इस वजह से पत्थरबाजी की घटना में शामिल हुई थीं कश्मीरी फुटबॉलर अफशां आशिक

इस वजह से पत्थरबाजी की घटना में शामिल हुई थीं कश्मीरी फुटबॉलर अफशां आशिक

अफशां आशिक की फाइल फोटो

खास बातें

  • दिसंबर 2017 में हुई थी अफशां की फोटो वायरल
  • जम्मू-कश्मीर पुलिस पर पत्थर फेंकती दिखाई पड़ी थीं
  • हाल ही में भारतीय महिला लीग में लिया हिस्सा
कश्मीर:

गलत कारणों से सुर्खियों में आई कश्मीरी फुटबाल गोलकीपर अफशां आशिक (Afshan AshiQ) मौजूदा भारतीय महिला लीग (आईडब्ल्यूएल) में हिस्सा लेने के बाद अब 'पत्थरबाज से फुटबालर बनी' के रूप में उभरना चाहती हैं. दिसंबर 2017 में अफशां (Afshan Ashiq) की एक फोटो सोशल मीडिया पर वाइरल हो गई हुई थी, जिसमें वह जम्मू-कश्मीर पुलिस पर पत्थर फेंकती दिख रही थीं. अफशां उस समय श्रीनगर में टूरिस्ट रिसेप्शन सेंट ग्राउंड में 12 से 22 साल की कश्मीरी लड़कियों को फुटबॉल की कोचिंग दे रही थी, तब यह घटना घटी थी. 

यह भी पढ़ें: FOOTBALL: बायर्न म्युनिख ने लगातार सातवीं बार जीता जर्मन लीग का खिताब

इतर अफशां के हवाले से कहा, "उन्होंने (पुलिस ने) हमारे साथ दुर्व्यवहार किया, मेरे छात्रों को थप्पड़ मारा. अगर वे हमारे साथ इस तरह के व्यवहार करते हैं तो वे हमसे क्या उम्मीद करते हैं". उन्होंने कहा, "मुझे एक पत्थरबाज करार दिया गया, लेकिन मैं हमेशा से एक फुटबालर रही हूं. मैं बस एक दिन थी." अफशां ने आगे कहा, "मैंने चिल्लाया 'तुम मुझे पत्थरबाज क्यों कह रहे हो, मैं वह नहीं हूं'. मुझे कहा गया था कि तुम एक पेशेवर पत्थरबाज की तरह ही फेकों. मीडिया ने उस तरह की अजीब कहानी बनाई और मैंने कहा था कि 'कृपया इसे हटा दें'. सोशल मीडिया पर जारी फोटो में अफशां का चेहरा डुपट्टा से ढका हुआ था. 


यह भी पढ़ें: Football: छह माह तक ड्राइविंग नहीं कर सकेंगे मशहूर फुटबॉलर डेविड बैकहेम, इस गलती की मिली 'सजा'

उन्होंने कहा, " उस घटना के बाद जब मैं ट्रेनिंग के लिए गई तो मैंने सोचा कि किसी को भी यह नहीं पता होगा कि यह मैं थी. बाद में खेल सचिव ने आकर मुझसे कहा कि अब आप सोशल मीडिया पर प्रसिद्ध हैं. मैंने जवाब दिया कि मैंने कुछ भी नहीं किया है. उन्होंने कहा कि आपको पता चल जाएगा कि आपने क्या किया." अफशां ने ट्रेनिंग के दौरान वही ड्रेस पहनी थी जो उन्होंने पत्थर फेंकने के दौरान पहनी थी. इससे खेल सचिव को उनकी पहचान करने में मदद मिली.

VIDEO: काफी समय पहले एनडीटीवी ने भारतीय फुटबॉल कप्तान सुनील छेत्री से बात की थी. 

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

अफशां ने कहा, "मुझे कबूल करना पड़ा. उन्होंने कहा 'मैं आपके साथ हूं. आप बस मीडिया से बात करें और उन्हें सच्चाई बताएं. बस उन्हें बताएं कि क्या हुआ था.' हर कोई सोच रहा है कि कश्मीर में खेल का कोई भविष्य नहीं है और मैंने सोचा कि ठीक है, मैं बात करूंगी." 
 



(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)