SA vs IND: गावस्कर ने बतायीं हार की वजह, तीसरे मैच के लिए की इन खिलाड़ियों को खिलाने की मांग
SA vs IND 2nd ODI: दूसरे मैच में सात विकेट से हार के साथ ही वनडे सीरीज भी भारत के हाथ से निकल गयी.
- Posted by Manish Sharma
- Updated: January 22, 2022 02:56 PM IST

हाईलाइट्स
- भारत गंवा चुका है वनडे सीरीज भी
- पहले मैच में 31 रन से, दूसरे मैच में मिली 7 विकेट से हार
- भारत पर मंडरा रहा सफाए का दबाव
SA vs IND 2nd ODI: शुक्रवार को दूसरे वनडे में सात विकेट से हारने के साथ ही टीम इंडिया ने मेजबानों के हाथों वनडे सीरीज भी गंवा दी है. इससे पहले कमजोर मानी दक्षिण अफ्रीका ने भारत को टेस्ट सीरीज में मात दी थी. और अब वनडे में मुंह की खाने के बाद करोड़ों फैंस और मीडिया में खासा गुस्सा है. एक निजी चैनल से बातचीत में दिग्गज सुनील गावस्कर ने हार के कारणों पर रोशनी डाली है.
गेंदबाजों को लेकर जतायी चिंता
गावस्कर ने कहा कि खेल में हार और जीत चलती रहती है, लेकिन हार का अंतर जो है, वह चिंता की बात है. पहले हमारे गेंदबाज जो शुरुआत में या स्लॉग ओवरों में विकेट चटकाते थे, वह अब नहीं हो रहा है. सनी बोले कि शुरुआती दोनों वनडे में पिच बैटिंग के लिए अच्छी थी, लेकिन जिस तरह से टीम की हार हुयी है, वह चिंता की बात है.
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स्पिनरों ने की गलती
सनी बोले कि यहां पिच पर गेंद घूम रही थी और गेंद बल्ले पर धीमी आ रही थी. और अगर ऐसी पिचों पर आपको विकेट लेनी है, तो आपको गेंदों में गति लानी पड़ती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. चहल ने ऐसा नहीं किया और जब दक्षिण अफ्रीकियों की एक बार लय बन गयी, तो इसे तोड़ना मुश्किल हो गया. भारतीय गेंदबाज विकेट नहीं ले सके और यह नाकामी रही.
खेल शैली बदलनी होगी
क्या हम पुराने दौरे से वनडे खेल रहे हैं, पर गावस्कर ने कहा कि यह सही है. टी20 खेलने के तरीके बदले हैं, लेकिन यह ऊर्जा भारतीय वनडे टीम में नहीं दिखी है. उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों डिकॉक और जानेमैनन मलान ने टी20 शैली में बल्लेबाजी की, लेकिन हमारे साथ ऐसा नहीं था. पूर्व दिग्गज ने कहा कि शुरुआती दस ओवरों में तीस गज के घेरे के दौरान दो फील्डर ही घेरे के बाहर रहते हैं. वनडे में ऐसा शुरुआती दस ओवरों में होता है, तो टी20 में शुरू के छह ओवरों में, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने इसका फायदा नहीं उठाया. गावस्कर ने कहा कि केए राहुल ने रन जरूर बनाए, तो उनके कई कैच भी छोड़े गए. अगर गेंद सीम हो रही है या स्विंग हो रही है, तो धीमापन समझ में आता है, लेकिन अगर वनडे में आप छह रन प्रति ओवर की दर से रन नहीं बनाते हैं, तो इससे टीम का फायदा नहीं होता.
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केएल राहुल का बचाव
केएल राहुल की कप्तानी और उनकी गलतियों के बारे में कहा कि दक्षिण अफ्रीका ने बढ़िया बल्लेबाजी की. किसी कप्तान के गुणों का पता फील्डिंग के दौरान पता चलता है. अगर कोई भी कप्तान होता, तो उसके लिए मुश्किल होती. हालांकि, स्टंप छूटा, कैच भी फिसला. उन्होंने कहा कि आप कह सकते हैं कि अश्विन को पहले लाया जाता या चहल को शुरुआती दस ओवरों में लाया जाता, लेकिन ऐसा आप कह सकते हैं, लेकिन सच यह है कि दक्षिण अफ्रीका ने बढ़िया बल्लेबाजी की.
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बदलावों को लेकर सुझाव
तीसरे मुकाबले में बदलाव के सुझाव पर गावस्कर ने कहा कि अश्विन ने दूसरे मैच में पच्चीस रन बनाए. बैटिंग में उम्दा किया. मुझे लगता है कि अगले मैच में सूर्यकुमार यादव और ईशान किशन को खिलाया जाना चाहिए. अगर ऐसा होगा, तभी खिलाड़ियों के बारे में पता चलेगा. और विंडीज जब सीरीज खेलने आ रही है, तो उससे पहले यह अच्छी बात होगी.
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