
भारतीय क्रिकेट काफी बड़ा है. भारतीय क्रिकेट के इतिहास में कई ऐसे दिग्गज हुए हैं जिन्होंने अपने रिकॉर्ड से वर्ल्ड क्रिकेट को हैरान किया है. चाहे वो सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) हों या फिर रोहित शर्मा (Rohit Sharma). इन भारतीय दिग्गज के अलावा कई और भारतीय हैं जिनका रिकॉर्ड भारतीय क्रिकेट में असाधारण है. हर एक क्रिकेटर के लिए वर्ल्डकप खेलना उसके क्रिकेट करियर का सबसे बड़ा पल होता है और यदि वह क्रिकेट वर्ल्डकप में अपने परफॉर्मेंस के बल पर अपनी टीम को जीत दिलाता है तो उस खिलाड़ी के लिए वह पल यादगार बन जाता है. ऐसे ही एक दिग्गज हैं युवराज सिंह (Yuvraj Sing). भारतीय क्रिकेट में युवराज सिंह ने अपना डेब्यू 2000 में किया था. भारत की ओर से युवराज ने 2003 वर्ल्डकप 2007 वर्ल्डकप और 2011 का वर्ल्डकप खेला है. 2011 वर्ल्डतकप में युवी ने अपने दम पर भारत को खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाई है. 2011 के वर्ल्डकप में युवी प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट के खिताब से नवाजे गए थे.
9 years of India's 2011 World Cup win @YUVSTRONG12 dream performance ends in tears of joy
— Ranjan Singh (@ranjansingh41) June 10, 2020
Yuvraj Singh was deservedly adjudged Player of the tournament in the 2011 #WorldCup after he amassed 362 runs in 9 ODIs and picked 15 wickets #MissYouYuvi #RestInPeace pic.twitter.com/wNsvdY66WU
युवी ने इस वर्ल्डकप में बल्लेबाजी से कुल 362 रन बनाए थे तो वहीं 15 विकेट लेने में सफल रहे हैं. युवराज सिंह भारत के इकलौते क्रिकेटर हैं जिन्होंने वर्ल्डकप के एक मैच में अर्धशतक और 5 विकेट हॉल करने का कारनामा किया है. 6 मार्च 2011 को बैंगलोर में आयरलैंड के खिलाफ मैच के दौरान युवी ने 31 रन देकर 5 विकेट झटके थे तो वहीं बल्लेबाजी से 50 रन की नाबाद पारी खेली थी. वहीं आपको बता दें कि वर्ल्ड कप के इतिहास में ऐसा कारनामा बांग्लादेश के शाकिब अल हसन (Shakib Al Hasan) ने भी किया है. शाकिब ने 2019 वर्ल्डकप में अफगानिस्तान के खिलाफ मैच में यह कारनामा किया था. 24 जून 2019 को खेले गए मैच में शाकिब ने पहले तो 51 रनों की पारी खेली और बाद में फिर गेंदबाजी करते हुए 10 ओवर में 29 रन खर्च करते हुए 5 विकट चटकाए थे.
Yuvraj Singh in 2011 WC
— S H A R I F (@sharifS10187) June 10, 2020
Runs - 362
Avg - 90.50
86.19 - S/R
1
4 50s
15 - Wickets
Man Of The Tournament #MissYouYuvi pic.twitter.com/uIBDbcYWEo
युवराज सिंह की बात करें तो उन्होंने अपने वनडे करियर मे कुल 111 विकेट लेने में सफल रहे हैं. पार्ट टाइम स्पिन गेंदबाज के तौर पर युवी हमेशा से धोनी (MS Dhoni) की पसंद रहे, यही कारण रहा कि 2011 वर्ल्डकप में उन्होंने गेंदबाजी से भी कारनामा कर भारतीय टीम के लिए इतिहास लिखने में अहम भूमिका निभाई. बता दें कि भारतीय क्रिकेट (Indian Cricket history) के इतिहास में पार्ट टाइम गेंदबाजों की बात होगी तो सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) का भी नाम लिया जाएगा. सचिन ने अपने वनडे करियर में जहां रनों का अंबार लगाया है तो कुल 154 विकेट चटकाए हैं.
सचिन दुनिया के एक मात्र ऐसे गेंदबाज हैं जिन्होंने वनडे क्रिकेट में आखिरी ओवर में दो दफा 6 या उससे कम रनों का बचाव करने का अनोखा रिकॉर्ड बनाया है. तेंदुलकर ने वनडे में अपना पहला विकेट उस समय हासिल किया था जब वो केवल 17 साल 224 दिन के थे. भारत की ओर से सबसे कम उम्र में विकेट चटकाने वाले खिलाड़ी का रिकॉर्ड तेंदुलकर के नाम है.
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