Bajrang Punia ने पहले ईरानी पहलवान को पटक कर जीता 'दंगल' फिर ऐसी खेल भावना से जीत लिया दिल- Video

कुश्ती में भारत के लिए टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) में पदक की आखिरी उम्मीद बजरंग पूनिया (Indian wrestler Bajrang Punia) ने ईरान के मुर्तजा चेका घियासी के खिलाफ शुक्रवार को यहां 65 किग्रा भार वर्ग में अपने अनुभव और कौशल का शानदार इस्तेमाल करते हुए जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में जगह पक्की की

Bajrang Punia ने पहले ईरानी पहलवान को पटक कर जीता 'दंगल' फिर ऐसी खेल भावना से जीत लिया दिल- Video

बजरंग पूनिया के खेल भावना ने जीत लिया दिल

कुश्ती में भारत के लिए टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) में पदक की आखिरी उम्मीद बजरंग पूनिया (Indian wrestler Bajrang Punia) ने ईरान के मुर्तजा चेका घियासी के खिलाफ शुक्रवार को यहां 65 किग्रा भार वर्ग में अपने अनुभव और कौशल का शानदार इस्तेमाल करते हुए जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में जगह पक्की की. अपने विरोधी पहलवान को मैट पर पटकने के बाद जिस तरह से बजरंग ने खेल भावना दिखाई उसने फैन्स का दिल जीत लिया है. बता दें कि बजरंग को जब जीत मिली तो ईरान के पहलवान मुर्तजा निराश होकर मैट पर ही लेटे हुए थे. ऐसे में बजरंग ने खेल भावना का परिचय दिया और उन्हें उठने के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाया. बजरंग के इस खेल भावना की चर्चा हर तरफ हो रही है. सोशल मीडिया पर उनकी यह तस्वीर खूब वायरल हो रही है. 

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बता दें कि ईरान के पहलवान ने पहले पीरियड में एक अंक जुटाकर बजरंग पर बढ़त बना ली.  इस पीरियड में ज्यादातर समय बजरंग घियासी की रक्षात्मक खेल को मात नहीं दे सके. इस दौरान घियासी ने बजरंग के दायें पैर पर मजबूत पकड़ बना ली थी. दूसरे पीरियड के आखिरी क्षणों में भी घियासी ने बजरंग के दायें पैर पर फिर से मजबूत पकड़ बनाने में सफल रहे लेकिन भारतीय पहलवान ने शानदार कौशल का परिचय दिया और वह इससे बाहर निकलने में सफल रहे. उन्होंने इसके बाद घियासी को चित कर जीत दर्ज की.


बजरंग को फाइनल में जगह बनाने के लिए अजरबैजान के हाजी अलीव से भिड़ना होगा अलीव तीन बार के विश्व चैंपियन और रियो खेलों के कांस्य विजेता हैं. बजरंग ने इससे पहले किर्गीस्तान के अर्नाजार अकमातालिएव को हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह पक्की की थी. ओलंपिक खेलों के अपने पहले मुकाबले के शुरुआती पीरियड के आखिरी क्षणों में बजरंग ने अकमालालिएव को मैट पर पटक कर 3-1 की बढ़त बना ली लेकिन किर्गीस्तान के पहलवान ने दूसरे पीरियड में पुशआउट के जरिये दो बार एक-एक अंक जुटाकर स्कोर बराबर कर दिया.

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बजरंग ने दो अंक वाला एक स्कोर बनाया था इसलिए उन्हें विजेता घोषित किया गया. बजरंग के लिए यह मुकाबला आसान नहीं था. वह रूस के एक स्थानीय टूर्नामेंट के दौरान घुटने की मामूली चोट से उबर कर इन खेलों में आए है.  

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