॉलेज की पढ़ाई के साथ-साथ महल ने अभ्यास और प्रतिस्पर्धा शुरू की और अपने आगे आने वाले हर एक चुनौती का सामना करने लगे. इस दौरान वह जमीन से भी जुड़े रहे. इसके बाद जल्द ही वह कैगलेरी के स्टु हार्ट द्वारा शुरू की गई स्टैम्पेड रेसलिंग में टाइगर राज सिंह के नाम से मशहूर हुए. साल 2011 में महल को WWE में पहला ब्रेक मिला.


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कैगलेरी में रेसलिंग का चलन उसी तरह है, जिस तरह कोलकाता में फुटबॉल का है. इसी बीच सात फुट एक इंच लम्बे एक अन्य भारतीय पहलवान ग्रेट खली ने WWE में अपना पहचान बनानी शुरू कर दी और महल को रिंग में चुनौती देने लगे. भारतीयों के बीच होने वाली इस चुनौती के बीच महल ने शेरवानी में रेसलिंग एरेना में प्रवेश करने का चलन शुरू किया. हालांकि इसके बाद  वह विभिन्न स्पैंडेक्ट अटायर पर आ गए लेकिन उन्होंने पंजाबी रैंट्स (पंजाबी में शेखी बघारना) जारी रखा. साल 2014 में महल को WWE करार से बाहर कर दिया गया. यहां महल ने आत्ममंथन के जरिए यह जाना कि वह गलत दिशा में जा रहे थे. महल का WWE सफर काफी उतार-चढ़ाव से भरपूर रहा है. (इनपुटः IANS)

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