नोवाक जोकोविच ने NDTV से कहा- वर्ल्ड नंबर 1 पर बने रहना, कुछ ऐसा है जिसका सपना देखा करता था..

नोवाक जोकोविच (Novak Djokovic) ने NDTV से एक्सलूसिव बातचीत में कहा कि 311 हफ्ते तक नंबर-1 पर बने रहना सपने से कम नहीं है.

नोवाक जोकोविच ने NDTV से कहा- वर्ल्ड नंबर 1 पर बने रहना, कुछ ऐसा है जिसका सपना देखा करता था..

नोवाक जोकोविच ने NDTV से की खास बातचीत

दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी नोवाक जोकोविच (Novak Djokovic) ने हाल ही में आस्ट्रेलियाई ओपन टेनिस टूर्नामेंट का खिताब नौवीं बार जीतकर इतिहास रच दिया. आस्ट्रेलियाई ओपन के फाइनल में जोकोविच ने देनिल मेदवेदेव को हराकर खिताब को अपने नाम करने में सफलता पाई. NDTV से एक्सलूसिव बातचीत में वर्ल्ड नंबर 1 नोवाक जोकोविच ने कहा कि 311 सप्ताह से विश्व नंबर एक पर बने रहना किसी सपने से कम नहीं है. उन्होंने कहा कि यह कुछ ऐसा है जिसका वो सपना देख रहे थे. बता दें कि नंबर-1 टेनिस खिलाड़ी सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने सोमवार को नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया. वे पुरुष कैटेगरी में सबसे ज्यादा 311 हफ्ते तक नंबर-1 पर रहने वाले खिलाड़ी बन गए हैं.

उन्होंने इंटरव्यू में कहा कि, यह उपलब्धि ऐसी है जिसका मैंने सपना देखा था जब मैं एक बच्चा था जिसने टेनिस खेलना शुरू किया था. यह इस खेल के प्रति प्रतिबद्धता के लिए मेरी ओर से एक श्रद्धांजलि है, जोकोविच ने कहा कि यह टॉप तक आना बिल्कुल भी आसान नहीं था. इसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की है. लेकिन इस यात्रा ने उन्हें काफी मजबूत बनाया है.

18 बार के ग्रैंड स्लैम चैंपियन ने कहा, "हम सभी अलग-अलग परीक्षणों और मुश्किल हालात से से गुजरते हैं, मेरी यात्रा आसान नहीं थी, लेकिन इसने मुझे मजबूत बनाया. बता दें कि जोकोविच जुलाई 2005 में टॉप 100 में शामिल हुए थे. इसके ही कुछ हफ्तों बाद नडाल ने अपना पहला रोलैंड गैरोस जीता था. 


वह जून 2006 में वो शीर्ष 50 में आ गए थे. इसके बाद अक्टूबर 2006 में पहली बार जोकोविच शीर्ष 20 में आने में सफल रहे थे. इसके बाद साल 2007 में मार्च में टॉप 10 में अपनी जगह बनाने में सफल रहे थे.  नोवाक जोकोविच  पहली बार 4 जुलाई 2011 को 24 साल की उम्र में विश्व के नंबर एक खिलाड़ी बने थे. पहली बार विंबलडन के फाइनल में नाडाल को हराकर दुनिया के नंबर वन खिलाड़ी बन गए थे. 

फेडरर और नडाल (Federer and Nadal) को लेकर जोकोविच ने कहा कि ये दो खिलाड़ी हैं ऐसे हैं जिन्होंने मुझे एक बेहतर खिलाड़ी बनने के लिए प्रेरित किया. ये दोनों लोग मेरे करियर में इतने खास रहे हैं. उनमें से किसी एक को चुनना मुश्किल है, क्योंकि मुझे हमेशा उन दोनों के खिलाफ मुकाबला करना पड़ा है क्योंकि वे इतने प्रभावी थे.

जोकोविच ने खुद को लेकर कहा कि, ऑस्ट्रेलियाई ओपन का पहला खिताब जीतने के बाद उन्हें लगा था कि वो इस खेल में में बड़ा बन सकते हैं.

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VIDEO:  नोवाक जोकोविच ने NDTV से कहा- वर्ल्ड नंबर 1 पर बने रहना सपने से कम नहीं.