PM मोदी ने अपने आवास पर डेफलंपिक्स दल की मेजबानी की, खास समारोह के दौरान कुछ इस तरह की तारीफ- Video
भारतीय डेफलंपिक्स टीम पहली बार 16 पदक के साथ तालिका में टॉप 10 देशों में शामिल हुई. टीम ने 2017 में सिर्फ पांच पदक हासिल किए थे.
- Posted by Siddharth Mishra
- Updated: May 21, 2022 06:02 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने एक से 15 मई तक ब्राजील के कैक्सियस डो सुल में आयोजित बधिर ओलंपिक (Deaflympics) में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले भारतीय दल की शनिवार को मेजबानी की. खिलाड़ियों के साथ बातचीत के दौरान मोदी ने कहा कि खिलाड़ियों ने देश का गौरव और मान बढ़ाया है. इस कार्यक्रम में केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने भी भाग लिया.
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उन्होंने अपने आधिकारिक निवास पर खिलाड़ियों की मेजबानी के बाद फोटो शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा, " मैं अपने उन चैंपियनों के साथ बातचीत को कभी नहीं भूलूंगा, जिन्होंने 'डेफलंपिक्स' में भारत का गौरव और मान बढ़ाया है. एथलीटों ने अपने अनुभव साझा किए और मैं उनमें जुनून और दृढ़ संकल्प देख सकता था. उन सभी को मेरी शुभकामनाएं."
PM Shri @narendramodi hosts Indian Deaflympics contingent at his residence. https://t.co/ludPuiNNzR
— Office of Mr. Anurag Thakur (@Anurag_Office) May 21, 2022
I will never forget the interaction with our champions who have brought pride and glory for India at the Deaflympics. The athletes shared their experiences and I could see the passion and determination in them. My best wishes to all of them. pic.twitter.com/k4dJvxj7d5
— Narendra Modi (@narendramodi) May 21, 2022
उन्होंने कहा, "हमारे चैंपियनों के कारण है कि मौजूदा 'डेफलंपिक्स' भारत के लिए सर्वश्रेष्ठ रहा है."
It is due to our champions that this time's Deaflympics have been the best for India! pic.twitter.com/2ysax8DAE3
— Narendra Modi (@narendramodi) May 21, 2022
Some more glimpses from the interaction with our champions. pic.twitter.com/JhtZb9rikH
— Narendra Modi (@narendramodi) May 21, 2022
भारतीय डेफलंपिक्स टीम (Indian Deaflympics Team) पहली बार 16 पदक के साथ तालिका में टॉप 10 देशों में शामिल हुई. टीम ने 2017 में सिर्फ पांच पदक हासिल किए थे. ब्राजील में भारतीय दल ने 11 खेल स्पर्धाओं में से पांच में जीत हासिल की.
इसी से साथ, भारतीय गोल्फर दीक्षा डागर (Diksha Dagar) 24वें बधिर ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने के बाद आत्मविश्वास से भरी हैं और उनकी नजरें स्थगित हुए एशियाई खेलों और 2024 ओलंपिक में पदक जीतने पर टिकी हैं.
हरियाणा की 21 साल की दीक्षा ने बधिर ओलंपिक के फाइनल में अमेरिका की एशलिन ग्रेस को हराकर स्वर्ण पदक जीता. वह डेफलंपिक्स में दो पदक जीतने वाली पहली गोल्फर बनीं. उन्होंने इससे पहले तुर्की के सैमसन में 2017 में रजत पदक जीता था जबकि 2022 में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता. बधिर ओलंपिक का आयोजन 2021 में होना था लेकिन इन्हें स्थगित किया गया.
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दीक्षा ने बताया, "पिछली बार जब मैं प्ले ऑफ में हारी थी तो मैं बेहद निराश थी क्योंकि मुझे जीतने की उम्मीद थी. इस बार मुझे शत प्रतिशत यकीन था कि मैं स्वर्ण पदक जीतकर लौटूंगी क्योंकि मुझे अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में खेलने का अनुभव था."
उन्होंने कहा, "मैं दुनिया भर में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के खिलाफ खेली हूं इसलिए मुझे यकीन था और जब मैं जीती तब स्टेडियम में राष्ट्रगान बजाया गया तो मुझे बेहद गर्व हुआ. यह जीत विशेष है क्योंकि यह देश के लिए है और मेरी सभी व्यक्तिगत सफलता से बड़ी है."
दीक्षा ने कहा, "अब मैं एशियाई खेलों और 2024 ओलंपिक में पदक जीतना चाहती हूं. मैंने टोक्यो खेलों में हिस्सा लिया था लेकिन यह मेरा पहला अनुभव था. अब मैं इन बड़ी प्रतियोगिताओं में अपने देश को गौरवान्वित करने के लिए प्रेरित हूं."
दीक्षा को एशियाई खेलों में सीधे प्रवेश नहीं मिला है क्योंकि भारतीय गोल्फ यूनियन (IGU) ने अदिति अशोक और त्वेसा मलिक को उनकी विश्व रैंकिंग के आधार पर चुना है. दीक्षा ने कहा, "आईजीयू ने गोल्फर के रूप में मेरी प्रगति में बड़ी भूमिका निभाई है लेकिन लेडीज यूरोपीय टूर पर दो खिताब जीतने वाले एकमात्र भारतीय होने के बावजूद जब मुझे नहीं चुना गया तो मुझे काफी पीड़ा पहुंची और निराशा हुई."
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