टी20 विश्व कप जिताकर शास्त्री अपनी विदायी को यादगार बनाना चाहेंगे
खास बातें
- टी20 विश्व कप तक कोच हैं शास्त्री
- साल 2017 में पहली बार बने थे कोच
- टीम विराट को दिलाई कई यादगार जीत
नयी दिल्ली: खबरें आ रही हैं कि भारतीय हेड कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने टी20 विश्व कप (T20 World Cup) के बाद कोच पद से हटने की इच्छा जतायी है. शास्त्री से जुड़ी यह खबर तब आयी है, जब शनिवार को एक अग्रणी अखबार में यह रिपोर्ट छपी कि बीसीसीआई ( BCCI) ने टीम इंडिया के अगले कोच के लिए अनिल कुंबले (Anil Kumble) सहित कुछ दिग्गजों से संपर्क साधा है. वहीं, शास्त्री के इस कदम को एक दिन पहले ही कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) के टी20 विश्व कप के बाद इस फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ने के फैसले के प्रभाव के रूप में तो देखा ही जा सकता है, तो वहीं यह भी अपने आप में एक तथ्य है कि शास्त्री का बीसीसीआई के साथ करार टी20 विश्व कप तक ही है.
ध्यान दिला दें कि रवि शास्त्री को पहली बार जुलाई 2017 में ऐसे समय टीम विराट का कोच नियुक्त किया गया था, जब काफी उथुल-पुथल सी मची हुयी थी. अनिल कुंबले को कप्तान विराट के साथ मतभेदों के बाद बीसीसीआई ने टीम से अलग कर दिया था, तो नए कोच के सामने टीम को खड़ा करने की बड़ी जिम्मेदारी के साथ एक चुनौती भी थी. शास्त्री ने पहले कार्यकाल में अच्छा काम किया, तो बीसीसीआई ने फिर से शास्त्री का कार्यकाल दो साल के लिए बढ़ाते हुए अगस्त 2019 में फिर से उनका अनुबंध बढ़ा दिया. यह अनुबंध अगस्त के महीने तक था, लेकिन टी20 विश्व कप नजदीक होने के कारण बोर्ड ने इस मेगा टूर्नामेंट तक शास्त्री की सेवाएं लेने का फैसला किया.
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पहले कोचिंग का अनुभव न होने के बावजूद शास्त्री ने अपनी चुनी सपोर्ट स्टॉफ की टीम के साथ टीम के साथ मेहनत की और कुछ ऐसी जीत दिलाई, जिनका जिक्र हमेशा भारतीय इतिहास में सुनहरे अक्षरों में होगा. चलिए आपको बताते हैं कि शास्त्री के मार्गदर्शन में टीम का रिकॉर्ड कैसा रहा.
शास्त्री की कोचिंग में भारत ने 43 टेस्ट मैच खेले. इनमें से भारत ने 25 मैचों में भारत को जीत मिली, 13 में हार हुयी और मैच मैच ड्रॉ छूटे. अगर प्रतिशत सफलता के रूप में देखा जाए, तो शास्त्री को टेस्ट में 58.13 प्रतिशत सफलता मिली. वहीं, वनडे मैचों में शास्त्री की कोचिंग में भारतो 79 मैचों में से 53 में जीत मिली, 23 में हार और दो मुकाबले टाई रहे और इस फॉर्मेट में कामयाबी 67.08 रही, जिस पर शास्त्री गर्व कर सकते हैं.
वहीं, अगर टी 20 मुकाबलों की बात करें, तो उनके मार्गदर्शन में भारतो 63 मैचों में 41 में जीत मिली, जब 18 मैचों में भारत हारा, तो 2 मैच टाई रहे. इस फॉर्मेट में शास्त्री का सफलता प्रतिशत 65.07 का रहा. और इस रिकॉर्ड में सुधार की अभी और गुंजाइश है. अगर भारत उनके मार्गदर्शन में भारत टी20 विश्व कप जीतने में कामयाब रहता है, तो शास्त्री और बेहतर रिकॉर्ड के साथ विदाई लेंगे.
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