सवाल- आपका जंप टोक्यो ओलिंपिक्स के ब्रॉन्ज़ मेडल विजेता माइकल मास्सो (8.21मी.) से बेहतर रहा. अब कैलीकट में नेशनल रिकॉर्ड बनाना और वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए क्वालिफाई करना कितनी बड़ी बात है?
एम श्रीशंकर- भारतीय लॉन्ग जंपर्स के लिए ये वर्ल्ड क्लास प्रदर्शन है. इतनी अच्छी टीम फ़िलहाल अमेरिका जैसे देशों के पास है. लेकिन वर्ल्ड चैंपियनशिप में मैं पहले भी हिस्सा ले चुका हूं. दोहा वर्ल्ड चैंपियनशिप्स 2019 में (7.62m) मैं फाइनल के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाया था. अब Federation Cup में प्नारदर्शन के बाद ना सिर्फ मुझसे बल्कि दूसरे भारतीय एथलीटों से भी उम्मीदें बढ़ गई हैं.
लॉन्ग जंप में बना नेशनल रिकॉर्ड- 'Super Shoes' से दुनिया भर के एथलीटों को फायदा
सवाल- नेशनल रिकॉर्ड बनाना और एशिया के अब तक के बेस्ट 10 जंप में इसकी गिनती होना, आपका हौसला बढ़ाता है?
एम श्रीशंकर- बिल्कुल. जैसा मैंने कहा हमारी टीम शानदार है. हम पेरिस ओलिंपिक्स में टॉप 5 में पहुंच सकते हैं. हमसे रियलिस्टिक उम्मीदें रहेंगी. मेडल को लेकर भी रियलिस्टिक उम्मीदें रहेंगी. लेकिन मुझे दुख है कि जेसविन ऑल्ड्रिन के नाम ये रिकॉर्ड नहीं हो पाया. विंड स्पीड (8.37 मीटर, विंड स्पीड +4.1m/s) की वजह से ये रिकॉर्ड उनके नाम नहीं हो पाया. वो ये रिकॉर्ड डिजर्व करते हैं. मुझे उनके लिए अफसोस है.
सवाल- आप दोनों में कैसी प्रतियोगिता रहती है, एक-दूसरे से मदद भी मिलती है?
एम श्रीशंकर- जेसविन ऑल्ड्रिन मेरे अच्छे दोस्त हैं. हम दोनों की होड़ से एक-दूसरे को मदद मिली है. हम एक-दूसरे का हौसला बढ़ाते हैं. यहीं, इस टूर्नामेंट में मो. अनीस भी 8.06 मीटर का जंप लगाकर ब्रॉन्ज हासिल किया है. हमारी टीम अच्छी बनी है.
सवाल- टोक्यो ओलिंपिक्स से लेकर अबतक का सफ़र कैसे देखते हैं?
एम श्रीशंकर- टोक्यो से पहले मुझे कोविड हो गया था. मेरा शरीर मेरा साथ नहीं दे रहा था. मैं ये बातें कई बार लोगों को बता चुका हूं. लेकिन लोग मेरे पिता और कोच एस. मुरली के अप्रोच को लेकर सवाल उठाते रहे. मेरे पिता से मुझे बड़ी मदद मिली है. अब मैं ठीक हूं और बड़े टूर्नामेंट के लिए तैयारी कर रहा हूं.
KKR की सबसे बड़ी खोज निकला यह भारतीय तेज गेंदबाज, टीम के मेंटर ने खुद किया खुलासा
सवाल- नए स्पाइक्स को लेकर दुनिया भर में चर्चा है. इन्हें 'सुपर शूज' कहा जा रहा है...
एम श्रीशंकर- हां..मैंने भी इसका इस्तेमाल किया है. लेकिन मुझे नहीं लगता है कि इसका कोई बड़ा एडवांटेज है. मैं पहले पुराने स्पाइक्स ही इस्तेमाल कर रहा था. इस दौरान पिता के कहने पर नए स्पाइक्स से कोशिश कर रहा हूं. लेकिन ये कोई बड़ी बात नहीं लगती...
सवाल- पूर्व लॉन्ग जंपर स्टार अंजू बॉबी जॉर्ज और दुनिया भर के कई एथलीट कह रहे हैं कि 'सुपर शूज़' का बड़ा फ़ायदा हो सकता है...
एम श्रीशंकर- मुझे ऐसा नहीं लगता. मैंने भी सुना है कार्बन फाइबर प्लेटेड शूज़ हैं. लेकिन ये नए तरह के स्पाइक्स हैं. कई बार तो मैं पुराने स्पाइक्स में ही बेहतर महसूस करता हूं. ये बस अलग हैं.
IPL से जुड़ी Latest Updates के लिए अभी NDTV Sports Hindi को सब्सक्राइब करें. Click to Subscribe