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This Article is From Aug 23, 2024

"हम ट्रैविस हेड का विकेट लेने के बहुत ही करीब थे, लेकिन...", राहुल द्रविड़ ने बयां किए बहुत ही अहम पहलू

Rahul Dravid: राहुल द्रविड़ को सिएट अवार्ड्स के सालना कार्यक्रम में लाइफ टाइम एचीवनमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया

"हम ट्रैविस हेड का विकेट लेने के बहुत ही करीब थे, लेकिन...", राहुल द्रविड़ ने बयां किए बहुत ही अहम पहलू
मुंबई:

Rahul Dravid descriebs key points: महान क्रिकेटर राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid's speech) मानते हैं कि कभी-कभी थोड़ी सी किस्मत भी बड़े मैच के नतीजों को प्रभावित कर सकती है जिसके लिए उन्होंने वनडे विश्व कप फाइनल में भारत को ऑस्ट्रेलिया से मिली दिल तोड़ने वाली हार और अपनी टीम की टी20 विश्व कप फाइनल में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शानदार जीत का उदाहरण दिया. भारत पिछले साल लगातार 10 मैच में जीत के बाद वनडे विश्व कप फाइनल में पहुंचा था, लेकिन टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ टीम जब खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ी तो उसके लिए कुछ भी कारगर नहीं रहा. छह महीने बाद कप्तान रोहित शर्मा और द्रविड़ ने मिलकर अधूरी कसर पूरी की. टी20 विश्व कप फाइनल में मजबूत दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ किस्मत ने भारतीय टीम का साथ दिया.

द्रविड़ ने बुधवार को कहा कि टीम के लिए 29 जून को बारबाडोस में हुए फाइनल में एक निश्चित प्रक्रिया पर डटे रहना और भाग्य का साथ देने की उम्मीद रखना कितना महत्वपूर्ण था. द्रविड़ को ‘सीएट क्रिकेट रेटिंग अवार्ड्स' के दौरान ‘लाइफ टाइम अचीवमेंट' पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.

"कभी-कभी आपको इसकी जरुरत होती है"

उन्होंने कहा, ‘मुझे इस पर विचार करने का समय मिला. मुझे उन बहुत सी चीजों को सोचने का समय मिला जो हमने की. आपको कभी कभी अहसास होता है कि आपको इनमें से बहुत सी चीजें करनी होती हैं, आपको प्रक्रिया का पालन करना होता है, आपको सब कुछ सही करना होता है.' द्रविड़ ने कहा, ‘कभी कभी आपको थोड़े भाग्य की जरूरत होती है. टी20 विश्व कप फाइनल में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 30 गेंद फेंकी जानी थी और 30 रन बनाने थे. तब रोहित के बेहतरीन तरीके से रणनीति के कार्यान्वयन और संयम रखने की बात थी.'

"भारत ट्रेविस हेड को आउट करने के करीब था, मगर.."

उन्होंने डेविड मिलर को आउट करने के लिए सूर्यकुमार यादव के सीमा रेखा पर लपके हुए कैच का जिक्र किये बिना कहा, ‘हमने इस बात पर ध्यान नहीं दिया कि हमें क्या करना है, लेकिन हमें एक ऐसे खिलाड़ी की जरूरत थी जो एक निश्चित सीमा के अंदर ऐसा कर सके. कभी यह कौशल होता है.' इस कैच ने मैच का पक्ष भारत की ओर कर दिया था. द्रविड़ ने फिर याद किया कि भारत वनडे विश्व कप फाइनल में ट्रेविस हेड को आउट करने के करीब था, लेकिन यह सलामी बल्लेबाज भाग्यशाली रहा और उसने मैच विजेता शतकीय पारी खेली तथा भारत की उम्मीदों को तोड़ दिया.

"बेंच स्ट्रेंथ बहुत ही शानदार"

उन्होंने कहा, ‘कभी चीजें आपके अनुकूल हो सकती हैं, लेकिन आपको प्रक्रिया पर टिके रहना चाहिए.' भारत की ‘बेंच स्ट्रेंथ' और लगातार शानदार खिलाड़ी तैयार करने की काबिलियत की प्रशंसा करते हुए द्रविड़ ने कहा कि खिलाड़ियों की अगली पीढ़ी ने ‘फैब फाइव' की विरासत को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाया है. द्रविड़ खुद सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, वीरेंद्र सहवाग और वीवीएस लक्ष्मण के साथ ‘फैब फाइव' का हिस्सा थे जिसने दुनिया भर के क्रिकेट प्रशंसकों को अपना मुरीद बनाया हुआ था.
 

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