ये भारतीय क्रिकेटर अपने आखिरी मैच में मैन ऑफ द मैच रहे, लेकिन फिर कभी देश के लिए नहीं खेले

और यह सवाल इनके प्रशंसकों को आज भी कचोटता है कि आखिर मैन ऑफ द मैच झटककर उन्होंंने ऐसी क्या गलती कर दी, जो इन्हें फिर से टीम इंडिया में नहीं चुना गया!

ये भारतीय क्रिकेटर अपने आखिरी मैच में मैन ऑफ द मैच रहे, लेकिन फिर कभी देश के लिए नहीं खेले

इरफान पठान एक ऐसे ही खिलाड़ी रहे हैं

खास बातें

  • हमसे क्या भूल हुई....
  • ...जो यह सजा हमको मिली !
  • मेहनत का ऐसा फल तो कम ही मिलता है!
नई दिल्ली:

क्रिकेट खेल गजब नाच नचाता है खिलाड़ियों को. कब क्या हो जाए, किसी को कुछ नहीं मालूम! किसके साथ कब क्या हो जाए, कुछ नहीं कहा जा सकता है. जरा सोचिए कि जिस खिलाड़ी को अपने आखिरी मैच में मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिले, लेकिन वह फिर कभी देश के लिए न खेले, तो उसके दिल पर क्या गुजरेगी. चलिए इसी कड़ी में आज हम आपको टीम इंडिया उन तीन खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे, जिन्हें उनके आखिरी मैच में मैन ऑफ द मैच मिला, लेकिन इसके बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया. और यह सवाल इनके प्रशंसकों को आज भी कचोटता है कि आखिर मैन ऑफ द मैच झटककर उन्होंंने ऐसी क्या गलती कर दी, जो इन्हें फिर से टीम इंडिया में नहीं चुना गया!

1. प्रज्ञान ओझा

एक समय प्रज्ञान ओझा टीम इंडिया का अहम हिस्सा बन गए थे. ओझा ने सिर्फ 24 टेस्ट मै में 30.27 के औसत से 113 विकेट चटकाए. साथ ही ओझा ने 18 वनडे और 6 टी20 मैच भी खेले हैं. साल 2013 में इस लेफ्टआर्म ने विंडीज के खिलाफ 13 विकेट लिए थे. इस प्रदर्शन के बावजूद भी वह सात साल तक भारतीय टीम में जगह नहीं बना सके. शायद इसका कारण उनके एक्शन पर आईसीसी का सवाल उठाना रहा. आईसीसी ने एक्शन पर सवाल उठाया, तो उन्हें दूर कर दिया गया. वह आईपीएल वगैरह में खेलते रहे, लेकिन मैनेजमेंट ने उन्हें फिर याद नहीं किया. ओझा कभी टीम में नहीं चुने गए और उन्होंने इस साल खेल के सभी फॉर्मेटों को अलविदा कह दिया


2. अमित मिश्रा
अमित मिश्रा ने 2003 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे से करियर का आगाज किया थ, लेकिन अनिल कुंबले के कारण टेस्ट में मौका मिला 2010 में. मिश्रा लगातर अंदर-बाहर होते रहे. उन्होंने टेस्ट में 76, वनडे मे 64 और टी20 में 16 विकेट लिए. साल 2016 में मिश्रा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में 15 विकेट लिए. आखिरी वनडे में 18 रन देकर 5 विकेट भी लिए, लेकिन मैन ऑफ द मैच और सीरीज के बावजूद मिश्रा यहां से ऐसे लापतागंज हुए कि कभी टीम इंडिया में नहीं लौटे


3. इरफान पठान
इरफान पठान मीडिया के हीरो रहे और ज्यादार टीवी व प्रिंट मीडिया में छाए रहे. वह आकर्षण का केंद्र रहते थे, लेकिन उनके हिस्से में आए सिर्फ 29 टेस्ट, तो वहीं वह 120 वनडे और 24 टी20 मैच खेलने में कामयाब रहे. पठान ने अपना आखिरी वनडे 2012 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला. उन्होंने 29 रन बनाए और 5 विकेट लिए. इसके लिए मैन ऑफ द मैच भी मिला, लेकिन कभी यहां से भारतीय टीम में नहीं लौटे. 

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