
वर्ल्ड कप की जीत के बाद टीम इंडिया बारबेडॉस में हरिकेन बेरल का सामना कर रही है और टीम इंडिया के फ़ैंस के मन में इस हरिकेन जैसा ही सवाल बड़ा हो गया है कि रोहित शर्मा, विराट कोहली, रवींद्र जडेजा की जगह लेगा कौन? किसमें है रोहित, विराट या जडेजा बनने का दम?.
बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने भी यह बात मानी है कि रोहित-विराट की जगह को भरना काफी मुश्किल है. हमारे पास काफी टेलेंट हैं, लेकिन इन दिग्गजों को सचमुच मिस किया जाएगा. बिन्नी ने फाइनल के बाद मीडिया से कहा,"आईपीएल में काफी प्रतिभायें हैं. इससे कई क्रिकेटर आ रहे हैं लेकिन इस कमी को पूरा करने में समय लगेगा (रोहित और विराट के संन्यास के बाद )." उन्होंने कहा,"इन दोनों ने इतना योगदान दिया है कि इसमें समय लगेगा. अगले दो तीन साल के बाद ही टीम यह कमी पूरी करके खड़ी हो सकेगी."
इस वक्त जो सवाल करोड़ों भारतीय फ़ैंस की घबराहट और बेचैनी को बढ़ा रहा है, वर्ल्ड कप विजेता बीसीसीआई के अध्यक्ष रॉजर बिन्नी के लिए वो सवाल कहीं ज़्यादा गंभीर है. रोहित शर्मा और विराट कोहली की वर्ल्ड कप ट्रॉफ़ी के साथ टी-20 की ब्लू जर्सी में ये तस्वीरें फ़ैंस के ज़ेहन में हमेशा के लिए दर्ज हो गई हैं. रोहित की पत्नी और बेटी के संग तस्वीरें भी दिल को छू जाती हैं.

लेकिन भावनाओं के आगे द शो मस्ट गो ऑन का मंत्र है. क्रिकेट चलता रहेगा. मुमकिन है कि अगले ICC चैंपियंस ट्रॉफ़ी और टी-20 वर्ल्ड कप में रोहित की ज़िम्मेदारी हार्दिक पांड्या को निभानी पड़े. फ़िलहाल तो वो भी वर्ल्ड कप और इन वर्ल्ड लीडर्स से ओतप्रोत हैं.
जब हार्दिक से सवाल हुआ कि आप आगे की भूमिका को कैसे देखते हैं? दो दिग्गजों ने टी20 से संन्यास ले लिया है और अब आपसे टीम का नेतृत्व करने की उम्मीद है. आप 2026 को कैसे देखते हैं? इसका जवाब देते हुए हार्दिक ने कहा,"2026 के लिए अभी बहुत समय है. मैं रोहित और विराट दोनों के लिए बहुत खुश हूं... भारतीय क्रिकेट के दो दिग्गज, जो इसके पूरी तरह हकदार थे. इतने सालों तक उनके साथ खेलना बहुत अद्भुत रहा है. हम सभी उन्हें याद करेंगे लेकिन साथ ही, यह सबसे अच्छी विदाई है जो हम उन्हें दे सकते हैं."
वर्ल्ड कप में आने से पहले हार्दिक पांड्या को मुंबई इंडियंस टीम की ज़िम्मेदारी मिली और वो बुरी तरह फ़्लॉप रहे. मगर वर्ल्ड कप में तमाम पर्सनल और प्रोफ़ेशनल परेशानियों को पीछे छोड़ते हुए दुनिया ने हार्दिक 2.0 को देखा. मज़बूत, दृढ़ और ज़िम्मेदारी लेने वाला परफ़ॉर्मर, एक चैंपियन,एक विजेता. हार्दिक से फिर से उम्मीद बंधने लगी है.

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फाइनल में 20 रन पर तीन विकेट लेने वाले भारतीय उपकप्तान हार्दिक पांड्या ने शनिवार को कहा,"इसके मायने बहुत अधिक हैं. यह भावुक पल है. हम काफ़ी कड़ी मेहनत कर रहे हैं, लेकिन कई बार चीज़ें काम नहीं करती. हालांकि, आज़ ऐसा दिन था जब शायद हम वह पूरा करने में सफल रहे जो पूरे देश को चाहिए था. बहुत सारे लोग समर्थन दे रहे थे."
हार्दिक ने आगे कहा,"मेरे लिए यह और भी स्पेशल है क्योंकि मेरे पिछले छह महीने जिस तरह के रहे. ऐसा लगा कि मेरे छह महीने जो गए हैं वो वापस आ गए. मैंने बहुत कंट्रोल किया. जब मुझे रोना था तो मैं नहीं रोया क्योंकि मुझे लोगों को नहीं दिखाना था. जितने भी लोग मेरे कठिन समय में खुश हो रहे थे मुझे उन्हें और खुशी नहीं देनी थी. ऊपर वाले की कृपा से मुझे मौक़ा भी कितना शानदार मिला. अंतिम ओवर में मैं ऐसी परिस्थिति में था जिसकी मैं कल्पना भी नहीं कर सकता था."
लेकिन दुनिया के किसी भी खिलाड़ी का कद ऐसा नहीं कि इन दिग्गजों के जूते पहन सके-- इन आंकड़ों को देखिए- विश्व विजेता कप्तान रोहित ने 159 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं और इसमें उन्होंने 4231 रन बनाए हैं. रोहित टी20 अंतरराष्ट्रीय में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. इसके अलावा रोहित सर्वाधिक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले खिलाड़ी हैं. रोहित ने नाम क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट में पांच शतक हैं, जो किसी दूसरे बल्ले से सबसे अधिक हैं.
बात अगर विराट की करें तो किंग कोहली ने 125 टी20 अंतरराष्ट्रीय में 4188 रन बनाए हैं. उन्होंने इस फॉर्मेट में 48.7 औसत और 137.1 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं. विराट ने टी20 अंतरराष्ट्रीय में सबसे अधिक 7 बार मैन ऑफ़ द सीरीज़ का अवॉर्ड जीता है. विराट के नाम इस फॉर्मेट में 39 अर्धशतक हैं, जो किसी दूसरे बल्लेबाज की तुलना में सबसे अधिक है.
वहीं दुनिया का बेस्ट ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने 74 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 54 विकेट लिए हैं. इस दौरान उनके बल्ले से 515 रन आए हैं. जडेजा ने टी20 अंतरराष्ट्रीय में 127.2 स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं और फील्ड में 28 कैच लपके हैं, जिनमें कुछ शानदार रहे हैं.
इन तीनों ने जो मैच विनिंग पारियां खेलीं हैं, वो यंग ब्रिगेड के लिए बहुत बड़ी चुनौती है और इन्हें इनके क़रीब भी पहुंचने में लंबा वक्त लगने वाला है. हालांकि, कुछ ऐसे खिलाड़ी जरुर हैं जो इन खिलाड़ियों के करीब पहुंच सकते हैं और सूर्यकुमार यादव उनमें से एक हैं. सूर्यकुमार यादव ने 68 टी20 अंतरराष्ट्रीय में 2340 रन बनाए हैं. इश फॉर्मेट में उन्होंने 4 शतक और 19 अर्द्धशतक लगाए हैं. सूर्या ने टी20 अंतरराष्ट्रीय में 167.8 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं.

इसके अलावा यंगिस्तान की उभरती हुई सनसनी यशस्वी जायसवाल पर भी नजरें होंगी, जिन्होंने 17 टी20 अंतरराष्ट्रीय में 502 रन बनाए हैं. एक नाम रिंकू सिंह का भी है, जिन्होंने भारत के लिए खेले 15 टी20 मैचों में 356 रन बनाए हैं. वहीं शुभमन गिल, जो भारत के अगले कप्तान होने के प्रवल दावेदारों में से एक हैं, ने 14 मैचों में 335 रन बनाए हैं. जबकि आईपीएल में शानदार प्रदर्शन के दम पर ज़िंबाब्वे दौरे के लिए टीम इंडिया में जगह बनाने वाले अभिषेक शर्मा पर भी नजरें होंगी.
रोहित और विराट टी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास ले चुके हैं और बढ़ती इन खिलाड़ियों की बढ़ती उम्र के चलते टीम मैनेजमेंट की कोशिश एक नई कोर टीम बनाने की होगी, जिसमें शिवम दुबे, अभिषेक, रिंकू, यशस्वी, शुभमन, चहल दिखाई दे सकते हैं. 2025 की आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफ़ी और 2026 के टी-20 वर्ल्ड कप से पहले बीसीसीआई इन जैसे कई हनुरमंद खिलाड़ियों को मौक़ा देकर कोर टीम बनाने की कोशिश करेगी.
मगर इन सबको चैंपियन बनने में जडेजा, विराट या रोहित शर्मा जैसा लंबा वक्त ज़रूर लगेगा. जानकार मानते हैं कि दिग्गजों की कमी तो खलेगी, मगर टीम इंडिया के बेंच पर उन्हें पूरा भरोसा है. अच्छी बात ये भी है कि इस बार ये दिग्गजों ने अपने साथ युवाओं को तैयार भी किया है और जीत का सटीक फ़़ॉर्मूला भी तैयार किया है. युवाओं के सामने आक्रामक क्रिकेट का टेम्पेलट तैयार है.. लेकिन कितने युवा इसकी चुनौती के लिए खुद को तैयार कर पाते हैं, इस पर सबकी नज़रें बनीं रहेंगी.
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