जब सचिन तेंदुलकर की इस "गुगली ऑफ द सेंचुरी" ने दुनिया भर के स्पिनरों की आंखें खोल दीं, VIDEO

यह हुआ साल 2004 में टीम इंडिया के पाकिस्तान दौरे में मुल्तान में खेले गए पहले टेस्ट में. भारत ने यह टेस्ट पारी और 52 रन से जीता था. यह वही टेस्ट था, जिसमें सहवाग ने 309 रन की पारी खेली थी. और भारत ने पहली पारी 5  विकेट पर 675 रन बनाकर घोषित कर दी थी. सचिन तेंदुलकर (#SachinTednulkar) ने बल्ले से कमाल किया, तो गेंदबाजी में धमाल !

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सचिन तेंदुलकर की फाइल फोटो

खास बातें

  • यह गेंद नहीं जादू है!
  • कभी देखी है ऐसी गुगली !
  • मोईऩ लुट गए भरे बाजार!!
नई दिल्ली:

अगर यह कह जाए कि आलोचकों ने सचिन तेंदुलकर को बतौर गेंदबाज वह दर्जा नहीं दिया, जिसके वह हकदार थे, तो एक बार को गलत नहीं होगा. एक ऐसा गेंदबाज, जब सबकुछ कर लेता था. मीडियम पेस से स्लो-मीडियम पेस और ऑफ स्पिन से लेकर लेग स्पिनर. पिच और हालात के हिसाब से जैसी जरूरत होती थी, तेंदुलकर उसी गेंदबाज का रूप धारण कर लेते थे. और साल 2004 में सचिन (#SachinGooglyoftheCentury) ने एक ऐसी ही जादुई गेंद फेंकी, जिसे न तो आईसीसी ने ही महत्व दिया, न ही आलोचकों ने और न ही इस गेंद का जिक्र गाहे-बेगाहे दिग्गजों के बयान के रूप में आया, लेकिन सचिन ने जब यह गेंद फेंकी, तो शेन वॉर्न सहित दुनिया भर के गेंदबाजों की आंखें एक बार को फटी रह गईं!! वास्तव में  अगर इसे "गुगली ऑफ द सेंचुरी" करा दिया जाए, तो गलत नहीं होगा! साल 1993 में शेन वॉर्न की लंबी लेग स्पिन को विदेशी मीडिया ने बॉल ऑफ द सेंचुरी करार दिया गया, लेकिन सचिन तेंदुलकर की इस गुगली की वैसी चर्चा कभी नहीं हुई, जिसकी यह गेंद हकदार थी!

यह हुआ साल 2004 में टीम इंडिया के पाकिस्तान दौरे में मुल्तान में खेले गए पहले टेस्ट में. भारत ने यह टेस्ट पारी और 52 रन से जीता था. यह वही टेस्ट था, जिसमें सहवाग ने 309 रन की पारी खेली थी. और भारत ने पहली पारी 5  विकेट पर 675 रन बनाकर घोषित कर दी थी. 


पाकिस्तान की पारी 407 रन पर सिमट गई थी. मैच में सचिन ने दो विकेट चटकाए थे. इस मैच में सचिन ने लेग स्पिनर का रूप धारण किया था!! और निचले क्रम में सचिन ने जिस गुगली पर मोईन खान को बोल्ड किया, वह पाक विकेटकीपर को ता-था-थइय्या करा गया!! 

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मोईन खान को कुछ भी समछ नहीं आया. वह इसे लेग स्पिन समझकर खेले, लेकिन गेंद न केवल गुगली (अंदर की तरफ) टर्न हुई, बल्कि इसने बहुत ही लंबा टर्न लिया. और यह मोईऩ के बैट और बैड औ टांगों के बीच से निकलर स्टंप बिखर गई. और यह इतने लंबे टर्न ने मोईन को जिस अंदाज में गच्चा दिया, तमाम स्पिनर इससे विस्मित होकर रह गए. शायद ही कभी ऐसी गुगली किसी विशेषज्ञ लेग स्पिनर की तरफ से कभी दिखाई पड़ी, जो सचिन ने उस दिन फेंकी. और आज भी सचिन और करोड़ों भारतीय क्रिकेटप्रेमी उस गुगली को याद करते हुए गद्गद हो उठते हैं.