पूर्व हॉकी खिलाड़ी जफर इकबाल की सफाई, AMU के नाम से 'मुस्लिम' शब्‍द हटाने की बात नहीं कही..

पूर्व हॉकी खिलाड़ी जफर इकबाल की सफाई,  AMU के नाम से 'मुस्लिम' शब्‍द हटाने की बात नहीं कही..

जफर इकबाल मॉस्‍को ओलिंपिक में गोल्‍ड जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्‍य थे (फाइल फोटो)

खास बातें

  • बोले, मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया
  • मैंने एएमयू का नाम बदलने की पैरवी नहीं की
  • भारत, हॉकी और एएमयू से बेइंतहा मुहब्‍बत है
अलीगढ़:

भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान और ओलिंपिक खेलों की स्वर्ण पदक विजेता टीम के सदस्य रह चुके जफर इकबाल (Zafar Iqbal) ने उनके द्वारा अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) का नाम बदलने की हिमायत करने की खबरों पर नाराजगी जताई है. भारतीय हॉकी टीम में फारवर्ड की हैसियत से खेले जफर ने कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है. AMU के छात्र रह चुके जफर इकबाल ने कहा कि मीडिया में प्रचारित हो रहा है कि उन्होंने एएमयू का नाम बदलने की मांग का समर्थन किया. मीडिया में उनके नाम से गलत बातें फैलायी जा रही हैं. जफर इकबाल (Zafar Iqbal) कहा कि वह इस बात से दुखी हैं कि कुछ राजनीतिक ताकतें AMU को सिर्फ इसलिये बदनाम करने की कोशिश कर रही हैं क्योंकि उसके नाम में मुस्लिम शब्द जुड़ा है. AMU ने दुनिया को हर क्षेत्र में जबर्दस्त उपलब्धियां हासिल करने वाली हस्तियां दी हैं.

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इकबाल ने कहा कि उन्हें भारत, उसके राष्ट्रीय खेल हॉकी और AMU से बेइंतहा मुहब्बत है. आखिर कोई यह कैसे सोच भी सकता है कि मैं महज मुस्लिम शब्द हटा देने से एएमयू की मुसीबतें खत्म हो जाने की बात करूंगा. मैंने भाईचारे और राष्ट्रवाद का सबक इसी एएमयू से सीखा है, जहां कभी हिन्दू और मुस्लिम के भेदभाव की रत्ती भर जगह नहीं रही.


वीडियो: भारतीय हॉकी टीम के कोच हरेंद्र सिंह से खास बातचीत

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अपने साथ जुड़े ताजा विवाद के बारे में सफाई देते हुए पूर्व भारतीय हॉकी कप्तान ने कहा कि पिछले सप्ताह किसी पत्रकार ने एएमयू से शिक्षाप्राप्त महान हॉकी खिलाड़ियों के नाम जानने के लिये उन्हें फोन किया था. इस दौरान पत्रकार ने उनसे एएमयू के बार-बार विवादों में फंसने के कारण के बारे में पूछा था. जफर इकबाल (Zafar Iqbal) ने बताया कि उन्होंने जवाब दिया था कि एएमयू को विवादों में लाने के पीछे पूर्वाग्रह की भावना है. उन्हें दुख है कि एएमयू को लेकर पहले जो सम्मान था, अब उसकी जगह संदेह और असहिष्णुता ने जगह ले ली है. कुछ लोगों ने महज मुस्लिम शब्द जुड़ा होने की वजह से ही एएमयू पर हमलावर होने की आदत पाल ली है. उन्होंने कहा कि उनके इसी बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है, जिसकी वह निंदा करते हैं. (इनपुट: एजेंसी)