मेसी के नाम पर वर्ल्डकप में पांच गोल दर्ज हैं, इसमें से चार गोल उन्होंने कप्तान के रूप में बनाए हैं
खास बातें
- वर्ल्डकप में कप्तान के रूप में चार गोल दग चुके हैं मेसी
- तीन गोल बनाते ही कप्तान के रूप में माराडोना का रिकॉर्ड तोड़ देंगे
- कप्तानी करते हुए माराडोना ने वर्ल्डकप में बनाए थे छह गोल
नई दिल्ली: रूस में 14 जून से फुटबॉल के महासमर की शुरुआत के साथ ही नए रिकॉर्ड के बनने का सिलसिला भी शुरू हो जाएगा. 11 शहरों के 12 स्थलों पर होने वाले फीफा वर्ल्डकप के दौरान कई रिकॉर्ड दांव पर होंगे. इस महाआयोजन में क्रिस्टियानो रोनाल्डो, नेमार, लियोनेल मेसी और सुआरेज जैसे बड़े सितारे भाग ले रहे हैं लेकिन सबसे बड़ा आकर्षण अर्जेंटीना के दिग्गज खिलाड़ी लियोनल मेसी होंगे जो वर्ल्डकप में सर्वाधिक गोल करने वाले कप्तान बन सकते हैं. वर्ल्डकप में कप्तान के रूप में सर्वाधिक गोल का रिकॉर्ड अर्जेंटीना के महान खिलाड़ी और मेसी के पूर्व कोच डिएगो माराडोना के नाम दर्ज है जो राष्ट्रीय टीम की अगुआई करते हुए विश्व कप में छह गोल दाग चुके हैं. मेसी के पास रूस में इस रिकॉर्ड को अपने नाम करने का सुनहरा मौका होगा.
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उनके नाम पर वर्ल्डकप में पांच गोल दर्ज हैं जिसमें से चार उन्होंने 2014 में ब्राजील में कप्तान के तौर किए थे. यदि मेसी रूस में दो और गोल करते हैं तो माराडोना की बराबरी कर लेंगे, दूसरी ओर तीन गोल के साथ वह इस रिकॉर्ड को तोड़ देंगे. जर्मनी के स्टार थामस म्यूलर तीन वर्ल्डकप में पांच या इससे अधिक गोल करने वाले पहले खिलाड़ी बनने के इरादे से उतरेंगे. म्यूलर के अलावा जर्मनी के हमवतन मिरोस्लाव क्लोसे और पेरू के तियोफिलो कुबिलास ही एक से अधिक वर्ल्डकप में पांच या इससे अधिक गोल कर पाए हैं. जर्मनी के क्लोस 16 गोल के साथ वर्ल्डकप में सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ी हैं और म्यूलर उनसे छह गोल पीछे हैं. मिस्र के गोलकीपर और कप्तान एसाम अल हदारी अगर रूस में वर्ल्डकप मुकाबले के लिए उतरते हैं तो वे इस टूर्नामेंट में खेलने वाले सबसे अधिक उम्र के खिलाड़ी बन जाएंगे.
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हदारी की उम्र 45 साल और पांच महीने है जबकि पिछला रिकॉर्ड ब्राजील 2014 में कोलंबिया के फेरिड मोंड्रेगन ने बनाया था जो 43 साल और तीन दिन की उम्र में अपने देश का प्रतिनिधित्व करने उतरे थे. वर्ल्डकप में उम्रदराज खिलाड़ियों के अलावा उम्रदराज कोच भी अपनी टीमों को मार्गदर्शन कर रहे हैं और अगर प्री क्वार्टर फाइनल में उरुग्वे और पुर्तगाल की टीमें आमने-सामने होती हैं तो इनके कोच क्रमश: ऑस्कर तबारेज और फर्नांडो सांतोस कुल उम्र के मामले में नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाएंगे. उस समय इन दोनों कोचों की संयुक्त उम्र 135 साल और तीन महीने होगी और ये 133 साल और नौ महीने के मौजूदा रिकॉर्ड को तोड़ देंगे जो यूनान के ओटो रेहागेल और नाइजीरिया के लार्स लेगरबैक ने दक्षिण अफ्रीका में 2010 में बनाया था.
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राफा मार्कवेज भी मौजूदा टूर्नामेंट के सबसे उम्रदराज खिलाड़ियों की सूची में शामिल हैं और वह भी अपना नाम इतिहास में दर्ज कराने के करीब हैं. मार्कवेज को अगर रूस में खेलने का मौका मिलता है तो वह पांच वर्ल्डकप में खेलने वाले दुनिया के सिर्फ तीसरे और मैक्सिको के दूसरे खिलाड़ी बन जाएंगे. अब तक मैक्सिको के एंटोनियो कर्बाजल और जर्मनी के लोथार मथाउस ही यह उपलब्धि हासिल कर पाए हैं. इटली के जियानलुइगी बुफोन भी पांच वर्ल्डकप में टीम का हिस्सा थे लेकिन फ्रांस में 1998 में हुए वर्ल्डकप में उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला था. मार्कवेज की नजरें एक और रिकॉर्ड पर होगी और इस रिकॉर्ड के लिए उनके साथ पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो और आस्ट्रेलिया के टिम काहिल भी दावेदार होंगे. ये तीनों अगर वर्ल्डकप 2018 में गोल करते हैं तो चार वर्ल्डकप में गोल करने वाले खिलाड़ियों की सूची में शामिल हो जाएंगे. इससे पहले जर्मनी के युवे सीलर और क्लोस तथा ब्राजील के पेले ही यह उपलब्धि हासिल कर पाए हैं. अब तक मारियो जगालो और फ्रेंज बैकेनबायर ही खिलाड़ी और कोच दोनों के रूप में वर्ल्डकप जीतने में सफल रहे हैं लेकिन अगर फ्रांस की टीम रूस में खिताब जीतने में सफल रही तो दिदिएर डेस्चैंप्स का नाम भी इस सूची में शामिल हो जाएगा. डेस्चैंप्स की अगुआई में 1998 में फ्रांस ने अपनी सरजमीं पर खिताब जीता था. (इनपुट: एजेंसी)