
कुछ चीजों के कभी जवाब नहीं मिलते. और जवाब मिलते भी हैं, तो बड़ा ही अजीब सा लगता है. कुछ ऐसा ही हुआ भारत के लिए सिर्फ दो टेस्ट खेलने वाले विवेक राजदान के साथ. विवेक राजदान ने अपनी आखिरी पारी में भारत के लिए पांच विकेट चटकाए. और वह भी पाकिस्तान के खिलाफ, लेकिन इस प्रदर्शन के बावजूद विवेक राजदान को कभी तीसरा टेस्ट खेलने का मौका नहीं मिला. कहां..क्या गलत हुआ, कुछ नहीं कहा जा सकता, लेकिन यह वह बात है, जो विवेक राजदान के साथ हर उस खिलाड़ी को सालती रहेगी, जिसने अपने आखिरी टेस्ट पारी में पांच विकेट चटकाए हों.
RARE PIC: Sachin Tendulkar, who was just 16, is carried off the field by Vivek Razdan in the 1990 Rothmans Cup Triangular Series game at the Basin Reserve, Wellington.
— Sarang Bhalerao (@bhaleraosarang) March 5, 2020
Sachin had pulled his calf muscle in the field pic.twitter.com/wNfwT9Vrcn
यह साल 1989 का वही प्रसिद्ध दौरा था, जिसमें भारत के पाकिस्तान दौरे में सचिन तेंदुलकर, सलिल अंकोला और विवेक राजदान ने अपने टेस्ट करियर का आगाज किया था. विवेक को फैसलाबाद में दूसरे टेस्ट में खिलाया गया. भारत ने यहां एक ही पारी में गेंदबाजी की. और विवेक ने फेंके 13 ओवर, लेकिन उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला. इसके बावजूद राजदान को सियालकोट के दूसरे टेस्ट में खिलाया गया.
दौरे से पहले तक करियर में सिर्फ दो रणजी ट्रॉफी मैच खेलने वाले विवेक को एमआरएफ पेस अकादमी की प्रतिष्ठा के आधार पर भारतीय टीम में जगह दी गई थी. उन दिनों विवेक को अकादमी का बेस्ट बॉलर कहा जाता था. उनकी कद-काठी लंबी थी और वह अच्छी-खासी तेज गेंद फेंकते थे. बहरहाल, सियालकोट में उनकी निकल पड़ी.
सियालकोट में भी भारत को एक ही पारी में गेंदबाजी का मौका मिला. यहां राजदान ने 27 ओवर फेंके और रमीज राजा व सलीम मलिक जैसे दिग्गजों सहित सिर्फ पांच विकेट चटकाए. इस प्रदर्शन के बाद राजदान न्यूजीलैंड व श्रीलंका दौरे पर गए, लेकिन कभी भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट नहीं खेले. क्यों...क्या गलत गया..यह सिर्फ राजदान ही बेहतर बता सकते हैं, लेकिन एक बेहतरीन तेज गेंदबाज के करियर का दुखद अंत हो गया.
VIDEO: कुछ समय पहले विराट ने करियर को लेकर बड़ी बात कही थी.
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