
Pakistan vs Bangladesh 1st Test: बांग्लादेश ने रावलपिंडी में पाकिस्तान को 10 विकेट से हराकर इतिहास रच दिया है. पाकिस्तान की यह घरेलू धरती पर पहली 10 विकेट की हार है, जबकि बांग्लादेश की यह पाकिस्तान के खिलाफ पहली टेस्ट जीत है. बांग्लादेश ने इससे पहले पाकिस्तान के खिलाफ बीते दो दशक से अधिक समय में 14 टेस्ट खेले थे और 13 मौकों पर उसे हार मिली थी, जबकि एक मुकाबला ड्रा हुआ था. बांग्लादेश की इस जीत में उसके स्पिनरों ने अहम भूमिका निभाई, जिन्होंने पाकिस्तान को दूसरी पारी में 146 रनों पर समेट दिया. बांग्लादेश के लिए मेंहदी हसन मिराज ने चार विकेट लिए हैं जबकि शाकिब ने तीन विकेट हासिल किए. शाकिब को पहली पारी में भी एक विकेट मिला था और इस मैच में मिले चार विकटों के दम पर शाकिब अल हसन ने इतिहास रच दिया है.
शाकिब अल हसन निकले सबसे आगे
दरअसल, शाकिब अल हसन अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे अधिक विकेट लेने वाले लेफ्ट ऑर्म स्पिनर बन गए हैं. उनके नाम अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 707 विकेट हैं. जबकि इससे पहले इस लिस्ट में टॉप पर न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान डेनियल विटोरी थे. डेनियल विटोरी के नाम 705 विकेट थे. वहीं इस लिस्ट में तीसरे स्थान पर भारत के रवींद्र जडेजा हैं, जिन्होंने 568 विकेट झटके हैं.
हरभजन से भी आगे निकलने का मौका
बांग्लादेश दो टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए पाकिस्तान के दौरे पर गई है. शाकिब अल हसन, जिनके करियर पर तलवार लटक रही है, अगर वो सीरीज के दूसरे मुकाबले में खेलते हैं और 11 विकेट और लेने में सफल होते हैं तो वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे अधिक विकेट लेने के मामले में भारतीय दिग्गज हरभजन सिंह और पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ब्रैट ली से आगे निकल जाएंगे. हरभजन सिंह के नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 711 विकेट हैं, जबकि ब्रैट ली के नाम 718 विकेट हैं. शाकिब को हरभजन सिंह ने आगे निकलने के लिए पांच विकेट और चाहिए.
पाकिस्तान को हराकर बांग्लादेश ने रचा इतिहास
स्पिनरों शाकिब अल हसन और मेहदी हसन मिराज के शानदार प्रदर्शन के दम पर बांग्लादेश ने टेस्ट क्रिकेट में पाकिस्तान पर सीरीज के शुरुआती मैच में रविवार को रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में दस विकेट से जीत दर्ज करके इतिहास रच दिया. बांग्लादेश ने इस जीत के साथ दो मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली. इस मैच से पहले, बांग्लादेश पुरुष टेस्ट में 13 बार पाकिस्तान से भिड़ चुका था, लेकिन कभी विजयी नहीं हुआ. एक संक्षिप्त क्षण के लिए, ऐसा लग रहा था कि पहले टेस्ट में भी वही स्क्रिप्ट सामने आएगी, लेकिन बांग्लादेश के इरादे इस बार कुछ और थे.
बांग्लादेश ने दूसरी पारी में पाकिस्तान को सिर्फ 146 रन पर आउट करके कुछ अलग ही सोच रखी थी और फिर आसानी से 30 रनों का पीछा करते हुए मेहमान टीम के डगआउट में खुशी के दृश्य और मुस्कुराहट बिखेर दी. बांग्लादेश की ऐतिहासिक टेस्ट जीत उस दिन हुई जब उनके कप्तान नजमुल हुसैन शांतो 26 साल के हुए. जैसे ही बांग्लादेश ने पुरुषों के टेस्ट क्रिकेट में पाकिस्तान पर अपनी पहली जीत दर्ज की, मेजबान टीम को घरेलू मैदान पर लंबे प्रारूप में पहली दस विकेट से हार का सामना करना पड़ा. पाकिस्तान ने पांचवें दिन की शुरुआत 23-1 से की और वह बांग्लादेश से 94 रन से पीछे था.
रावलपिंडी की सपाट पिच पर पहले चार दिनों में सिर्फ 17 विकेट गिरे थे, लेकिन मेहदी के 4-21 और शाकिब के 3-44 ने स्क्रिप्ट को आश्चर्यजनक रूप से बांग्लादेश के पक्ष में पलट दिया. पाकिस्तान ने अपने कप्तान शान मसूद (14) को पांचवें दिन के दूसरे ओवर में ही खो दिया जब वह हसन महमूद की गेंद पर विकेट के पीछे कैच आउट हुए.
66-2 से, पाकिस्तान दबाव में बिखर गया और सनसनीखेज रूप से 118/8 पर सिमट गया, क्योंकि उनके पास शाकिब और मेहदी की एक साथ गेंदबाजी करने से पूछे गए सवालों का कोई जवाब नहीं था. मोहम्मद रिज़वान ने 51 रन बनाए और अपनी टीम को संकट से बाहर निकलने की कोशिश की लेकिन पाकिस्तान, जिसने मैच में फ्रंटलाइन स्पिनर को मैदान में नहीं उतारा, की दूसरी पारी अंततः 146 पर सिमट गयी. इसने बांग्लादेश को रावलपिंडी में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के लिए सिर्फ 30 रन दिए और जाकिर हसन ने शादमान इस्लाम के साथ मिलकर 6.3 ओवर में मामूली लक्ष्य का पीछा पूरा कर लिया.
(आईएएनएस से इनपुट के साथ)
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