बीजिंग ओलंपिक से बाहर होने के बाद डिप्रेशन में थी सानिया मिर्जा
कई ग्रैंडस्लैम ट्राफियां जीतने वाली 34 साल की सानिया (Sania Mirza) ने चोट के कारण चार साल पहले 2017 में टॉप्स योजना से हटने का फैसला किया था. उन्हें यहां मिशन ओलंपिक इकाई की 56वीं बैठक के दौरान टॉप्स में फिर से शामिल किया गया है. चोट के कारण उन्हें लंबे समय तक खेल से बाहर रहना पड़ा था. टेनिस की दिग्गज खिलाड़ी सानिया ने अपने करियर में एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स और एफ्रो-एशियन गेम्स में कुल 14 मेडल जीते हैं. तो वहीं, इसके अलावा 6 ग्रैंड स्लैम भी जीत चुकी हैं. अपने खेल से फैन्स के दिलों पर राज करने वाली सानिया ने अपनी लाइफ को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है. सानिया ने इंटरव्यू में बताया कि कैसे 2008 ओलंपिक से बाहर होने के बाद वह डिप्रेशन में चली गईं थीं. बता दें कि सानिया मिर्ज़ा को 2008 ओलंपिक के पहले दौर में चेक गणराज्य की इवेता बेनेसोवा के खिलाफ मैच के दौरान कलाई में चोट लग गई थी, जिसके बाद सानिया को रिटायर हर्ट होना पड़ा था.
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सानिया ने कहा कि कलाई के चोट के कारण उन्हें बीजिंग ओलंपिक से बाहर होना पड़ा था. इस झटके से वो काफी परेशान हो गईं थीं और 3-4 महीने तक डिप्रेशन में रहीं. टेनिस सुपरस्टार ने बताया कि उस दौरान उन्हें घर से बाहर जाना अच्छा नहीं लगता था. मेरे आंखों में हमेशा आंसू ही रहते थे. अपने इंटरव्यू में सानिया ने खुलासा किया कि उस दौरान वो घर से बाहर जाकर किसी होटल में खाना भी नहीं खाती थीं.
मुझे लगने लगा था कि मैं फिर से टेनिस खेल पाउंगी या नहीं. उस समय मेरी उम्र महज 20 साल की रही होगी. ओलंपिक में न खेल पाना मेरे सपने के टूटने जैसा था. कलाई में चोट थी, मैं वापसी करने में सक्षम नहीं थीं, मेरी सर्जरी हुई जिसके बाद मुझे डर सताने लगा था कि क्या मैं फिर से कभी कोर्ट पर वापसी कर पाउंगी.
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मझे लगता था कि मैंने अपने देश और परिवार को नीचा दिखाया है. इसके साथ- साथ सानिया ने ये भी बताया कि उस मुश्किल समय में कैसे उनके परिवार वालों में साथ दिया. मेरे परिवार ने मुझे सही दिशा दिखाने में मदद की और मुझे उससे काफी मदद मिली, जिसकी मुझे उस वक्त काफी ज़रूरत थी, सानिया ने कहा कि 6 से 7 महीने के बाद मैंने वापसी की, मैं राष्ट्रमंडल खेलों में फिर से कोर्ट पर उतरीं और दो पदक जीतने में सफल रहीं.