
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (RCB) की टीम के डायरेक्टर मो बोबैट ने कहा है कि मैदान पर नेतृत्व के लिए विराट को "कैप्टंसी टाइटिल" की जरूरत नहीं है. वीरवार को RCB प्रबंधन ने रजत पाटीदार (Rajat Patidar) को इस साल के सीजन के लिए कप्तान बनाकर सभी को हैरान कर दिया. सभी मानकर चल रहे थे कि प्रबंधन फैफ से अलग होने के बाद विराट को फिर से कप्तानी सौंपेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
टीम निदेशक ने इस मुद्दे पर मीडिया से बातचीत में कहा, "कोहली कप्तानी के एक विकल्प थे. मैं जानता हूं कि पहली नजर में फैंस की पसंद विराट होते, लेकिन कोहली को लेकर मेरा नजरिया यह है कि उन्हें टीम का नेतृत्व करने के लिए किसी तमगे की जरुरत नहीं है." उन्होंने कहा, "हम सभी देख चुके है कि नेतृत्व कोहली का सबसे मजबूत गुण है. मुझे लगता है कि यह नैर्सिक रूप से उनके भीतर से आती है. वह बेपरवाह होकर नेतृत्व करते हैं, लेकिन हम रजत के लिए भी बहुत प्यार देख चुके है."
इंग्लिश टीम के पूर्व हाई परफॉकमेंस कोच ने कहा, "विराट ने अपने प्रदर्श से हमेशा ही मैदान पर उदाहरण पेश किया है. वह उदाहरण बनकर नेतृत्व करते हैं. जिस स्ट्राइक-रेट और जितने रन विराट ने पिछले साल हमारे लिए बनाए, वह बहुत अहम था. मैदान पर हर शख्स जानता है कि वे इस स्तर तक विराट कोहली के कारण हैं. हर कोई जानता है कि वह कितना ज्यादा फाइटिंग स्प्रिट से खेलते हैं."
बोबैट बोले, "कोहली से सीखने के लिए यह पाटीदार के लिए शानदार मौका है. कोई भी सलाह लेने के लिए मैं और एंड फ्लॉवर उनकी तरफ देखते हैं. फैफ का भी यही रवैया था. हम आश्वस्त हैं कि कुछ ऐसा ही रवैया रजत का भी रहेगा." उन्होंने खुलासा करते हुए कहा, कोहली ने पाटीदार को कप्तान बनाए जाने का समर्थन किया है.एंडी और मैंने कोहली के साथ इस हफ्ते बहुत ज्यादा समय गुजारा. यह समय तीसरे वनडे के दौरान था. जो बात बहुत ही वास्तविक दिखाई पड़ी, वह यह था कि वह इस निर्णय को लेकर बहुत ही ऊर्जावान और रोमांचित दिखाई पड़े. वह पाटीदार को लेकर बहुत ही खुश हैं."
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