जब सचिन ने 2007 वर्ल्ड कप के बाद संन्यास लेने का मन बना लिया था, लेकिन...
ऐसा साल 2007 में हुआ था, जब मास्टर ब्लास्टर (Sachin Tendulkar) का दिल बहुत ही ज्यादा रो उठा था. संभवत: यह भारतीय क्रिकेट का सबसे बुरा दौर भी था. यह वह दौर था, जब सीनियर खिलाड़ी मुख्य कोच ग्रेग चैपल को लेकर बिल्कुल भी खुश भी नहीं थे
- NDTVSports
- Updated: June 03, 2019 05:19 PM IST

हाईलाइट्स
- भारत ग्रुप स्टेज में ही हो गया था वर्ल्ड कप से बाहर
- सचिन का प्रदर्शन रहा था बहुत ही निराशजनक
- सीनियर खिलाड़ी खुश नहीं थे ग्रेग चैपल से
दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर(Sachin Tendulkar) के करियर में कई ऐसे मोड़ जाए, जब उन्हें घटनाओं ने बुरी तरह तोड़ कर रख दिया था. लेकिन ऐसा भी बड़ा मोड़ आया, जब वह वास्तव में उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कहने का मन बना लिया था. ऐसा साल 2007 में हुआ था, जब मास्टर ब्लास्टर (Sachin Tendulkar) का दिल बहुत ही ज्यादा रो उठा था. संभवत: यह भारतीय क्रिकेट का सबसे बुरा दौर भी था. यह वह दौर था, जब सीनियर खिलाड़ी मुख्य कोच ग्रेग चैपल को लेकर बिल्कुल भी खुश भी नहीं थे.
My first experience of commentary! #CWC19 #ENGvSA pic.twitter.com/qtizT2OQfJ
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) May 30, 2019
यह वह दौर था, जब सचिन ने पूरी तरह से क्रिकेट को अलविदा कहने का मन बना लिया था. कारण यह था कि साल 2007 में विंडीज में हुए वर्ल्ड कप में टीम इंडिया ग्रुप दौर से ही बाहर हो गई थी. पहले बांग्लादेश के हाथों हार झेलनी पड़ी, तो फिर श्रीलंका ने भी उसे हरा दिया. और पहले ही दौर से छुट्टी के बाद बाद टीम इंडिया को विवादों ने बुरी तरह से घेर लिया. और जब सचिन के संन्यास लेने पर विचार की खबरें मीडिया में आईं, तो फिर ऐसे संकट के समय में सर विव रिचर्ड्स की एक फोन कॉल ने सचिन की मनोदशा को बदल दिया.
यह भी पढ़ें:कुछ ऐसे सर विव रिचर्ड्स ने विराट कोहली के साथ की अपनी तुलना
सचिन ने इस वर्ल्ड कप में अपने स्वभाविक क्रम पर बल्लेबाजी की, लेकिन वह खासा संघर्ष करते दिखाई पड़े. सचिन इस वर्ल्ड कप में संघर्ष करते दिखाई पड़े और केवल 64 रन ही बना सके. इसमें से 57 रन तो उन्होंने बरमूडा जैसे देश के खिलाफ बनाए. इसके बाद बांग्लादेश के खिलाफ सचिन ने सात रन बनाए, श्रीलंका के खिलाफ वह खाता भी नहीं खोल सके. और टीम की हार, खराब प्रदर्शन और हालात से सचिन बहुत ही ज्यादा निराश थे. सचिन ने पहले कई मौकों पर यह बताया कि कैसे उनके भाई अजीत ने उन्हें उस दौर में क्रिकेट न छोड़ने को कहा था. लेकिन अब सचिन ने पहली बार विव रिचर्ड्स का जिक्र किया है.
यह भी पढ़ें:हरभजन सिंह की दोटूक, पाकिस्तान के पास भारत को हराने का कोई मौका नहीं, यह बताया कारण..
एक कार्यक्रम में सचिन ने रिचर्ड्स से अपनी बातचीत को याद करते हुए कहा कि कैसे इस महान बल्लेबाज ने उन्हें क्रिकेट न छोड़ने और खेल जारी रखने को लेकर आश्वस्त किया. सचिन ने कहा कि भाई अजीत के साथ बातचीत के बाद मैं अपने फॉर्म हाउस चला गया. इसी दौर सर विव रिचर्ड्स का फोन आया. उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं कि तुम्हारे भीतर अभी बहुत ज्यादा क्रिकेट बची हुई है. सचिन ने बताया कि हमारे बीच करीब पैंतालिस मिनट बातचीत हुई.
Promoted
VIDEO: बांग्लादेश ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर सभी को हैरान कर दिया है.
सचिन ने कहा कि यह बहुत ही ज्यादा सुखद रहा क्योंकि जब आपका बैटिंग हीरो फोन करता है, तो इसके बहुत ही मायने होते हैं. यह वह समय था, जहां से मेरे लिए हालात बदल गए और मैंने और बेहतर प्रदर्शन किया.