
Rohit Sharma Retirement Hint: एक कुशल बल्लेबाज ही नहीं बल्कि शानदार कप्तान के रूप में लंबे समय से भारतीय क्रिकेट को अपनी सेवाएं देने वाले रोहित शर्मा चैंपियंस ट्रॉफी के बाद (Champions Trophy 2025) वनडे में अपने भविष्य को लेकर फैसला कर सकते हैं. भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ रविवार को होने वाले फाइनल में जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा है और अगर वह इसमें सफल रहता है तो फिर महेंद्र सिंह धोनी के बाद रोहित शर्मा एक से अधिक आईसीसी प्रतियोगिता जीतने वाले दूसरे भारतीय कप्तान बन जाएंगे. रोहित की कप्तानी में भारत ने पिछले साल वेस्टइंडीज में टी20 विश्व कप जीता था. इसके बाद रोहित और विराट कोहली ने खेल के सबसे छोटे प्रारूप से संन्यास ले लिया था. कयास लगाए जा रहे हैं कि रोहित चैंपियंस ट्रॉफी के बाद इस तरह का फैसला कर सकते हैं और इसमें मैच का परिणाम कोई भूमिका नहीं निभाएगा. (India vs New Zealand LIVE Score)
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के सूत्रों के अनुसार चैंपियंस ट्रॉफी के बाद रोहित वनडे में अपने भविष्य को लेकर चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर के साथ चर्चा कर सकते हैं. भारतीय क्रिकेट में देखा गया है कि चयनकर्ता किसी बड़े खिलाड़ी के भविष्य को लेकर फैसला नहीं करते हैं बल्कि खिलाड़ी स्वयं इसको लेकर बोर्ड के शीर्ष पदाधिकारियों से बात करते हैं. अगर भारत चैंपियंस ट्रॉफी जीतता है तो कप्तान रोहित संन्यास की घोषणा कर सकते हैं लेकिन यह बात समझ में आती है कि फाइनल से पहले वह संन्यास से जुड़े सवालों से बचने के लिए संवाददाता सम्मेलन में नहीं आए. रोहित की जगह उप कप्तान शुभमन गिल ने पत्रकारों को संबोधित किया और स्पष्ट किया कि ड्रेसिंग रूम में किसी खिलाड़ी के संन्यास को लेकर कोई चर्चा नहीं चल रही है, इससे पता चलता है कि मामला कितना संवेदनशील है.
रोहित शर्मा चीफ सेलेक्टर अजित अगरकर और हेड कोच गौतम गंभीर के बीच हुई गंभीर बातचीत
दरअसल, मैच से एक दिन पहले रोहित शर्मा चीफ सेलेक्टर अजित अगरकर और हेड कोच गौतम गंभीर के सीरियस बातचीत करते हुए नजर आए हैं. इन तीनों की बातचीत को देखकर यह समझा जा रहा है कि सभी आगे की रणनीति को लेकर बात कर रहे थे. हालांकि यह स्प्षट नहीं है. लेकिन कुछ भी संभव हो सकता है. रोहित शर्मा अपने रिटायरमेंट के प्लान पर मैच के बाद फैसला कर सकते हैं. इतना तय है कि कोहली और रोहित वनडे से एक साथ संन्यास नहीं लेंगे. टी20 विश्व कप के बाद ऐसा हुआ क्योंकि उस प्रारूप में उनके लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हासिल करने के लिए और कुछ नहीं बचा था.

अगर अन्य प्रारूप की बात करें तो कोहली की निगाह टेस्ट क्रिकेट में 10000 रन पूरे करने पर टिकी हैंं. उनके समकालीन बल्लेबाज स्टीव स्मिथ, जो रूट और केन विलियमसन पहले ही यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं. एक टेस्ट क्रिकेटर के रूप में कोहली का आगे खेलना निश्चित है और इस साल होने वाले इंग्लैंड दौरे में उनकी जरूरत पड़ेगी. लेकिन यही बात रोहित के लिए नहीं कही जा सकती जो ऑस्ट्रेलिया के दौरे के दौरान अच्छी फॉर्म में नहीं होने के कारण सिडनी में खेले गए अंतिम टेस्ट मैच से स्वयं बाहर हो गए थे.
क्या रोहित वनडे से संन्यास लेंगे और टेस्ट क्रिकेट में बने रहेंगे, या उन्हें घरेलू धरती पर वनडे मैच खेल कर विदाई लेने का मौका दिया जाएगा, इसका जवाब भविष्य के गर्त में छिपा है लेकिन अगर भारत के भविष्य के दौरान कार्यक्रम (एफटीपी) पर गौर करें तो भारतीय टीम को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दिसंबर में होने वाली श्रृंखला से पहले स्वदेश में कोई वनडे मैच नहीं खेलना है.

इसका मतलब होगा कि भारतीय कप्तान अगर बांग्लादेश में होने वाली वनडे श्रृंखला, श्रीलंका में होने वाले एशिया कप और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैच की सीरीज में नहीं खेलते हैं तो उन्हें नौ मार्च के बाद अगला वनडे खेलने का मौका दिसंबर में ही मिलेगा. अगर रोहित को लगता है कि वह 2027 में होने वाले वनडे विश्व कप तक टीम में नहीं बने रहेंगे तो क्या चैंपियंस ट्रॉफी के बाद वह इस प्रारूप में खेलना जारी रखेंगे. इस सवाल का जवाब रविवार को काफी हद तक स्पष्ट हो जाएगा.
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