
New Zealand vs India, Test Series: न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में विराट कोहली (Virat Kohli) की टीम इंडिया का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा और उसे दोनों ही टेस्ट मैचों में हार का सामना करना पड़ा. टेस्ट क्रिकेट में नंबर वन भारतीय टीम को यह सीरीज 0-2 से गंवानी पड़ी. न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम की यह हार चौंकाने वाली रही. सीरीज में भारतीय टीम के बल्लेबाजों ने बुरी तरह से निराश किया. इसके अलावा जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah)और मोहम्मद शमी (Jasprit Bumrah) जैसे तेज गेंदबाज भी अपेक्षा के अनुरूप सफलताएं हासिल नहीं कर सके. ये दोनों सीम बॉलर हैं. उमेश यादव (Umesh Yadav) ने सीरीज में एक मैच खेला लेकिन उन्हें भी विकेट हासिल करने के लिए संघर्ष करना पड़ा. न्यूजीलैंड के विकेट वैसे तो तेज गेंदबाजों के मददगार होते हैं लेकिन यहां सीम बॉलर के बजाय स्विंग बॉलर ज्यादा कामयाब होते हैं. न्यूजीलैंड के टिम साउदी और ट्रेंट बोल्ट जैसे बॉलर ने अपने स्विंग से भारतीय बल्लेबाजों को न केवल परेशान भी किया बल्कि उनके विकेट भी झटकने में सफल रहे. सीरीज गंवाने के बाद टीम इंडिया के प्रदर्शन के विश्लेषण का दौर शुरू हो गया है. टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर और मौजूदा समय में कमेंट्री में सक्रिय संजय मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) का मानना है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) और दीपक चाहर (Deepak Chahar) जैसे स्विंग बॉलर भारत के लिए अधिक सफलता हासिल कर सकते थे.
विराट कोहली के बल्ले पर लगा 'ग्रहण', चार पारियों में बना पाए केवल 38 रन
Bhuvi and Chahar's bowling styles were more suited to the conditions we had for the Tests. Look at DeGrandhomme's effectiveness as bowler. https://t.co/caOsoyRxBN
— Sanjay Manjrekar (@sanjaymanjrekar) March 2, 2020
मांजरेकर ने यह बात ट्विटर पर सवाल-जवाब के एक सेशन में कही. एक यूजर ने उनसे पूछा था-क्या आप सोचते हैं कि भुवनेश्वर कुमार/दीपक चाहर सीरीज में उमेश यादव/शमी की तुलना में ज्यादा असर डाल सकते थे (Sanjay Manjrekar's opinion on indian team bowling). इस सवाल के जवाब में मांजरेकर ने कहा, 'भुवी और चाहर की गेंदबाजी शैली टेस्ट क्रिकेट की कंडीशल के हिसाब से ज्यादा माफिक साबित होती. आप बॉलर के रूप में ग्रैंडहोम के प्रभाव को देख सकते हैं.' गौरतलब है कि भुवनेश्वर और चाहर दोनों इस समय चोट से उबर रहे हैं और न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए उपलब्ध नहीं थे. ये दोनों गेंदबाज गेंद को स्विंग कराते हैं.
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न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में एक टेस्ट में पांच विकेट लेने वाले ईशांत शर्मा (Ishant Sharma) विकेटों और बॉलिंग औसत में पहले स्थान पर रहे. इंजुरी के कारण दूसरे टेस्ट में नहीं खेल पाए ईशांत ने पहले टेस्ट की पहली पारी में पांच विकेट लिए थे और उनका बॉलिंग औसत 15.20 का रहा. जसप्रीत बुमराह ने सीरीज में 31.66 के औत से छह विकेट लिए जबकि मोहम्मद शमी ने 36.6 के औसत से पांच विकेट हासिल किए थे. बल्लेबाजी की बात करें तो कप्तान विराट कोहली के लिए यह सीरीज निराशाजनक रही. सीरीज में भारतीय टीम के कप्तान रनों के लिए संघर्ष करते नजर आए. वे दो टेस्ट मैचों की चार पारियों में केवल 38 रन (औसत 9.50) बना पाए. आश्चर्यजनक रूप से इस दौरान 19 रन उनका सर्वोच्च स्कोर रहा. विराट ही क्या पूरी सीरीज में भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन खराब रहा. मयंक अग्रवाल (Mayank Agarwal) और चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara)ही टेस्ट सीरीज में 100 या इससे अधिक रन बना पाए.
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