Wimbledon: नोवाक जोकोविच ट्रॉफी के साथ
खास बातें
- 4 घंटे व 54 मिनट चला फेडरर व जोकोविच के बीच मुकाबला
- करियर का 16वां ग्रैंडस्लैम खिताब जीता जोकोविच ने
- कुल मिलाकर करियर का पांचवां विंबलडन
लंदन: साल के तीसरे ग्रैंड स्लैम विंबलडन के फाइनल में रविवार को स्विट्जरलैंड के महान खिलाड़ी रोजर फेडरर (Roger Federer) को मात देने वाले सर्बिया के नोवाक जोकोविक (Novak Djokovic) ने माना कि मानसिक रूप से यह उनके करियर का सबसे कठिन मुकाबला था, लेकिन आखिरी में जोकोविच इस फाइनल मुकाबले को अपनी झोली में डालने में कामयाब रहे.
जोकोविक ने पांच सेट तक चले बेहद रोमांचक मुकाबले में फेडरर को 7-6 (7-5), 1-6, 7-6 (7-4), 4-6, 13-12 (7-3) से हराकर लगातार दूसरी बार विंबलडन और अपने करियर का 16वां ग्रैंड स्लैम खिताब जीता. चार घंटे और 57 मिनट तक चलने वाला यह मैच विंबलडन के एकल वर्ग के इतिहास का सबसे लंबा फाइनल है.
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जोकोविक ने कहा, "जब दर्शक रोजर चिल्ला रहे थे, मुझे नोवाक सुनाई दिया. यह भले ही मूर्खातापूर्ण लगे, लेकिन यह सच है". जोकोविक ने कहा, "मैं समझता हूं कि यह मानसिक रूप से मेरे करियर का सबसे कठिन मैच रहा. अंत में मुझे बहुत शांति मिली, आप इस तरह के मुकाबलों के लिए पूरी जिदगी काम करते हैं." सर्बियाई खिलाड़ी अपने करियर में अब तक कुल मिलाकर पांच बार विंबलडन खिताब जीत चुके हैं. ग्रैंड स्लैम जीतने के मामले में वह तीसरे नंबर पर हैं.
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फेडरर ने सबसे अधिक 20 और दूसरे नंबर पर मौजूद राफेल नडाल ने 18 ग्रैंड स्लैम जीते हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)