World Cup stunning moments: 'हैंड ऑफ डेविल' के नाम से जाना जाता है
खास बातें
- 1986 फीफा वर्ल्डकप के क्वार्टर फाइनल में माराडोना का गोल रहा विवादों वाला
- इंग्लैंड के खिलाफ किया गया गोल कहलाया 'द हैंड ऑफ डेविल
- 1986 फीफा वर्ल्डकप का खिताब अर्जेंटिना ने जीता था
FIFA World Cup Moment History: फीफा वर्ल्ड कप का आगाज 20 नवंबर से होना वाला है. इस बार वर्ल्ड कप में कुल 32 टीमें भाग ले रही है. बता दें कि फुटबॉल के इस महाकुंभ में 4 ग्रुप बनाए हैं जिसमें 4-4 टीमों को रखा गया है. इस बार के वर्ल्ड कप में भी कुछ ऐसे मोमेंट फैन्स को देखने को मिलेंगे जिसे देखकर लोग हैरान हो सकते हैं. फीफा का इतिहास हैरान करने वाले मौकों से भरा पड़ा है. ऐसे में आज जानते हैं उस गोल की कहानी जिसने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया था. जिसे 'हैंड ऑफ गॉड' के नाम से भी जाना जाता है.
डिएगो माराडोना का 'हैंड ऑफ गॉड' गोल
डिएगो माराडोना (Diego Maradona) फुटबॉल के इतिहास में महान फुटबॉलर में गिने जाते हैं. अर्जेंटीना के लिए माराडोना ने अपने करियर में 4 बार फीफा वर्ल्ड कप में हिस्सा लिया था. अपने करियर में जहां माराडोना बेहतरीन खिलाड़ी रहे तो वहीं कई विवादों में भी फंसे. ऐसा ही एक विवाद उनके करियर में तब हुआ जब उन्होंने साल 1986 के फीफा वर्ल्ड कप (1986 FIFA World Cup) में अर्जेंटीना टीम की ओर से कप्तानी की. मैक्सिको में आयोजित हुए वर्ल्डकप के क्वार्टर फाइनल में माराडोना के नाम एक ऐसा विवाद जुड़ा जिसे आज भी याद किया जाता है. 1986 फीफा वर्ल्डकप क्वार्टऱ फाइनल में इंग्लैंड की टीम के साथ अर्जेंटीना की टीम का मुकाबला हुआ था. 22 जून 1986 को खेले गए इस मैच में अर्जेंटीना ने इंग्लैंड को 2- 1 से हराकर वर्ल्ड कप से बाहर कर दिया था. इस मैच में भले ही अर्जेंटीना की टीम को जीत मिली लेकिन मैच के दूसरे हॉफ के खेल में 6 मिनट ही हुए थे कि माराडोना ने एक गोल किया जिसे “हैंड ऑफ द गॉड” औऱ “हेडर” कहा गया.
दरअसल हुआ ये कि जिस तरह से 51वें मिनट में माराडोना ने गोल किया था उसे देख ऐसा लग रहा था कि उन्होंने अपने हाथ से मारकर गोल किया है. हालांकि रेफरी ने गोल को मान्य करार दिया और अर्जेंटीना के खिलाड़ियों ने भी इसका जश्न भरपूर तरीके से मनाया था. मैच के बाद माराडोना ने इस गोल का भी जिक्र किया था और मीडिया से बात करते हुए कहा था 'ये गोल कुछ मेरे सिर से हुआ और कुछ भगवान के हाथ से' तब से यह विवादित गोल 'हैंड ऑफ गॉड' के नाम से जाना जाने लगा.'
अपने आत्मकथा में माराडोना ने जिक्र किया है उस यादगार गोल का
बता दें कि साल 2002 के आत्मकथा में माराडोना ने उस गोल का जिक्र किया और लिखा है 'क्वार्टर फाइनल में उनके द्वारा किया गया वह गोल 'हैंड ऑफ गॉड' (The Hand of God) नहीं बल्कि “हैंड ऑफ माराडोना था “
इंग्लिश मीडिया ने इसे 'द हैंड ऑफ डेविल' गोल कहा
1986 में इंग्लैंड को मिली इस हार से इंग्लिश मीडिया काफी नाराज हुआ था, उस समय इंग्लिश मीडिया ने माराडोना के गोल को 'द हैंड ऑफ डेविल (Hand of the Devil) 'शैतान का हाथ' कहा था. 1986 वर्ल्ड कप के फाइनल में अर्जेन्टीना जर्मनी को 3-2 से हराकर चैम्पियन बनने में सफल रही थी.
बता दें कि माराडोना अपने बेहतरीन खेल के लिए जाने गए तो नशा करने में आगे रहे. कहा जाता है कि साल 1980 से लेकर 2004 तक माराडोना कोकीन की लत का शिकार हो गए थे, यही कारण रहा था कि उनके फुटबॉल खेलने की क्षमता घटती चली गई थी. माराडोना का जन्म 30 अक्टूबर 1960 को अर्जेंटीना के लानुस में हुआ था.