भारत के लिए अब तक एकमात्र पेरिस ओलंपिक कोटा हासिल करने वाले धीरज बोम्मदेवरा पुरुष रिकर्व वर्ग में शीर्ष पर रहे. तरूणदीप राय, प्रवीण जाधव और मृणाल चौहान पुरुष रिकर्व टीम के अन्य सदस्य हैं.
ट्रायल के दौरान मौजूद एक कोच ने कहा ,‘‘ विनेश सरकार से आश्वासन चाहती है . उसे डर है कि अगर डब्ल्यूएफआई के हाथ में फिर कमान आ गई तो चयन नीति बदल सकती है . पर सरकार इस पर आश्वासन कैसे दे सकती है . सरकार चयन मामलों में दखल नहीं दे सकती.’’
रुद्रांश, निहाल और तोक्यो पैरालंपिक के रजत पदक विजेता सिंहराज की तिकड़ी ने मिश्रित 50 मीटर पिस्टल (एसएच1) टीम स्पर्धा का रजत पदक भी जीता. चीन ने स्वर्ण पदक हासिल किया.
पेरिस ओलंपिक की दौड़ में बने रहने की कवायद में स्टार पहलवान विनेश फोगाट ने महिलाओं के 50 किलो और 53 किलो वर्ग में चयन ट्रायल शुरू नहीं होने दिये और अधिकारियों से लिखित आश्वासन मांगा कि 53 किलो भारवर्ग के आखिरी ट्रायल ओलंपिक से पहले होंगे.
Wrestling: वहीं, पुरुष 57 किग्रा (नोर्डिक प्रारूप में) हमेशा ही मुश्किल वर्ग रहा है जिसमें तोक्यो ओलंपिक के रजत पदक विजेता रवि दहिया और अमन सेहरावत दौड़ में थे. चोट से वापसी कर रहे दहिया बड़े स्कोर वाले पहले मुकाबले में अमन से 13-14 से हार गये.
भारतीय जोड़ी ने इस साल लगातार तीसरी बार फाइनल में जगह बनाई है. फ्रेंच ओपन में भी यह जोड़ी तीसरी बार फाइनल में पहुंची है. सात्विक और चिराग ने शनिवार को खेले गए सेमीफाइनल में कोरिया की जोड़ी को 21-13, 21-16 से हराया.
आयरलैंड के 22 वर्षीय मुक्केबाज ने पहले राउंड में 5-0 से जीत दर्ज की. हुसामुद्दीन ने दूसरे राउंड में वापसी की कोशिश की लेकिन नाकाम रहे. गैलाघेर ने तीसरे राउंड में भारतीय मुक्केबाज को आक्रमण नहीं करने दिया और आखिर में यह मुकाबला जीता.
सिंधू ने 2019 में दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाड़ी चेन को हराकर विश्व चैम्पियनशिप स्वर्ण जीता था. उसके बाद से पिछले दो मुकाबलों में वह चेन से हार चुकी है.
चौबे ने यहां जारी बयान में कहा,‘‘हम राष्ट्रीय टीम से जुड़े मसलों पर कभी कोई समझौता नहीं करते हैं और इसलिए हमने अपने खिलाड़ियों को आभा पहुंचाने के लिए चार्टर्ड विमान किराए पर लेने का फैसला किया है. हम अपनी राष्ट्रीय टीम की सफलता सुनिश्चित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं.’’
Chess grandmaster Garry Kasparov: गैरी कास्परोव को व्यापक रूप से दुनिया के बेहतरीन शतरंज खिलाड़ियों में से एक माना जाता है और वह लगभग एक दशक तक संयुक्त राज्य अमेरिका में रहे हैं.
Paris Olympic Boxing Qualifier: विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता निशांत देव ने बुधवार को ब्रिटेन के मुक्केबाज लुईस रिचर्डसन के खिलाफ 3-1 की रोमांचक जीत दर्ज करके पहले ओलंपिक मुक्केबाजी क्वालीफायर में अपने अभियान की शानदार शुरुआत की.
अंजलि के सामने पहले दौर में विश्व रैंकिंग में 475 वें स्थान पर काबिज डायोन बैक की चुनौती होगी. अंजलि ने इससे पहले एआईटीए-सीएलटीए राष्ट्रीय रैंकिंग चैंपियनशिप में एकल खिताब जीता था और युगल में उपविजेता भी रही थी.
मुकाबला खत्म होने में जब केवल 20 सेकंड का समय बचा था तब मेसम ने आक्रामक रवैया अपनाया और भारतीय मुक्केबाज को नॉकआउट कर दिया. इस तरह से भारत के अभी तक जो चार मुक्केबाज रिंग पर उतरे हैं, उन्हें पहले दौर में ही हार का सामना करना पड़ा.
पहले दो चरण में कड़ा मुकाबला देखने को मिला क्योंकि दोनों मुक्केबाजों ने शुरू से ही आक्रामक रूख अपनाया. अजरबैजान के युवा मुक्केबाज ने अपनी गति और तेज मुक्कों से दीपक को परेशान किया. दीपक पहले और दूसरे दोनों चरण में 2-3 के समान स्कोर के साथ हार गए.
Devendra Jhajharia: पैरालंपिक खेलों में दो स्वर्ण सहित तीन पदक जीतने वाले झाझरिया ने महज आठ साल की उम्र में एक पेड़ पर चढ़ते समय बिजली के तार के संपर्क में आने के बाद अपने बाएं हाथ का एक हिस्सा गंवा दिया था.
अंकिता ने कुलम्बायेवम के साथ मिलकर युगल फाइनल में भी अपनी जगह पक्की कर ली. उन्होंने भारत और जापान के खिलाड़ियों की जोड़ी रिया भाटिया और मिचिका ओजेकी को 7-5, 6-2 से हराया.