
big controversies of Suryakumar Yadav: सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) ने हालिया सालों में अपने प्रदर्शन से दुनिया भर के दिग्गजों को विस्मित किया है, तो बहुत ही कम समय में उनके चाहने वाले फैंस की संख्या में खासी बढ़ोतरी हुई है. अगर ऐसा हुआ, तो ऐसा हुआ उनकी बल्लेबाजी की खास शैली की बदौलत, जिसने दुनिया भर के फैंस को दीवाना बना दिया है. और अब सूर्याकुमार शनिवार को श्रीलंका (SL vs IND) के खिलाफ पहले टी20 में बतौर कप्तान नई पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं. वैसे यादव का विवादों से भी खासा नाता रहा है. इसमें सबसे यादगार विवाद वह है, जब उन्होंने साल 2015 में मुंबई टीम की कप्तानी से एक झटके में इस्तीफा दे दिया था. यादव पूर्व में अलग-अलग फॉर्मेट और आयु वर्गों में मुंबई की कप्तानी कर चुके हैं. साल 2014 में सूर्या विजय हजारे ट्रॉफी में मुंबई के कप्तान थे. उनकी कप्तानी में मुंबई ने अच्छा प्रदर्शन भी किया, लेकिन अगले साल ही उन्हें कप्ताानी छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा था.
शुरुआती साल अच्छा गुजरने के बाद सूर्या ने अगले ही साल मुंबई की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया था. यादव ने साल 2014-15 में मुंबई रणजी टीम की छह मैचों में कप्तानी की. इनमें वह उत्तर प्रदेश के खिलाफ एक ही मैच में जीत दर्ज कर सके थे. मुंबई की टीम छठे नंबर पर रही थी. और उसे तमिलनाडु के हाथों पारी के अंतर से हार झेलनी पड़ी. यह साल 1991 के बाद से रणजी ट्रॉफी में मुंबई की सबसे खराब हार थी.
यादव का इस्तीफा टीम के खराब प्रदर्शन और अनुशासनात्मक कारणों के कारण हुआ. मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) ने यादव को मैदान, मैदान के बाहर और ड्रेसिंग रूम में गाली-गलौज करने के लिए फटकार लगाई. वहीं, मध्य प्रदेश के खिलाफ मैच के दौरान साथी खिलाड़ी शार्दूल ठाकुर के साथ भी उनकी गरमा गरम बहस हुई, जिससे ड्रेसिंग रूम के माहौल पर खासा असर पड़ा. तब टीम मैनेजर श्रीकांत तिगड़ी ने विस्तार से एसोसिएशन को यादव की अनुशासनहीनता को लेकर शिकायत की. इसके बाद उनकी जगह विकेटकीपर आदित्य तारे को कप्तानी सौंप दी गई
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