
यो-यो टेस्ट को लेकर हाल के दिनों में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और टीम इंडिया प्रबंधन का रुख़ काफ़ी कड़ा रहा है. इस टेस्ट को क्लियर नहीं कर पाने वाले खिलाड़ियों को टीम में नहीं चुना जाता. तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी अफ़गानिस्तान के साथ इकलौते टेस्ट के पहले यो-यो टेस्ट में पास नहीं हो पाए और उन्हें मैच खेलने का मौक़ा नहीं मिला था. इसी तरह इस टेस्ट में नाकाम होने के कारण अंबाती रायुडू और संजू सैमसन को भी इंडिया ए टीम की ओर से इंग्लैंड के दौरे पर जाने का अवसर नहीं मिल पाया था. क्रिकेट में खेल में यो-यो टेस्ट को इतना अधिक महत्व दिए जाने को लेकर कई पूर्व खिलाड़ी सवाल उठा चुके हैं, इन खिलाड़ियों को हाल में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का भी साथ मिल गया है. सचिन ने कहा कि उन्हें डर है कि फ़िटनेस के नाम पर टैलेंटेड खिलाड़ी क्रिकेट के पूल से बाहर न हो जाएं.
यहां विराट कोहली ने सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ा, पर नहीं दे सके 'मॉडर्न ब्रेडमैन' को मात
महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने कहा कि मैंने यो-यो टेस्ट तो नहीं दिया है मगर हमारे समय में इसी से मिलता-जुलता बीप टेस्ट होता था. यो-यो टेस्ट महत्वपूर्ण है लेकिन यही इकलौता मापदंड नहीं होना चाहिए. फ़िटनेस के साथ-साथ खिलाड़ी की क्षमता भी देखनी चाहिए. गौरतलब है कि यो-यो टेस्ट को लेकर गौतम गंभीर ने चुटकी लेते हुए बेटी आजीन का एक वीडियो ट्वीट किया है जिसमें वे यो-यो टेस्ट करते दिखाई दे रहीं हैं. भारत के लिए 58 टेस्ट और 147 वनडे खेल चुके गंभीर ने सवाल करते हुए लिखा है कि क्या उनकी बेटी ने यो-यो टेस्ट पास कर लिया है. उन्होंने वीडियो पोस्ट में युवराज सिंह, हरभजन सिंह के साथ-साथ सचिन तेंदुलकर को भी टैग किया है.
क्या है यो-यो टेस्ट
गौरतलब है कि खिलाड़ी की फिटनेस आंकने का पैमाना माने जाने वाले यो-यो टेस्ट को डेनमार्क फ़ुटबॉल टीम के फिजियोलॉजिस्ट जेंस बेंग्सबो की देन माना जाता है. अब इसे ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और टीम इंडिया ने भी फिटनेस का पैमाना बना लिया है. यह अलग बात है कि इस टेस्ट ने टीम इंडिया के खिलाड़ियों की मुश्किलें बढ़ाने का काम किया है. तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी हाल ही में अफ़गानिस्तान के साथ इकलौते टेस्ट के पहले यो-यो टेस्ट में पास नहीं हो पाए और उन्हें मैच खेलने का मौक़ा नहीं मिल पाया था. बहरहाल अब यो-यो को क्लियर करके शमी इंग्लैंड के साथ टेस्ट सीरीज़ के लिए तैयार हैं. जनवरी में जोहानिसबर्ग टेस्ट के बाद से शमी ने इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेला है. शमी की तरह युवा बल्लेबाज संजू सैमसन भी इस टेस्ट में नाकाम रहने के कारण भारत ए टीम के सदस्य के रूप में इंग्लैंड नहीं जा पाए थे. संजू ने भी अब एनसीए में यो-यो टेस्ट पास कर लिया है.
वीडियो: मैडम तुसाद म्यूजियम में विराट कोहली
विराट कोहली के नेतृत्व में टीम इंडिया के इंग्लैंड रवाना होने के पहले रोहित शर्मा के यो-यो टेस्ट को लेकर भी मीडिया में विरोधाभासी खबरें आई थीं. बहरहाल इंग्लैंड में रोहित ने अपने शानदार प्रदर्शन से साबित किया कि फ़िटनेस के साथ-साथ फ़ॉर्म और अनुभव को भी ध्यान में रखने की ज़रूरत है. वैसे, बीसीसीआई ने साफ़ कर रखा है कि बिना फ़िटनेस टेस्ट पास किए किसी भी खिलाड़ी को टीम में शामिल नहीं किया जाएगा. कप्तान और कोच भी यो-यो टेस्ट को काफी महत्व देते रहे हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं