जब-जब टीमों ने किया वर्ल्ड कप में खेलने से मना, तो हुआ 'ये हाल'

जब-जब टीमों ने किया वर्ल्ड कप में खेलने से मना, तो हुआ 'ये हाल'

हरभजन सिंह ने पाकिस्तान के खिलाफ न खेलने की जोरदार मांग की है.

खास बातें

  • पाकिस्तान के साथ 16 जून को मुकाबला
  • पुलामा हमले के बाद न खेलने की मांग
  • बीसीसीआई भी आईसीसी को लेटर लिखेगा
नई दिल्ली:

कुछ दिन पहले ही पुलवामा में हुए आतंकी हमले (#Pulwamaterrorattack) में मारे गए सीआरपीएफ के 44 जवानों के बाद पूरे देश में पाकिस्तान के खिलाफ जगह-जगह अभी भी प्रदर्शन जारी हैं. सरकार ने भी पाकिस्तान के खिलाफ कुछ कड़े कदम उठाए हैं, तो मामला यहां तक पहुंच गया है कि हरभजन सिंह (#HarbhajanSingh) सहित कुछ खिलाड़ियों ने कुछ ही महीने बाद इंग्लैंड में खेले जाने वाले वर्ल्ड कप (#WorldCup2019) में  पाकिस्तान के खिलाफ न खेलने की जोरदार मांग कर डाली है. वैसे पहले भी वर्ल्ड कप में टीमों ने अलग-अलग मौकों पर विभिन्न कारणों के चलते टीमों ने वर्ल्ड कप (#WorldCup2019) में खेलने से इनकार किया है. वर्ल्ड कप के इतिहास में तीन बार ऐसे मौके आए, जबकि एक बार और ऐसा वाक्या हुआ.चलिए जान लीजिए कि कब-कब टीमों ने इनकार किया. और उनके साथ क्या हुआ. 

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1. ऑस्ट्रेलिया, 1996 वर्ल्ड कप
साल 1996 वर्ल्ड कप भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका ने मिलकर आयोजित किया था. इस दौरान श्रीलंका में लिट्टे और सरकार के बीच गृहयुद्ध चल रहा था. ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने सुसाइड  हमले के डर से श्रीलंका का दौरा करने से इनकार कर दिया. हालांकि, ऑस्ट्रेलिया का डर गलत नहीं था क्योंकि ऑस्ट्रेलिया टीम के होटल के बाहर बम ब्लास्ट हुआ था. बहरहाल, जब ऑस्ट्रेलिया नहीं खेला, तो आयोजकों ने श्रीलंका को विजेता घोषित कर दिया. 


2. इंग्लैंड, 2003 वर्ल्ड कप 
इस साल विश्व कप तब विवादों में आया, जब इंग्लैंड ने कार्क्रम के अनुसार जिंब्बावे का दौरा करने से मना कर दिया. इंग्लैंड ने यह फैसला तत्कालीन राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे की श्वेत मूल के खिलाफ नीतियों के विरोध के कारण लिया. जिंबाब्वे के खिलाड़ियों ने भी अपने राष्ट्रपति की नीतियों का विरोध किया. और दोनों खिलाड़ी काली पट्टी बांधकर मैदान पर उतरे. लेकिन आईसीसी ने इंग्लैंड के खिलाड़ियों की अपील को स्वीकार नहीं किया. और जिंबाब्वे को विजेता घोषित कर दिया गया. 

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3. न्यूजीलैंड, 2003 वर्ल्ड कप
साल 2003 संस्करण में ही इंग्लैंड की तरह ही न्यूजीलैंड ने भी सुरक्षा कारणों से केन्या जाने से मना कर दिया. केन्या संयुक्त रूप से इस वर्ल्ड कप का मेजबान था. आयोजकों को आतंकी संगठन बोको हरम की तरफ से धमकियां मिली थीं. आईसीसी ने कीवी खिलाड़ियों को सुरक्षा देने की पूरी गारंटी दी, लेकिन जब न्यूजीलैंड नहीं माना, तो केन्या को विजेता घोषित कर दिया गया. 

4. ऑस्ट्रेलिया, 2015, बांग्लादेश दौरा
यह वाक्या विश्व कप का नहीं. बल्कि इस साल ऑस्ट्रेलिया के बांग्लादेश दौरे का है. तब ऑस्ट्रेलिया न सुरक्षा कारणों के चलते बांग्लादेश का दौरा करने से इनकार कर दिया.  क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने बयान जारी कर कहा कि उनके पास दौरा रद्द करने के अलावा कोई चारा नहीं है. अब जबकि यह द्विपक्षीय दौरा था, तो यहां वर्ल्ड कप की तरह बड़े नुकसान या ज्यादा जोखिम की गुंजाइश नहीं थी. 

VIDEO: ऑस्ट्रेलिया दौरे में एडिलेड टेस्ट में जीत के बाद कप्तान विराट कोहली. 

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जाहिर है कि अगर भारत को 16 जून को पाकिस्तान के खिलाफ खेले जाने वाले लीग मुकाबले न खेलने पर सोच-समझकर फैसला लेना होगा. हालांकि, बीसीसीआई ने यह मुद्दा आईसीसी की मीटिंग में उठाने की बात जरूर कही है, लेकिन लगता नहीं कि आईसीसी भारत की बात से बिल्कुल भी सहमत होगी.