World Cup Final:...और अब सौरव गांगुली भी फ्रांस-क्रोएशिया मुकाबला देखने मॉस्को में

World Cup Final:...और अब सौरव गांगुली भी फ्रांस-क्रोएशिया मुकाबला देखने मॉस्को में

फाइनल देखने मॉस्को पहुंचे गांगुली सेल्फी लेते हुए

खास बातें

  • कुछ ऐसे फुटबॉलर से क्रिकेटर बने सौरव गांगुली
  • कमेंट्री से ब्रेक...अब फुटबॉल का लुत्फ
  • सोशल मीडिया पर पोस्ट कीं कई तस्वीरें
मॉस्को:

अमिताभ बच्चन, मुकेश अंबानी के बाद अब देश की एक और बड़ी सेलीब्रिटी और पूर्व कप्तान सौरव गांगुली भी रूस में खेले जा रहे 21वें फीफा विश्व के फाइनल मुकाबले के प्रत्यक्ष गवाह बनेंगे. सौरव मुकाबले का लुत्फ उठाने मॉस्को पहुंचे गए हैं. और उन्होंने अपने पहुंचने को लेकर ट्विटर पर फोटो जारी किए हैं. वास्तव में गांगुली ने मैच देखने के इंतजाम काफी पहले से ही कर कर लिए थे. गांगुली ने शनिवार  को रूस की उड़ान भरी. 

सौरव गांगुली भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही सीरीज में कमेंट्री कर रहे हैं, लेकिन पूर्व कप्तान पिछले एक महीने से लगातार फुटबॉल विश्व कप पर लगातार नजरें रखे हुए हैं. खेले जा रहे टूर्नामेंट को लेकर सौरव गांगुली ने लगातार ट्वीट किए. यह सब बताने के लिए काफी है कि सौरव गांगुली का फुटबॉल से कितना ज्यादा लगाव रहा है. और इस खेल को लेकर उनके बचपन की एक बहुत ही रोचक कहानी भी है कि कैसे सौरव फुटबॉलर से क्रिकेटर बन गए. 

यह भी पढ़ें: Sourav Ganguly के चार अंदाज जो बनाते है उनको क्रिकेट का 'दादा'


दरअसल सौरव गांगुली का फुटबॉलप्रेम नैसर्गिक या कहें तभी से है, जब वह बहुत छोटे थे. और वह बचपन से ही फुटबॉल खेलना चाहते थे. खुद सौरव के अनुसार, एक दिन जब वह अभ्यास कर रहे थे, तो बगल में क्रिकेट मैच भी खेला जा रहा रहा था. क्रिकेट टीम में एक खिलाड़ी कम पड़ने पर सौरव को टीम में लिया गया.

और सौरव गांगुली ने इस मैच में शतक क्या जड़ा कि यह मैच ही उनकी जिंदगी का बड़ा मोड़ बन गया. इस घटना के बाद से ही सौरव गांगुली ने क्रिकेट गंभीरता से लिया. और गांगुली का फुटबॉलप्रेम अभी तक जारी है. अब जब उन्हें ब्रेक के दौरान कमेंट्री से राहत मिली है, तो वह फ्रांस और क्रोएशिया का फाइनल मुकाबला देखने मॉस्को रवाना हो गए. 

VIDEO: जब सौरव गांगुली ने सहवाग के बयान को बेतुका करार दिया.

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

गांगुली ने यह साफ नहीं किया कि वह फाइनल में किस टीम का समर्थन करेंगे. लेकिन पूर्व कप्तान का रूस जाना यह तो बताता ही है कि वह फुटबॉल को कितना ज्यादा प्यार करते हैं.