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टाइगर पटौदी के पिता इफ्तिखार अली खान पटौदी ने 1932-33 में इंग्लैंड के लिए एशेज़ सीरीज़ खेली. 1946 में वह टीम इंडिया के कप्तान बने.
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इयोन मोर्गन ने 2006 में आयरलैंड से डेब्यू किया, लेकिन बाद में इंग्लैंड टीम से जुड़ गए, जिसने मॉर्गन की कप्तानी में ही 2019 विश्वकप जीता.
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ल्यूक रॉन्ची ने 2008 में ऑस्ट्रेलिया के लिए वन-डे डेब्यू किया, लेकिन 2013 में वह न्यूज़ीलैंड टीम से जुड़ गए.
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एड जॉयस आयरलैंड और इंग्लैंड के लिए खेल चुके हैं. वह 2007 विश्वकप में इंग्लैंड के लिए, और 2011 विश्वकप में आयरलैंड के लिए खेले.
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वान डर मर्व ने 2009 में दक्षिण अफ्रीका के लिए टी-20 डेब्यू किया, लेकिन बाद में वह नीदरलैंड की तरफ से खेलते नज़र आए.
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डर्क नैन्स ने 2009 में नीदरलैंड के लिए टी-20 डेब्यू किया और दो महीने बाद ही उन्हें ऑस्ट्रेलियाई टीम में शामिल कर लिया गया.
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लेग स्पिनर हेडेन वाल्श अमेरिका और वेस्ट इंडीज़ की टीमों का हिस्सा रह चुके हैं. 2019 में पहले वह अमेरिका और फिर वेस्ट इंडीज़ के लिए खेले.
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कैपलर वेसल्स ने ऑस्ट्रेलिया के लिए डेब्यू किया, और 1982-1985 तक खेलते रहे. फिर 1992-1994 तक वह दक्षिण अफ्रीका के लिए खेले.
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बॉयड रैनकिन इकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने दो देशों के लिए टेस्ट, वन-डे और टी-20 क्रिकेट खेला. वह इंग्लैंड और आयरलैंड के लिए खेल चुके हैं.
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रयान कैम्पबेल ने 2002 में ऑस्ट्रेलिया के लिए वन-डे में डेब्यू किया और 14 साल बाद हांगकांग की और से 2016 टी-20 विश्वकप में हिस्सा लिया.
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और स्पोर्ट्स अपडे्टस के लिए
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