
खत्म हुआ विंडीज दौरा कई भारतीय खिलाड़ियों के लिए इस साल के आखिर में भारतीय जमीं पर आयोजित होने वाले World Cup 2023 के लिए एक ऑडिशन की तरह था. अगर इनका बल्ला और गेंद बोलती, तो निश्चित तौर पर इनका दावा ही मजबूत नहीं होता, बल्कि कुछ का तो शायद एक बार को विश्व कप की टीम में चयन भी हो जाता, लेकिन दौरा खत्म होने के बाद इनकी नाकामी ने इनके आसारों पर प्रचंड प्रहार किया है. वैसे वनडे में आसार तो सूर्यकुमार यादव के भी प्रभावित हुए हैं, लेकिन यह बात फाइनल इलेवन तक ही सीमित है. बहरहाल, आप उन 5 खिलाड़ियों के बारे में जान लीजिए कि क्यों वे World Cup 2023 के लिए भारतीय टीम में चयन की रेस में पिछड़ गए हैं.
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यह बल्लेबाज बना World Cup में नंबर-4 का सबसे प्रबल दावेदार, "सुपर परफॉरमेंस ने पैदा किया अंतर
1. संजू सैमसन
यह कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा कि सबसे ज्यादा नुकसान इस बल्लेबाज ने खुद का किया है. श्रेयस अय्यर के चोटिल या उपलब्ध होने की सूरत में संजू एक तरह से नंबर-4 के बैक-अप बैटर के रूप में ट्रॉयल पर थे. वनडे में अर्द्धशतक जड़कर उन्होंने उम्मीद भी जगाई, लेकिन टी20 सीरीज खत्म होते-होते इन उम्मीदों की हवा निकल गई. सैमसन 5 मैचों की 3 पारियों में 10.66 के औसत से 32 रन ही बना सके. और आज की तस्वीर यह है कि यह कहना गलत नहीं होगा कि उनका नंबर-4 के विकल्प का दावालगभग हवा-हवाई हो गया है.

2. युजवेंद्र चहल
विंडीज दौरा शुरू होने से पहले कलाई के लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल भी ऑडिशन पर थे. हालांकि, वह वनडे की रेस में पहले से ही पिछड़े हुए थे.हो सकता है कि World Cup टीम में उनका चयन भी हो जाए, लेकिन विंडीज दौरे के बाद कुलदीप यादव ने उन्हें रेस में पीछे कर दिया है. वनडे सीरीज में चहल को एक भी मैच नहीं दिया गया. और जब टी20 में उन्हें पांचों मैच खिलाए गए, तो वह 5 ही विकेट ले सके. वनडे में उन्हें न खिलाना और कुलदीप को दोनों टीमों में खिलाना और मिली सफलता ने चहल के आसारों पर जोरदार प्रहार किया है.
3. अर्शदीप सिंह
पिछले करीब एक या डेढ़ साल में यह लेफ्टी पेसर तेजी से उभरा था. कम उम्र में खासी परिपक्वता भी उन्होंने दिखाई थी, लेकिन फिर दिखा डंक एकदम धारविहीन दिखाई पड़ा. नतीजा यह रहा कि विंडीज के खिलाफ वनडे टीम में उन्हें जगह नहीं मिली. और नए मुकेश कुमार उनसे आगे निकल गए. और टी20 सीरीज हुई, तो लेफ्टी सरदार ने पांचों मैच खेले. उन्होंने फेंके 17 ओवरों में 7 विकेट चटकाए. साफ है कि प्रदर्शन ने उनका भला नहीं किया. और फिलहाल मुकेश कुमार और शादूल ठाकुर World Cup 2023 टीम चयन रेस में उनसे आगे हैं.
4. अक्षर पटेल
विंडीज दौरे के लिए लेफ्टी अक्षर पटेल ऐसे खिलाड़ी थे, जो तीनों फॉर्मेटों की टीम में शामिल थे. इसमें कोई दो राय नहीं कि इलेवन में उनका मुकाबला रवींद्र जडेजा से है. और जड्डू का इलेवन में खेलना पक्का है, तो वह 14 सदस्यीय टीम में उनके विकल्प के दावेदार जरूर थे, लेकिन सीरीज खत्म होने के बाद अब सवाल यह हो चला है कि क्या अक्षर को 15 सदस्यीय टीम में भी जगह मिल पाएगी? सवाल यह है कि वनडे में उन्हें एक ही मैच खिलाया गया. इसमें भी दो ही ओवर गेंदबाजी कराई गई. टी20 में उन्हें पांचों मैच खिलाए गए, लेकिन कप्तान हार्दिक ने सिर्फ 11 ओवर ही गेंदबाजी कराई. विकेट अक्षर को 2 ही मिले. साफ है कि अक्षर के आसार भी धूमिल ही हैं

Photo Credit: AFP
5. रवि बिश्नोई
जब रेस में चहल कुलदीप से पिछड़ सकते हैं, तो फिर रवि बिश्नोई को लेकर आप समझ सकते हैं बहुत ही अच्छी तरह से. रवि वनडे टीम में पहले से ही नहीं थे. उन्हें टी20 सीरीज में एक मैच दिया गया, तो फेंके 4 ओवरों में 31 रन लुटा दिए. कोई विकेट नहीं मिला. ऐसे में रवि के भी World Cup 2023 टीम में चयन होने के आसार न के ही बराबर हैं. और कुछ ऐसा ही उमरान मलिक के बारे में भी कहा जा सा सकता है, जिन्हें टी20 में एक ही मैच नहीं दिया गया, तो खेले दो वनडे में मलिक ने 6 ही ओवर फेंके और उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला.
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