सचिन के जिगरी दोस्त की किस्मत ने फिर खाई पलटी, Vinod Kambli ने परिवार का पेट पालने के लिए मांगा काम...

Vinod kambli and Sachin Tendulkar: विनोद कांबली (Vinod kambli)और सचिन तेंदुलकर की दोस्ती आज भी क्रिकेट फैन्स के जेहन में जाता है. जब दोनों क्रिकेटर एक साथ क्रिकेट खेलते थे तो फैन्स टीवी के सामने टकटकी लगाए मैच देखा करते थे.

सचिन के जिगरी दोस्त की किस्मत ने फिर खाई पलटी, Vinod Kambli ने परिवार का पेट पालने के लिए मांगा काम...

विनोद कांबली की किस्मत ने फिर से खाई पलटी, आर्थिक संकट का हुए शिकार

Vinod kambli and Sachin Tendulkar: विनोद कांबली (Vinod kambli)और सचिन तेंदुलकर की दोस्ती आज भी क्रिकेट फैन्स के जेहन में जाता है. जब दोनों क्रिकेटर एक साथ क्रिकेट खेलते थे तो फैन्स टीवी के सामने टकटकी लगाए मैच देखा करते थे. एक ओर जहां तेंदुलकर ने अपने करियर में वो मुकाम हासिल किया जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती थी. क्रिकेट करियर में सबसे दुनिया के महान बल्लेबाज बने तो वहीं दूसीर  ओर कांबली का करियर उनकी आदतों के वजह से जल्द खत्म हुआ. कांबली  (Vinod kambli Story) ने जब अपने करियर की शुरूआत की थी तो वो सचिन से ज्यादा विश्व क्रिकेट को प्रभावित करने में सफल रहे थे लेकिन गलत लाइफ़ स्टाइल के कारण उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा और फिर 17 टेस्ट, 104 वनडे मैच खेलने के बाद उनका करियर वर्ल्ड क्रिकेट में समाप्त हो गया. 

बता दें कि क्रिकेट से अलग होने के बाद कांबली ने अपनी किस्मत एक्टर के तौर पर भी आजमाया लेकिन उसमें सफल नहीं रहे, फिर बाद में वह मुंबई क्रिकेट से जुड़े. यही नहीं 2009 में कांबली ने राजनीति की ओर रुख किया और लोक भारत पार्टी की टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा लेकिन हार गए. राजनीति की पिच पर फ्लॉप होने के बाद कांबली ने क्रिकेट एक्सपर्ट के तौर काम किया लेकिन वहां भी उन्हें ज्यादा सफलता नहीं मिली. 

अब धीरे-धीरे कांबली की आर्थिक स्थिति खराब होती जा रही है. ऐसे में अब उनकी स्थिति यह है कि उन्हें पैसे-पैसे का मोहताज होना पड़ रहा है. दरसअल मिड-डे के यूं-ट्यूब चैनल पर कांबली ने अपनी आर्थिक स्थिति को लेकर बात की और कहा कि उन्हें अब काम चाहिए.


पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि 'उनका परिवार है और वो इस समय आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं. कांबली ने कहा कि इस वक्त उनके आय का स्रोत बीसीसीआइ की पेंशन हैं जो उन्हें 30 हजार मिलती है. अपनी बात आगे रखत हुए उन्होंने कहा कि 'मैं एक रिटायरमेंट क्रिकेटर हूं, जो पूरी तरह से बीसीसीआई से मिलने वाली पेंशन पर निर्भर . मेरा एकमात्र आय का स्रोत इस समय बोर्ड से आने वाले पैसे हैं. जिसके लिए मैं वास्तव में आभारी हूं, वो मेरे परिवार का ख्याल रखते हैं.'

उन्होंने कहा कि वो अब काम चाहते हैं, उन्होंने सीधे तौर पर अपनी बात रखी और कहा कि, मुझे असाइनमेंट चाहिए जिससे कि मैं युवा क्रिकेटरों की मदद करना चाहता हूं, मुंबई ने अमोल मजूमदार को अपना मुख्य कोच बनाए रखा है और अगर उन्हें मेरी जरूरत है तो मैं हूं. मैंने उनके कई बार कहा है कि अगर आपको मेरी जरूरत है तो मैं आपके साथ हूं, मेरा परिवार है और मुझे उनकी देखभाल करनी है. क्रिकेट से रिटायरमेंट लेने के बाद आपके लिए कोई क्रिकेट नहीं है, लेकिन अगर आपको जीवन में स्थिरता चाहिए तो असाइनमेंट्स तो होने ही चाहिए. कांबली ने कहा कि, मैं एमसीए प्रेसिडेंट से अनुरोध कर सकता हूं कि अगर उनके मेरी जरूरत है तो मुझे कॉल करें मैं तैयार हूं. 

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इसके अलावा कांबली ने सचिन तेंदुलकर को लेकर कहा कि, तेंदुलकर ने जो मेरे लिए किया है उसे मैं कभी नहीं भूल सकता, उनके मेरे साथ सच्ची दोस्ती निभाई है.