खास बातें
- टूर्नामेंट में उपद्रव की भी आशंका, पुलिस बल तैनात
- किसी भी संदिग्ध विमान के लिए अलर्ट पर रहेगी वायुसेना
- स्टेडियमों में तैनात रहेंगे बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी
मॉस्को : रूस में 14 जून से प्रारंभ होने वाले फीफा वर्ल्डकप 2018 के दौरान आतंकी हमले और उपद्रव की आशंका खुफिया एजेंसियों ने जताई है. फुटबॉल के इस महाआयोजन के दौरान आतंकवाद और उपद्रव के दोहरे खतरे से निपटने के लिए रूस वायु सुरक्षा प्रणाली लगाने के साथ प्रशंसकों की पृष्टभूमि की कड़ी जांच करेगा. गौरतलब है कि रूस को 2010 में जब इस टूर्नामेंट की मेजबानी सौपी गई थी तब भी वहां उपद्रव से निपटने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस को तैनात किया गया था. रूस जाने वाले प्रशंसकों को वर्ल्डकप की मेजबानी करने वाले 12 शहरों में से कहीं पहुंचने पर पुलिस से पंजीकृत करना पड़ेगा.
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इसके साथ ही जलमार्गों से होने वाली यातायात में कटौती की गई ताकि सुरक्षाकर्मियों को स्थिति पर नजर रखने में आसानी हो. वर्ल्डकप में रूस और सऊदी अरब के बीच होने वाले शुरुआती मुकाबले के लिए लुजनिकी स्टेडियम की सुरक्षा के लिए कम से कम 30 हजार सुरक्षाकर्मियों को लगाया जाएगा.
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लड़ाकू विमानों का दल मॉस्को के पास तैयार रहेगा और वायुसेना संदिग्ध विमान के लिए अलर्ट पर रहेगी. एफएसबी घरेलू सुरक्षा सेवा के उन प्रमुख् एलेक्सी लावरिशचेव ने कहा , ‘कई वर्षों की तैयारी के बाद हमने ऐसी सुरक्षा योजना तैयार की है. हम सुरक्षा की किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार है.’वर्ल्डकप 2018 के आयोजन से फुटबॉल की नियामक संस्था फीफा को कुल 4.83 अरब डॉलर की कमाई होगी. साथ ही संस्था ने विजेता और उपविजेता टीम को मोटी इनामी रकम देने का ऐलान किया है. फीफा ने इस साल विजेता टीम को 3.8 करोड़ डॉलर देने का फैसला किया है. उपविजेता टीम को 2.8 करोड़ डॉलर मिलेंगे जबकि तीसरे स्थान पर आने वाली टीम को 2.4 करोड़ डॉलर का पुरस्कार मिलेगा. फीफा वर्ल्डकप में 32 टीमें हिस्सा ले रही हैं. इन टीमों को चार-चार के आठ ग्रुप में विभाजित किया गया है. प्रत्येक ग्रुप से दो टीमों नॉकआउट दौर में प्रवेश करेंगी. (इनपुट: एजेंसी)