विज्ञापन
This Article is From Dec 13, 2021

सचिन ने हैमिल्टन के दुर्भाग्य के प्रति जतायी सहानुभूति, नाटकीय अंदाज में विश्व चैंपिनशिप हार गए हैमिल्टन

समाप्त हुई रेस का समापन बहुत ही नाटकीय अंदाज में हुआ. आखिरी कुछ चक्करों के दौरान हैमिल्टन बिना किसी परेशानी के रेस में सबसे आगे चल रहे थे. लेकिन उनकी टक्कर विलियम के निकोलस लतीफी से हो गयी.

सचिन ने हैमिल्टन के दुर्भाग्य के प्रति जतायी सहानुभूति, नाटकीय अंदाज में विश्व चैंपिनशिप हार गए हैमिल्टन
दुर्भाग्य ने हैमिल्टन की जीत को हार में तब्दील कर दिया
  • ...और हैमिल्टन की जीत हुई हार में तब्दील
  • एक एक्सीडेंट और हाथ से निकल गयी विश्व चैंपियनशिप
  • जीतते, तो होता लगातार 8वां विश्व खिताब
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
नयी दिल्ली:

रविवार को संपन्न हुई अबु धाबी ग्रां. प्रि. में मर्सिडीज के विश्व विख्यात रेसर लेविस हैमिल्टन का फॉर्मूला विश्व चैंपियनशिप जीतने का सपना आखिरी पलों में चूर हो गया. अगर हैमिल्टन यह रेस जीत जाते, तो यह उनकी लगातार आठवां विश्व चैंपियनशिप खिताब होता. यह रेस रेड बुल के वर्स्टापेन ने जीता, जो उनके करियर का पहला खिताब रहा. हैमिल्टन की इस दुर्भाग्यपूर्ण हार पर भारतीय दिग्गज सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट करते हुए उनके प्रति संवेदना प्रकट की.

सचिन ने ट्वीट करते हुए लिखा, "क्या शानदार रेस रही. पहली पार  विश्व चैंपियन बनने के लिए मैक्स को बहुत-बहुत बधाई. उम्मीद है व और कई खिताब जीतेंगे. बहरहाल, मुझे हैमिल्टन लुईस से सहानुभूति है. उनका सत्र बहुत ही शानदार रहा. अगर सेफ्टी कार नहीं होती तो ट्रॉफी पर हैमिल्टन का कब्जा होता. यह पूरी तरह से दुर्भाग्य की मार रही. अगले सत्र के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं."  

बहरहाल, समाप्त हुई रेस का समापन बहुत ही नाटकीय अंदाज में हुआ. आखिरी कुछ चक्करों के दौरान हैमिल्टन बिना किसी परेशानी के रेस में सबसे आगे चल रहे थे. लेकिन उनकी टक्कर विलियम के निकोलस लतीफी से हो गयी.  इससे सेफ्टी कार को अंदर लाया गया और इस पहलू से रेड बुल के मैक्स वर्स्टापेन ने दूरी को पाटते हुए खिताब को अपनी झोली में डाल लिया.  

लैप में चल रही कारों को सेफ्टी कार के स्टार्ट होने से पहले ही आगे निकलने की अनुमति दे दी गयी. इससे वेर्स्टापेन आखिरी लैप में लगभग हैमिल्टन के साथ रेस लगाने की स्थिति में न केवल आ गए, बल्कि उन्होंने यह रेस भी जीत ली, और हैमिल्टन को दुर्भाग्य की मार झेलनी पड़ी. हैमिल्टन ने मौके का पूरा-पूरा पायदा उठाया और आसानी से हैमिल्टन को पछाड़ते हुए विश्व चैंपियनशिप जीत ली. 


 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com